अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: नोएडा में सामुदायिक योग कार्यक्रम की तैयारी

जून 19, 2024 5 टिप्पणि Priyadharshini Ananthakumar

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: नोएडा में सामुदायिक योग कार्यक्रम की तैयारी

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है और आगामी 2024 में, नोएडा में इस अवसर पर एक सामुदायिक योग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन अतुल्ययोग और जागरण कनेक्ट के सहयोग से किया जाएगा। सुबह 6 से 7 बजे के बीच सुपरटेक कैपिटल टाउन, सेक्टर 74, नोएडा में यह आयोजन होगा। प्रमुख योग गुरु अतुल श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह कार्यक्रम युवाओं और बुजुर्गों को एक साथ लाने और योग के फायदों के प्रति जागरूक करने का प्रयास करेगा।

कार्यक्रम की विशेषता यह रहेगी कि यह निशुल्क होगा और इसमें विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान तकनीकों का समावेश होगा। योग गुरु अतुल श्रीवास्तव, जो 2016 से योग शिक्षा में संलग्न हैं और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली से स्नातक हैं, इस कार्यक्रम का संचालन करेंगे। श्रवास्तव जिन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन योग सत्रों के माध्यम से हजारों लोगों की मदद की है, इस बार जीवंत योग सत्रों के माध्यम से लोगों के समक्ष उपस्थित होंगे।

अतुल्या योग सत्र में भाग लेने वाले स्थानीय लोग विभिन्न योगासनों की प्रैक्टिस करेंगे जैसे कि सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, और शवासन। इसके साथ ही प्राणायाम के अंतर्गत, अनुलोम विलोम, कपालभाती एवं भ्रामरी जैसे प्राणायामों का अभ्यास किया जाएगा। यह सत्र ध्यान तकनीकों के साथ समाप्त होगा जो मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करने में सहायक होंगे।

कार्यक्रम के आयोजन को जागरण कनेक्ट का समर्थन प्राप्त है। जागरण कनेक्ट न केवल इस आयोजन को प्रमोट करेगा बल्कि इसमें एक विशेष योग प्रतियोगिता भी आयोजित करेगा। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को जागरण गिफ्ट्स से सम्मानित किया जाएगा, जिससे उनकी प्रेरणा और भी बढ़ेगी। इसके माध्यम से जागरण कनेक्ट का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग योग के प्रति प्रेरित हों और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।

भारत में योग की उत्पत्ति हजारों साल पहले हुई थी, और इसके स्वास्थ्य लाभ अद्वितीय हैं। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को उन्नत करता है बल्कि मानसिक शांति प्रदान करता है जिसके कारण आज के भागदौड़ भरे जीवन में इसका महत्व और भी बढ़ गया है। आधुनिक जीवनशैली में तनाव, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं, ऐसे में योग का महत्व और भी अधिक हो जाता है।

अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है कि नियमित योग अभ्यास से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, रक्त संचार में सुधार होता है और हार्मोनल संतुलन भी बेहतर होता है। प्राचीन काल से चली आ रही योग क्रियाएं न केवल तंदुरुस्ती के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि ये मानसिक शांति और आत्म-साक्षात्कार के साधन भी हैं। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जैसे आयोजन समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाने और एक साझा ध्यान देने का निमंत्रण देते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 पर नोएडा का यह आयोजन एक अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। यह उन लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है जो योग से परिचित नहीं हैं। यह आयोजन निमंत्रण देता है कि योग के माध्यम से हम सभी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के मानसिक और शारीरिक लाभों के प्रति जागरूकता फैलाना और नागरिकों को स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक, इस आयोजन में सभी की भागीदारी होगी।

अतुल्या योग और जागरण कनेक्ट की साझेदारी निश्चित रूप से इस कार्यक्रम को एक अद्वितीय आयाम देगी। यह आयोजन लोगों को सुबह जल्दी उठने और योग करने की आदत विकसित करने के लिए प्रेरित करेगा। सुबह का समय योग और ध्यान के लिए हमेशा उपयुक्त माना गया है, क्योंकि इस समय वातावरण शुद्ध और ताजगी से भरा होता है।

सभी प्रतिभागियों को सुझाव दिया जाता है कि वे हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें और अपने साथ योग मैट लेकर आएं। कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने के लिए पर्याप्त समय लें ताकि समय पर सत्र शुरू हो सके। आयोजन के अंत में, सभी प्रतिभागियों को जलपान की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे वे ताजगी महसूस कर सकें।

इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है और सभी के लिए द्वार खुले हैं। योग दिवस के इस आयोजन में भाग लेकर, प्रतिभागी न केवल अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी योग के प्रति प्रेरित कर सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 पर नोएडा में यह कार्यक्रम एक मिशाल बनेगा, जो केवल एक दिन की गतिविधि नहीं होगी बल्कि इसे निरंतर अभ्यास में लाना इसका दीर्घकालिक लक्ष्य है। योग और ध्यान हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं और ऐसे आयोजन हमें हमारे जड़ों से जोड़ते हैं, एक स्वस्थ और तनावमुक्त जीवन की ओर अग्रसर करते हैं।

5 जवाब

Vaneesha Krishnan
Vaneesha Krishnan जून 19, 2024 AT 20:20

वाह, नोएडा में इतना बड़ा योग कार्यक्रम! सभी उम्र के लोगों को एक साथ लाने का विचार दिल से पसंद आया 😊। इस तरह के मुफ्त सत्र स्वास्थ्य और सामुदायिक भावना को बढ़ावा देते हैं। अगर कोई पहली बार योग करेगा तो आज ही कोशिश करे, मज़ा भी आएगा और लाभ भी।
चलो मिलकर इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को यादगार बनाते हैं! 🙏

Satya Pal
Satya Pal जून 19, 2024 AT 23:13

भाई ये सब तो सिर्फ PR है, असली योग तो घरी बिठे कर लेता है। लोग फोकस नहीं कर रहे, बस मौज मस्ती में उलझे हैं।

Partho Roy
Partho Roy जून 20, 2024 AT 01:10

योग का इतिहास प्राचीन काल से ही सभ्यताएँ सुनाते आए हैं यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं बल्कि आत्म‑साक्षात्कार की राह है इस कार्यक्रम से लोग न सिर्फ तन को लचीलापन देंगे बल्कि मन को भी शांति मिलेगी सुबह के समय वायु साफ़ होती है इसलिए योग सत्र अधिक प्रभावी होते हैं यह सत्र सूर्य नमस्कार से शुरू होता है जो ऊर्जा को जाग्रत करता है फिर ताड़ासन शरीर को सीधा रखता है वृक्षासन संतुलन सिखाता है भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है शवासन विश्राम का क्षण प्रदान करता है प्राणायाम में अनुलोम विलोम श्वास को नियंत्रित करता है कपालभाती मन को तेज़ बनाता है भ्रामरी तनाव को कम करता है अंत में ध्यान मन को एकाग्र करता है इन सब तकनीकों से प्रतिरक्षा प्रणाली भी बेहतर होती है रक्त परिसंचरण सुधरता है और हार्मोन संतुलन बना रहता है अतुल गुरु की मार्गदर्शन से यह सब संभव होता है यह आयोजन युवा और बुजुर्ग दोनों के लिए समान रूप से लाभदायक है सामाजिक जुड़ाव भी बढ़ता है लोग एक-दूसरे को प्रेरित करते हैं और समुदाय में एकता का भाव बढ़ता है इस तरह के छोटे‑छोटे कदम बड़े परिवर्तन की दिशा में मदद करते हैं इसलिए इस योग दिवस को नज़रअंदाज़ न करें बस एक मैट लाओ और भाग लो

Ahmad Dala
Ahmad Dala जून 20, 2024 AT 03:06

सचमुच, इस प्रकार के कार्यक्रमों को 'हॉली-होलिक' कहा जा सकता है लेकिन जहाँ तक मेरी बात है, यदि आप असली आध्यात्मिक गहराई की तलाश में हैं तो संभवतः सिर्फ एक पावर्ड मैट ही पर्याप्त नहीं है; हमें अधिक गहन प्रशिक्षण की आवश्यकता है। फिर भी, आशा करता हूँ कि अधिकांश सहभागियों को इस संघ के माध्यम से थोड़ा बहुत नॉबेल प्रकाशन जैसा अनुभव हो।

RajAditya Das
RajAditya Das जून 20, 2024 AT 05:20

ऐसे कार्यक्रम तो हर साल होते हैं, पर असली फोकस कभी नहीं दिखता 😒

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