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प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में अब 1,50,000 से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं और 100 से अधिक यूनिकॉर्न्स हैं, जो भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना हो गया है, जिसमें 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का इज़ाफा हुआ है। भारत अब विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अगले कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है। इसके साथ ही, भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का भी सपना देख रहा है।
मोदी ने नाइजीरिया में भारतीय समुदाय की घटनात्मक भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष तौर पर भारतीय कंपनियों जैसे टोलाराम की नूडल्स और तुलसी चंद्राई फाउंडेशन का उल्लेख करते हुए कहा कि इन व्यवसायों ने नाइजीरिया के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साथ ही, उन्होंने भारतीय फिल्मों और हिंदी भाषा की लोकप्रियता पर चर्चा की, जिससे दोनों देशों की सांस्कृतिक बंधन और मजबूत हुई हैं।
मोदी ने भारत को 'विश्व बंधु' कहा, जिसका अर्थ है कि भारत दोस्तों के रूप में हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत की सहायता प्रयासों की सराहना की, जब भारत ने दुनिया भर में वैक्सीन प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। विशेष रूप से, उन्होंने वर्णन किया कि किस तरह भारत ने अपने G20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू ने प्रधानमंत्री मोदी को 'ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिसे मोदी ने सभी भारतीयों की ओर से स्वीकार किया। यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की यात्रा का हिस्सा है, जो अफ्रीका के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को दर्शाती है और लोकतंत्र, विकास, और साझा समृद्धि की साझा दृष्टि को प्रकट करती है।
20 जवाब
ये सब दिखावा है, मोदी की बातें बस एक शो है। भारत की सच्ची समस्या इन्हीं चमक-धमक में नहीं, बल्कि जमीन पर है।
मुझे समझ आता है कि आप निराश हैं 😔 लेकिन इस यात्रा से कई लोगों को प्रेरणा मिली है 😊
असल में भारत की GDP दो गुना नहीं हुई, लेकिन 2 ट्रिलियन का इज़ाफ़ा सटीक नहीं है।
भारत का विकास एक जटिल कहानी है
पहले तो हमने बुनियादी ढाँचे पर बड़ा भरोसा किया है
फिर शिक्षा में सुधार के लिए कई पहलें शुरू हुईं
स्वास्थ्य क्षेत्र को भी प्राइवेट निवेश ने नई दिशा दी है
स्टार्टअप्स की संख्या तेज़ी से बढ़ी है और नई नौकरियों का स्रोत बना है
इन्हीं कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत का नाम रोशन किया है
गैर-तकनीकी क्षेत्रों में भी नवाचार की लहर देखी जा रही है
कृषि सेक्टर में तकनीकी अपनाने से उत्पादन में सुधार आया है
डिजिटल भुगतान ने आर्थिक लेनदेन को सरल बनाया है
विदेशी निवेशकों का भरोसा भारत की स्थिर नीति से बढ़ा है
पर्यटन को भी नई सुविधाओं से लाभ मिला है
भू-राजनीतिक स्थिति ने हमारे व्यापार को बढ़ावा दिया है
सामाजिक पहल के माध्यम से गरीबी में कमी आई है
इस सबके बीच हमें पर्यावरणीय चुनौतियों से भी सामना करना पड़ता है
कुल मिलाकर भारत का विकास विविध पहलुओं से जुड़ी एक समग्र प्रक्रिया है
वास्तव में, विश्व मंच पर भारत का स्थान सिर्फ राजनैतिक दिखावा नहीं, बल्कि वास्तविक आर्थिक शक्ति है।
बहुत बढ़िया, मोदी की यात्रा! :)
अगर हम भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को देखें तो निवेशकों का विश्वास दर्शाता है कि नवाचार फलीभूत हो रहा है।
सच पूछो तो, नाइजीरिया में भारतीय कंपनियां कितनी प्रभावी हैं? ;)
शायद ये सब चीनी सॉफ्ट पावर का हिस्सा है, देखो।
मैं इस तरह की प्रशंसा से थक गई हूँ।
सच में, दो देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ रहा है, और यह दोनों की पहचान को समृद्ध करता है।
भारत ने पिछले दशक में कई आर्थिक मीट्रिक में सुधार दिखाया है
परन्तु असमानता और बुनियादी सुविधाओं की कमी अभी भी समस्या है
स्टार्टअप एकोसिस्टम का विकास प्रमुख है पर सभी को लाभ नहीं पहुंचा पा रहा है
आधारभूत संरचना में निवेश जारी रखना आवश्यक है
इन पहलों के बिना सतत विकास संभव नहीं है
ध्यान दें, विकास का माप केवल GDP नहीं, बल्कि सामाजिक समानता भी है।
महान व्यक्तियों का गौरवपूर्ण इतिहास सदैव हमें प्रेरित करता है, और इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय दौरे हमारे राष्ट्र की महानता को पुष्ट करते हैं। 😊
आंकड़े दिखाते हैं, लेकिन वास्तविक प्रभाव क्या है?
चलो, हम सब मिलकर इस सकारात्मक ऊर्जा को आगे ले जाएँ! 💪
भारत की संस्कृति ने विश्व को कई मूल्य सिखाए हैं, और अब अफ्रीका में भी उनका प्रभाव बढ़ रहा है।
बहु्त बढ़िया, पर कुछ ज्यादा ही शोभा बढ़ा दी।
भविष्य में अगर हम शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश जारी रखें तो विकास और स्थायी रहेगा।
वास्तविकता यही है: भारत का उदय अवश्य है।