भारत की विशाल ऊर्जा कंपनी, एनटीपीसी के शेयरों ने हाल की तारीखों में जबरदस्त निवेशक का ध्यान आकर्षित किया है। बर्नस्टीन, एक प्रमुख निवेश अनुसंधान फर्म, ने एनटीपीसी के शेयरों में 20 प्रतिशत संभावित वृद्धि की भविष्यवाणी की है, जिससे यह स्टॉक फिर से सुर्खियों में आ गया है। आगामी 27 नवंबर को जारी होने वाला एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का आईपीओ इस उत्साह को और बढ़ा सकता है, जिससे निवेशक सीधे कंपनी के नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो में निवेश कर सकते हैं।
एनटीपीसी की यह नई पहल दिखाती है कि कैसे कंपनी अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं को विस्तार करने की दिशा में अग्रसर है। लद्दाख के लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हरित ऊर्जा को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पहुँचाने की कोशिश करता है। इसके साथ ही, कंपनी ने देश भर में हाइड्रोजन हब स्थापित करने की योजना बनाई है, जो भारत के नवीकरण योग्य ऊर्जा भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।
वित्तीय दृष्टि से, एनटीपीसी के शेयर वर्तमान में 16x कमाई और 10x एंटरप्राइज वैल्यू से ईबीआईटीडीए (FY25 के लिए) पर कारोबार कर रहे हैं। यह वैश्विक उद्योग साथियों के साथ मेल खाता है। पिछले 12 महीनों में, कंपनी ने 40 प्रतिशत से अधिक रिटर्न दिया है, जो इसके मजबूत संचालन और निवेशकों के विश्वास की झलक है। इसके बावजूद, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एनटीपीसी पर "बेचने" की रेटिंग दी है।
कोटक के अनुसार, संभावित रूप से ग्रीन एनर्जी IPO के बाद एनटीपीसी के वेल्यूएशन में गिरावट की संभावना है। इसका कारण यह है कि एनटीपीसी का कोयला-भारी पोर्टफोलियो इसकी वृद्धि में सीमाएँ उत्पन्न कर सकता है। जबकि एनटीपीसी ने हरित ऊर्जा में महत्वपूर्ण निवेश किया है, इसकी फण्डामेंटल कोल-पॉवर्ड उत्पत्ति में मौजूद रहती है।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का बाजार में पदार्पण उद्योग के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है। यह न केवल कंपनी की समग्र वैल्यूएशन डाइनेमिक्स को बदल सकता है, बल्कि बाजार में एक नई दिशा भी संकेत कर सकता है। इस आईपीओ के माध्यम से, कंपनी के पुनःनवीनीकरण ऊर्जा पहल का समर्थन मिलता है, जिससे निवेशकों को सीधे इन परियोजनाओं में हिस्सेदारी का मौका मिलता है। हालांकि, शेयर मूल्य में संभावित गिरावट और वर्तमान वेल्यूएशन के साथ तालमेल बिठाने की चुनौती भी बनी हुई है।
18 जवाब
यह खबर सुनकर दिल में एक अजीब सी हलचल है।
भाईसाब, ये एनटीपीसी वाला शेयर तो पूरी तरह से बबल है, बता दूँ तुम्हें कि इसको हाथ में लेना मतलब खुद को जलावन में डालना है, समझ रहे हो?
ऐसे स्टॉक पर लगाना जोखिम भरा है, इसलिए सावधान रहना चाहिए।
एनटीपीसी की शेयर कीमत में जो तेजी देखी जा रही है, वह कई कारणों से समझ में आती है।
पहला कारण है कंपनी का ग्रीन एनर्जी में बड़े पैमाने पर निवेश करना।
दूसरा कारण है बाजार में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति बढ़ती जागरूकता।
तीसरा कारण है बर्नस्टीन की रिपोर्ट जिसने 20 प्रतिशत की वृद्धि का संकेत दिया।
इन सबके साथ कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी आकर्षक दिख रहा है।
वर्तमान में एनटीपीसी के स्टॉक्स 16x कमाई और 10x एंटरप्राइज वैल्यू पर ट्रेड हो रहे हैं।
यह आँकड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धियों से मेल खाते हैं, जो निवेशकों को भरोसा दिलाता है।
परंतु कोटक इंस्टीट्यूशनल ने इस स्टॉक की 'बेचने' की रेटिंग दी है, जो एक चेतावनी हो सकती है।
कोटक का मानना है कि कंपनी का कोयला-भारी पोर्टफ़ोलियो दीर्घकालिक विकास में बाधा बन सकता है।
इसी कारण से ग्रीन एनर्जी आईपीओ के बाद मूल्य में संभावित गिरावट को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
साथ ही, लद्दाख के लेह में हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट जैसे पहलें भविष्य में कंपनी को नई दिशा दे सकती हैं।
हाइड्रोजन हब की स्थापना से देश में हरित ऊर्जा की सप्लाई और भी स्थिर होगी।
इन सब पहलुओं को मिलाकर देखते हुए, निवेशकों को दोधारी तलवार की तरह सोचना चाहिए।
एक तरफ संभावनाएँ आकर्षक हैं, तो दूसरी तरफ जोखिम भी मौजूद हैं।
अंत में, व्यक्तिगत जोखिम सहनशीलता और निवेश लक्ष्य के आधार पर ही निर्णय लेना उचित रहेगा।
ज़रूर नहीं कि यह उतना अच्छा है जैसा बताया गया है; कई पहलू छूट रहे हैं।
वाकई, यह समाचार एक नई ऊर्जा की लहर लेकर आया है, जैसे सिनेमा की क्लाइमैक्स दृश्य।
पर मैं इसे पूरी तरह से मन की शांति से नहीं देख पा रहा, क्योंकि आर्थिक अंधकार अभी गहरा है।
फिर भी, आशा की एक किरन तो है, और वह है हरित ऊर्जा का भविष्य। 😊
मैं इस तेज़ी को देख रहा हूँ।
चलो मिलके देखेंगे, डढ़ेर सारी शुभकामनाएँ 😊
हिंदुस्तान में नवीकरणीय ऊर्जा का विकास विभिन्न प्रदेशों में अलग‑अलग गति से हो रहा है, विशेषकर हिमालयी क्षेत्र में हाइड्रोजन प्रोजेक्ट बहुत ही सराहनीय है।
बिलकुल बकवास है।
एनटीपीसी की वर्तमान वैल्यूएशन 16x कमाई और 10x EV/EBITDA पर आधारित है, जो उद्योग के औसत से तुलनीय है। इसके अलावा, कंपनी का प्रतिशत रिटर्न पिछले वर्ष 40% से अधिक रहा है, जो एक स्थिर रिटर्न दर्शाता है। हालांकि, कोटक की ‘बेचें’ रेटिंग को नजरअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह कोयला‑भारी पोर्टफ़ोलियो की सम्भावित बाधा को दर्शाती है।
इस विश्लेषण में सतही सोच है।
आपके विस्तृत विश्लेषण में एक बात छूट गई है-समानांतर प्रतिस्पर्धियों की स्थिति। कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने पहले ही हाइड्रोजन हब में भारी निवेश किया है, जिससे मूल्य प्रतिस्पर्धा तेज़ हो रही है। इसलिए, केवल राष्ट्रीय पहल पर भरोसा करना पर्याप्त नहीं होगा।
बिल्कुल सही कहा तुमने, इस शेयर में अभी भी बहुत पोटेंशियल है।
इसे देखते हुए, हमें कॉर्पोरेट गवर्नेंस मेट्रिक्स और ESG स्कोर को भी इंटेग्रेट करना चाहिए, क्योंकि ये फंडामेंटल एनालिसिस में क्रिटिकल फैक्टर्स हैं।
संक्षेप में, यदि आप दीर्घकालिक निवेशकों में शामिल हैं, तो एनटीपीसी की नवीकरणीय ऊर्जा पहल को एक सकारात्मक संकेत मान सकते हैं, बशर्ते आप जोखिम प्रोफ़ाइल को ध्यान में रखें।
इन बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और भावी निर्णयों में लागू करना चाहिए।
आप सब मिलकर निवेश में जागरूक रहें! 🚀
हां, बिल्कुल, सब कुछ समझ में आया, धन्यवाद।