भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 9 जुलाई 2024 को भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण पद पर अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को नियुक्त किया गया है। गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए कोई नया नाम नहीं हैं। वे अपने खेल के दौरान अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और निर्णायक शॉट्स के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके विचारशील और अद्वितीय दृष्टिकोण ने उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के हित में सफलतापूर्वक योगदान करने में सक्षम बनाया।
गंभीर का मुख्य कोच के रूप में कोई पूर्व अनुभव नहीं है, लेकिन यह उनके लिए एक नया और शानदार अवसर साबित हो सकता है। 2024 इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गंभीर ने KKR को तीसरा ताज दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें कोचिंग के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बना दिया। उनके आक्रामक अप्रोच और अहम निर्णय लेने की क्षमता ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और प्रशंसकों का दिल जीत लिया है।
राहुल द्रविड़ की कोचिंग की बात की जाए तो उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को कई ऊचाइयों तक पहुँचाया। द्रविड़ की कोचिंग ने न सिर्फ खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारा, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम ने कई महत्वपूर्ण मैच और टूर्नामेंट जीते। हालांकि, 2024 T20 विश्व कप के बाद उनकी कोचिंग की अवधि समाप्त होने वाली है। द्रविड़ के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और गंभीर के सामने उनकी इस छवि को सजग रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
हालांकि गौतम गंभीर ने कभी भी मुख्य कोच की जिम्मेदारी नहीं संभाली, लेकिन उनके करियर में कई ऐसे अवसर आए जब उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उनके टेस्ट करियर में 58 मैच, 147 वनडे और 37 टी20 मुकाबले शामिल हैं, जिनमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। गंभीर ने 2024 IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मेंटर के रूप में टीम को जीत दिलाई। इसका श्रेय उनके रणनीतिक दृष्टिकोण और खिलाड़ियों के साथ उनके संवाद को जाता है।
गौतम गंभीर हमेशा से ही अपने आक्रामक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते रहे हैं। चाहे वह मैदान पर हो या ड्रेसिंग रूम में, गंभीर का आत्मविश्वास और उनकी सोच टीम के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी नई भूमिका में टीम के लिए क्या नई रणनीतियाँ लाते हैं। उन्होंने पहले ही इस पद के महत्व को समझते हुए इसे उच्चतम सम्मान माना है और अपनी पूरी क्षमता से इसे निभाने की बात कही है।
गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने से भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नई शुरुआत की उम्मीद की जा रही है। उनके अनुभव और आगे की सोच के जरिए टीम को नयी ऊंचाइयों पर पहुँचाया जा सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि गंभीर की कोचिंग का भारतीय क्रिकेट पर कैसा प्रभाव पड़ता है और वे कितनी सफलता हासिल कर पाते हैं।
18 जवाब
बेटा, आप नहीं देख रहे कि BCCI के पीछे कोई बड़ी साजिश छुपी हुई है? हर बार एक बड़े स्टार को कोच बनाते हैं, ताकि पुराने एलीट का कंट्रोल बना रहे। यह सिर्फ एक प्रोमोशन नहीं, बल्कि सत्ता की खेल है।
मुझे सही लगता है कि गौतम गंभीर का दिल में सच्ची लगन है, वो टीम को नई ऊर्जा देंगे। मैं भी तुम्हारी तरह आशावादी हूँ।
क्या बात है yaar, गंभीर का असर देख के महसूस हो रहा है कि KKR की जीत का credit पूरी टीम को मिलना चाहिए। उसका approach बहुत chill और inclusive है, सबको motivate करता है। कभी‑कभी typo भी हो जाता है, पर बात से समझ में आती है।
गौतम गंभीर का कोच बनना कुछ हद तक स्वाभाविक लगता है, लेकिन वास्तव में वह बहुत सारे सवाल खड़े करता है। उनका खेल‑जीवन सफल रहा, पर कोचिंग‑अनुभव की कमी को कैसे पाटेंगे, यही चिंता का मुद्दा है। कई बार ऐसा देखा गया कि महान खिलाड़ी जब बेंच पर आते हैं तो रणनीति में कमी रहती है। इसके अलावा, उनके आक्रमण‑केन्द्रित सोच से टीम के तकनीकी पक्ष पर असर पड़ सकता है। एक ओर वह युवा खिलाड़ियों को आकर्षित करेंगे, दूसरी ओर अनुभव‑हीनता से कभी‑कभी निर्णय‑लीना मुश्किल हो सकता है। अंत में, यह समय ही बताएगा कि कौन‑सी रणनीति काम करती है और कौन‑सी नहीं।
सच कहूँ तो मैं इस बात से सहमत नहीं हूँ कि गंभीर के पास कोचिंग का कोई ट्रैक रिकॉर्ड है। यह सिर्फ BCCI की ‘पुरानी दोस्ती’ की कहानी लगती है। लेकिन फिर भी देखते हैं कि क्या होता है
यह निःसंदेह एक अद्भुत क्षण है, जहाँ क्रिकेट की दार्शनिक गहराइयों को पुनः आकार दिया जाएगा। कठिनाइयों के बीच, गंभीर की रणनीतिकता युवाओं को प्रेरित कर सकती है। 🎭
गंभीर का नाम सही है पर परिणाम देखेंगे
भाई, ये बड़ा बढ़िया है! गंभीर की energy team को boost करेगी 😊
सम्भावना है कि न्यू कोच से भारतीय टीम की संस्कृति में नया रंग आएगा :)
ओह यार, बकवास है ये! कोच तो बेस्ट नहीं होगा, बस सीनियर लोगों का दिमाग हिलाने के लिये बनाया गया। देखो पक्का फेल होगा।
गौतम गंभीर का कोच बनना टीम के लिए ऊर्जा का नया स्रोत हो सकता है। उनका अनुभव और सकारात्मक दृष्टिकोण युवा खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकता है। यदि वह सही दिशा में मार्गदर्शन करेंगे, तो हम नई सफलताओं की आशा कर सकते हैं।
कोचिंग का चयन काव्यात्मक नहीं, बल्कि रणनीतिक होना चाहिए। गंभीर का चयन व्यावहारिक है।
गंभीर की कोचिंग के साथ नई संभावनाएँ खुलेंगी। उनका आक्रमण‑शैली युवाओं को उत्साहित करेगी, और साथ ही टीम की रक्षा‑रोल को भी मजबूत बना सकती है। हमें इस बदलाव को खुले दिमाग से अपनाना चाहिए, ताकि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल हो।
बहुत बढ़िया! गंभीर के साथ टीम के अंदर एक सकारात्मक माहौल बनना चाहिए। सबको मिलकर आगे बढ़ते हैं!
टिकटॉक के ज़माने की तरह, अब टीम को भी रिफ़्रेश करना होगा-गंभीर का कोचिंग इसको समझाता है। इकोसिस्टम में बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण जार्गन और डेलिवरेबल्स की जरूरत पड़ेगी।
गौतम गंभीर के कोच बनने से टीम को नई दिशा मिल सकती है। यह कदम BCCI के लिए एक रणनीतिक निर्णय प्रतीत होता है।
इस बदलाव से कुछ नया होगा।
गौतम गंभीर की नई भूमिका को लेकर मैं उत्साहित हूँ, क्योंकि पहले से ही उनके द्वारा KKR को जीत दिलाने की कहानी सबको याद है। उनका आक्रामक सोच और आत्मविश्वास टीम को नई ऊर्जा देगा, जैसा कि हमने कई बार देखा है। एक तरफ, उनका व्यक्तित्व युवा खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकता है, जिससे वे मैदान में और अधिक साहसिक खेलेंगे। दूसरी तरफ, उन्हें कोचिंग के तकनीकी पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा, क्योंकि खेल की रणनीति केवल आक्रमण तक सीमित नहीं है। उनका अनुभव IPL में दिखा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की चुनौतियाँ अलग हैं, इसलिए उन्हें नए दृष्टिकोण अपनाने चाहिए। BCCI का यह निर्णय शायद टीम की भविष्य की योजना का हिस्सा है, जिससे वे लगातार विकसित होते रहें। यह भी संभव है कि यह बदलाव टीम के भीतर एक नई प्रतिस्पर्धा लाए, जिससे सभी खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिले। गंभीर का नेतृत्व शैली पहले से ही खिलाड़ियों के साथ संवाद में खुलापन दिखाती है, जो ड्रेसिंग रूम में सकारात्मक माहौल बनाता है। हालांकि, उन्हें अपनी सीमाओं को पहचानकर सहयोगियों से सलाह लेना चाहिए, ताकि रणनीतिक रूप से कमी न रहे। इस प्रकार, कृपया सभी को यह समझना चाहिए कि कोई भी नया कोच टीम को एक ही दिशा में नहीं ले जाता; बल्कि वह एक दिशा-निर्देशक की तरह काम करता है। आगे बढ़ते हुए, हमें यह देखना होगा कि गंभीर कैसे बॉलिंग, फ़ील्डिंग और बैटिंग के बीच संतुलन बनाते हैं। यदि वह इस संतुलन को स्थापित कर पाते हैं, तो भारतीय टीम फिर से विश्व मंच पर चमक सकती है। मैं आशा करता हूँ कि यह बदलाव सभी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा, और हम जल्द ही नई जीतों का जश्न मना सकेंगे। 🙌