बॉलीवुड के चहेते अभिनेता कार्तिक आर्यन को उनकी आगामी फिल्म 'चंदू चैंपियन' के ट्रेलर लॉन्च से पहले ग्वालियर में एक भव्य स्वागत दिया गया। ट्रेलर का लॉन्च कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में होने वाला है और कार्तिक फिल्म के निर्देशक कबीर सिंह के साथ शहर पहुंचे।
एयरपोर्ट पर अभिनेता का स्वागत फूलों, ढोल और प्रशंसकों की एक बड़ी संख्या के साथ किया गया, जो उनके घर वापसी के उत्सव में शामिल होने और उनकी फिल्म के लिए समर्थन दिखाने के लिए आए थे। ग्वालियर से ताल्लुक रखने वाले कार्तिक इस भव्य स्वागत से अभिभूत थे और उन्होंने हाथ मिलाकर, ऑटोग्राफ देकर और सेल्फी लेकर अपने प्रशंसकों का अभिवादन किया।
फिल्म, जो 1970 के कॉमनवेल्थ गेम्स और 1972 में जर्मनी में पैरालिंपिक्स में स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर के जीवन पर आधारित है, 14 जून को रिलीज होने वाली है। ट्रेलर लॉन्च आज शाम 6 बजे कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में निर्धारित है और प्रशंसक बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं।
कार्तिक आर्यन का जन्म और परवरिश मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हुई है। उन्होंने यहां के एक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए नवी मुंबई चले गए। हालांकि, उनका दिल हमेशा से अभिनय में रहा और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई का रुख किया।
आज कार्तिक बॉलीवुड के एक सफल अभिनेता हैं और उन्होंने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। ग्वालियर में उनके प्रशंसकों की एक बड़ी संख्या है जो हमेशा उनका समर्थन करते हैं और उनकी हर फिल्म का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
'चंदू चैंपियन' एक ऐसी फिल्म है जो एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बयां करती है जिसने अपनी मेहनत और लगन से बड़ी सफलता हासिल की। मुरलीकांत पेटकर ने 1970 के कॉमनवेल्थ गेम्स और 1972 के पैरालिंपिक्स में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि से पूरे देश का नाम रोशन किया और साबित किया कि अगर इंसान में जज्बा और लगन हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
फिल्म में कार्तिक आर्यन मुरलीकांत पेटकर की भूमिका निभा रहे हैं और उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने न सिर्फ अपने किरदार के लिए अपने शरीर को ढाला बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को तैयार किया ताकि वह इस महान व्यक्ति के संघर्ष और जज्बे को बखूबी पर्दे पर उतार सकें।
कार्तिक आर्यन के लिए 'चंदू चैंपियन' एक बेहद खास फिल्म है क्योंकि इसमें उन्हें अपने घर वापस आने और अपने लोगों के बीच इसका प्रमोशन करने का मौका मिला है। ग्वालियर में उनके प्रशंसकों ने जिस तरह से उनका स्वागत किया है वह दर्शाता है कि वह उनके लिए किसी हीरो से कम नहीं हैं।
फिल्म का ट्रेलर लॉन्च आज शाम होने वाला है और फैंस को उम्मीद है कि यह एक ब्लॉकबस्टर साबित होगी। कार्तिक की एक्टिंग और फिल्म की कहानी दोनों ही दर्शकों को अपनी ओर खींचने में सफल होंगी। 14 जून को फिल्म के रिलीज़ होने के बाद ही इसकी असली कामयाबी का पता चलेगा।
9 जवाब
कार्तिक आर्यन को ग्वालियर में मिला ऐसा स्वागत देखकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है। उनका शहर से जुड़ाव और दिल की सच्चाई इस आयोजन में झलकती है। ट्रेलर लॉन्च का जश्न लोगों के उत्साह को और भी बढ़ा देता है। इस फिल्म की कहानी मुरलीकांत पेटकर जैसे नायक के संघर्ष को उजागर करती है, जो अनेक मनों को प्रेरित करेगी। कई लोग कह रहे हैं कि यह फिल्म परिश्रम और जज्बे का प्रतीक बन जाएगी।
फिल्म का विषय सामाजिक बाधाओं को तोड़कर सफलता की राह दिखाता है। यह न केवल एक प्रेरणादायक कहानी है बल्कि दर्शकों को आत्म-निरीक्षण का अवसर भी देता है।
ग्वालियर के लोग अपने बेटे जैसा देखता है इस अभिनेता को, जो अपनी जड़ों से कभी नहीं बिचहटता।
हम सभी को उम्मीद है कि ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों से दर्शकों का दिल छू जाएगा।
पारिवारिक समर्थन और स्थानीय भावना ने इस सफलता में बड़ा योगदान दिया है।
कार्तिक के कड़ी मेहनत और समर्पण को देखते हुए उनका भविष्य उज्जवल है।
चलो, इस ऊर्जा को हम सभी अपने जीवन में लागू करें और बड़े लक्ष्यों को हासिल करने की ठानें।
फैंस की बेसब्री और उत्साह इस बात का संकेत है कि फिल्म को बहुत बड़ी सफलता मिलेगी।
भविष्य में भी ऐसे ही गहन और प्रेरक प्रोजेक्ट्स हमें देखने को मिलते रहें।
समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हम सभी को इस तरह की फिल्मों को समर्थन देना चाहिए।
आइए, इस ट्रेलर लॉन्च को एक उत्सव की तरह मनाएँ और अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाएँ।
सुरक्षित रहें और इस अनुभव को हमेशा याद रखें।
वाह भाई, कार्तिक को ऐसा बेमिसाल स्वागत मिल रहा है! ग्वालियर वाले वाकई में धुरंधर हैं। ट्रेलर देखके तो हमें भी रॉकेट जैसे फील होगा। इस मूवी के लिए डेडिकेशन देखके मज़ा आ गया। चलो हम सब मिलके इस एंट्री को धूमधाम से सेलिब्रेट करें। 🙌
ग्वालियर की इस इवेंट में बड़े पैमाने पर क्लस्टर इफ़ेक्ट देखा गया है :) इकोसिस्टम में लोग फील्ड में एंगेज होकर ब्रैंड एम्बेडिंग को मजबूत करते हैं। इस तरह के बड़े लैन्चेज़ से लोकल इकॉनमी में भी बूस्ट मिलता है।
यह इवेंट स्थानीय भागीदारी को दर्शाता है यह फिल्म समाज में सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है स्थानीय समर्थन के बिना नहीं हो सकता
ऐसी फिल्में जो राष्ट्रीय एकता और शारीरिक क्षमताओं को बढ़ावा देती हैं, वह हमेशा सराहनीय होती हैं। हमें ऐसे कलाकारों को प्रोत्साहित करना चाहिए जो हमारे मूल्यों को सम्मानित करते हैं।
सही कहा भाई! 🙏💪 आइए हम सब मिलकर इस फिल्म को समर्थन दें और अपने सोशल मीडियापर शेयर करें! 🎬✨
कार्तिक की इस बड़ी शोभा के पीछे शायद सिर्फ मार्केटिंग है, असली टैलेंट तो कम ही दिखता है। यही तो अक्सर हमारी इंडस्ट्री का पैटर्न है।
अरे भाई, तुम तो हर चीज़ को सन्यासी के नज़रिए से देख रहे हो। शायद तुम्हें थोड़ा सॉफ्टस्किल्स की भी जरूरत है।
देशभक्तों को ऐसे दिखावे वाले इवेंट से बटोहा नहीं चाहिए।