अगर आपने कभी शेयर मार्केट या फंड्स के बारे में सुना है तो एमस PCS i नाम ज़रूर सुनाया होगा। यह एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी है जो दुनिया भर की स्टॉक्स को समूह‑बद्ध करके सूचकांक बनाती है। इन सूचकांकों का इस्तेमाल निवेशक अपने पोर्टफ़ोलियो की तुलना करने या नई फंड्स बनाने में करते हैं। संक्षेप में, एमस PCS i वह मानक है जिससे हम समझते हैं कि बाजार कहाँ तक बढ़ रहा है या गिर रहा है।
पहले कंपनी उन कंपनियों को चुनती है जिनका मार्केट‑कैप, लिक्विडिटी और प्रतिनिधित्व अच्छा हो। फिर इनको अलग‑अलग वर्गों में बाँट कर एक अंक (इंडेक्स) बनाती है—जैसे MSCI World, MSCI Emerging Markets या MSCI India. जब इन कंपनियों के शेयर की कीमत बदलती है तो इंडेक्स का पॉइंट भी बदलता है। इसलिए अगर आपका फंड इस इंडेक्स को ट्रैक करता है, तो आपका निवेश उसी हिसाब से ऊपर‑नीचे जाएगा।
एक और बात ध्यान रखने वाली है—एमस PCS i सिर्फ़ नंबर नहीं देता, वह रेटिंग भी बनाता है जैसे ESG (पर्यावरण, सामाजिक, गवर्नेंस) स्कोर। इससे फंड मैनेजर्स को पता चलता है कि कौन‑सी कंपनी टिकाऊ या जोखिम‑भरी हो सकती है।
पिछले हफ्ते भारत ने MSCI Emerging Markets इंडेक्स में 0.6% का बढ़ावा दिया, जिससे कई विदेशी फंड्स ने भारतीय इक्विटीज़ में अतिरिक्त निवेश करने की घोषणा की। इस बदलाव का कारण था रिचुअल डेटा‑साइंस सेक्टर और डिजिटल पेमेंट कंपनियों की तेज़ी से ग्रोथ। इसी के साथ, MSCI India इंडेक्स ने भी 1% ऊपर गया, जिससे कई म्यूचुअल फंड्स ने अपने पोर्टफ़ोलियो को री‑बैलेंस किया।
एक और खबर है—वित्तीय नियामकों ने कहा कि अब विदेशी निवेशक MSCI फंडों के माध्यम से भारत में सीधे स्टॉक्स नहीं खरीद पाएँगे, बल्कि उन्हें एपीएल (अडवांस्ड पोर्टफ़ोलियो लिस्ट) पर जाना पड़ेगा। यह बदलाव छोटे‑मध्यम कंपनियों को भी अंतरराष्ट्रीय फोकस दिलाएगा, लेकिन साथ ही कुछ जोखिम भी बढ़ेगा।
अगर आप अपना पैसा भारतीय बाजार में लगाना चाहते हैं तो MSCI की रैंकिंग देखना फायदेमंद रहेगा। एक उच्च रेटेड कंपनी अक्सर बेहतर कॉर्पोरेट गवर्नेंस और स्थिर कमाई रखती है, जिससे आपका जोखिम घटता है। वहीं, अगर कोई स्टॉक इंडेक्स से बाहर हो रहा है, तो उसके पीछे का कारण समझकर आप सही समय पर एग्ज़िट कर सकते हैं।
अंत में एक छोटा टिप—MSCI के अपडेट हर महीने आते हैं, इसलिए अपने पोर्टफ़ोलियो को रिव्यू करते समय नवीनतम रिपोर्ट देखना न भूलें। इससे आपको मार्केट ट्रेंड समझने और सही निवेश निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट यूजी 2024 के लिए काउंसलिंग रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो उम्मीदवार नीट परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं, वे एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 20 अगस्त 2024 है। यह काउंसलिंग 15% ऑल इंडिया कोटा (एआईक्यू) एमबीबीएस और बीडीएस सीटों के लिए है।
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