शेयर बाजार में Ola Electric Mobility के शेयरों ने 3 सितंबर 2025 को 14% की प्रभावशाली छलांग लगाई। यह उछाल इस बात के बाद आया कि कंपनी ने अपने वार्षिक Sankalp 2025 इवेंट में कई प्रमुख घोषणाएँ कीं। इस ईवेंट के दौरान शेयरों ने 52‑हफ्ते के न्यूनतम ₹39.60 से लगभग 70% की छलांग लगाते हुए 6 महीने का नया उच्चतम स्तर छुआ।
इसी दिन, शेयर ने 9% की अतिरिक्त बढ़ोतरी दर्ज की और अगले दिन, 4 सितंबर को, 71.24 रुपये की सीमा तक पहुँच कर, एक हफ्ते में 21% की गिरावट का सामना कर रहा था। इसके साथ ही, 9 सितंबर से शेयर को ट्रेड‑टू‑ट्रेड (T2T) वर्ग में स्थानांतरित किया गया, जिससे ट्रेडिंग में अतिरिक्त निगरानी लागू हुई। 25 सितंबर तक कीमत ₹55.50 पर बंद हुई, जिससे कुल बाजार पूँजी ₹24,480.11 करोड़ और फ्री‑फ़्लोट पूँजी ₹5,586.92 करोड़ रही।
Sankalp 2025 इवेंट में, Ola Electric ने भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कई तकनीकी बिंदु सामने रखे। प्रमुख बिंदु इस प्रकार थे:
इन पहलों ने निवेशकों के लिए कंपनी की दीर्घकालिक संभावनाओं को उजागर किया, विशेषकर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में दुर्लभ पृथ्वी तत्वों की कमी को देखते हुए। जबकि शेयर अभी भी IPO मूल्य ₹76 से नीचे ट्रेड हो रहे हैं, इन तकनीकी कदमों से Ola Electric को भारतीय EV बाजार में तकनीकी अग्रणी के रूप में स्थापित करने की राह साफ़ हुई है।
वित्तीय विश्लेषकों का कहना है कि यदि कंपनी ने अपनी नई मोटर और बैटरी तकनीकों को समय पर वाणिज्यिक किया, तो भविष्य के कई बड़े OEMs और सरकारी हरी पहलियों के साथ सहयोग की संभावना बढ़ेगी। हालांकि, बाजार की अस्थिरता और मौजूदा शेयर मूल्य के इंट्रेस्ट स्तर को देखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहना होगा और कंपनी के आगामी तिमाही रेज़ल्ट्स तथा उत्पादन लक्ष्य पर नज़र रखनी चाहिए।
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