शिक्षा क्षेत्र 2025: बोर्ड रिजल्ट्स, एआई कोर्स, रिकॉर्ड प्लेसमेंट और बजट की बड़ी घोषणाएं

अप्रैल 23, 2025 0 टिप्पणि मानवी चौधरी

2025 में शिक्षा की नई तस्वीर: एआई, नैतिकता और शानदार प्लेसमेंट

अगर आप सोच रहे हैं कि शिक्षा समाचार 2025 में खास क्या रहा तो तैयार हो जाइए हैरान होने के लिए। इस साल दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए पढ़ाई केवल किताबों में नहीं, बल्कि भविष्य की टेक्नोलॉजी यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ हो रही है। अब नर्सरी से लेकर दसवीं क्लास तक के बच्चों को AI और नैतिक शिक्षा पर अलग से कोर्स मिलेंगे। इससे बच्चों को सही-गलत समझने के साथ-साथ उस तकनीक की बेसिक समझ भी मिलेगी, जो आज के हर क्षेत्र में दस्तक दे रही है। पढ़ाई को और इंटरेक्टिव बनाने के लिए क्विज़, प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट्स और नए-नए टूल्स इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

अब बात करें कॉलेज प्लेसमेंट की तो XLRI जमशेदपुर ने अपने PGDM और PGDM-HRM बैच के लिए जो रिकॉर्ड तोड़ा है, वो किसी से छिपा नहीं। यहां से 2023-25 बैच का मीडियन पैकेज 29 लाख रुपये सालाना रहा। एक छात्र को मिला विदेशी ऑफर सुनकर कई लोगों की आंखें बड़ी हो गईं – करीब 1.10 करोड़ का पैकेज। देश में भी 75 लाख तक के पैकेज ऑफर किए गए। कंपनियों की चॉइस थी – टेक्नोलॉजी, कंसल्टिंग से लेकर फाइनेंस तक के सेक्टर। ये दिखाता है कि भारतीय संस्थान ग्लोबल कंपनियों की नजर में भी आकर्षक हो रहे हैं।

बोर्ड रिजल्ट्स, शिक्षा नीति और विदेशी स्टडी का नया रास्ता

मध्यप्रदेश बोर्ड ने 5वीं और 8वीं क्लास के रिजल्ट अपने ऑफिशल पोर्टल पर जारी किए। बस छात्र को रोल कोड और नंबर डालना था और रिजल्ट मोबाइल पर हाज़िर। बिहार बोर्ड के 10वीं के रिजल्ट्स भी इसी तरह ऑनलाइन निकले और 123 छात्रों ने टॉप किया। इन स्टूडेंट्स के लिए matricresult2025.com और matricbiharboard.com रिजल्ट देखने का आसान जरिया रहे।

नीति के लिहाज से भी ये साल खास रहा है। 19-20 जून को होने वाला Economic Times Education Summit 2025 पूरी तरह AI पर केंद्रित है। इसमें चर्चा होगी कि कैसे AI भारत के शिक्षा सेक्टर को बदल सकता है। ध्यान रहेगा NEP 2020 के लक्ष्यों पर, जिसमें स्किलिंग, समावेशी शिक्षा और डिजिटल लर्निंग अहम हैं। एक्सपर्ट्स बताएंगे कि स्कूल-कॉलेज में AI आधारित स्किल्स छात्रों की रोज़मर्रा की सीखने की आदतों से लेकर उनके रोजगार तक, सब पर असर डाल सकती हैं।

बजट 2025-26 में शिक्षा को डिजिटल बनाने के उपायों पर फोकस रहेगा। पिछली बार 1.48 लाख करोड़ का बजट मिला था। अब उम्मीद है कि डिजिटल स्टडी, नई स्किलिंग स्कीम और टीचर ट्रेनिंग में बड़ी बढ़ोतरी होगी। इससे देश के दूरदराज़ हिस्सों तक टेक्नोलॉजी आधारित पढ़ाई पहुंच सकेगी।

अगर आप विदेश पढ़ाई की सोच रहे हैं तो ऑस्ट्रेलिया, यूके जैसे देशों के लिए गुरुवार गाइड रिलीज़ हुई हैं। इनमें बताया गया है – वीज़ा कैसे मिलेगा, फीस कितनी है, और पढ़ाई के बाद जॉब की क्या संभावनाएं हैं। अब छात्र बेहतर रिसर्च और तैयारी के साथ अप्लाई कर सकते हैं।

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