गणेश चतुर्थी 2025: पूरी गाइड और अपडेट

जब हम गणेश चतुर्थी 2025, हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह में मनाया जाने वाला गणेश का जन्मोत्सव है. इसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, तो इस त्यौहार की महत्ता, रीति‑रिवाज और आधुनिक समय में कैसे मनाया जाता है, यह सब यहाँ मिल जाएगा। इस उत्सव में व्रत, भक्तों द्वारा पकाए जाने वाले शाकाहारी भोजन और विशेष उपवास का बड़ा रोल होता है, और सजावट, घर‑बार में गणेश मूर्ति, रंगोली, मोमबत्ती और फूलों की अलंकृत व्यवस्था हर कोने को मंत्रमुग्ध कर देती है।

गणेश चतुर्थी 2025 सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि लंदन, मोरला, बागपत और बर्लिन जैसे विदेशों में भी बड़ी धूमधाम से मनायी जाती है। विदेशी समारोह स्थानीय भारतीय समुदाय को जोड़ते हैं, जहाँ सांस्कृतिक मंच, संगीत कार्यक्रम और पारंपरिक दान पेटी का आयोजन होता है। साथ ही, इस साल कई मंदिरों ने डिजिटल पूजा की सुविधा दी है, ताकि घर से ही भक्त अपना अर्घ्य भेज सकें। इस प्रकार, डिजिटल पूजा, ऑनलाइन लाइटिंग, अर्पण और पंचामृत वितरण ने पारंपरिक रिवाजों को नया रूप दिया है।

रविवार और सोमवार को विशेष ‘गणेश आयुर्वेद’ मेनू लोकप्रिय है—फ्रैवन, मोदक, बेसन के लड्डू और नारियल चटनी। यह भोजन न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि व्रत में ऊर्जा भी देता है। साथ ही, बच्चों के लिए ‘गणेश चक्रव्यूह’ खेल, ‘पिचकारी’ और ‘लॉटरी ड्रॉ’ आयोजित होते हैं, जो पूरे परिवार को उत्सव में शामिल होने का मौका देते हैं। इस साल के माह के अंत में प्लास्टिक के बजाय इको‑फ्रेंडली सामग्री से बने सजावटी सामान की मांग बढ़ी है, जिससे ‘ग्रीन गणेश’ का संदेश फैल रहा है।

इन सब बातों को देखते हुए, नीचे आप गणेश चतुर्थी 2025 से जुड़ी नवीनतम समाचार, रेसिपी, यात्रा सुझाव और कार्यक्रम कैलेंडर पाएँगे। चाहे आप घर में पूजा कर रहे हों या बाहर के इवेंट में भाग ले रहे हों, हमारी चयनित लेखों में वह सब मिलेगा जो इस पावन अवसर को और भी ख़ास बना देगा। आगे पढ़ें और अपने गणेश चतुर्थी को पूरी तरह जश्न में बदलें।

गणेश चतुर्थी 2025: रिद्धि‑सिद्धि के विवाह की कथा और तुलसी की शाप कहानी
अक्तूबर 11, 2025 Priyadharshini Ananthakumar

गणेश चतुर्थी 2025: रिद्धि‑सिद्धि के विवाह की कथा और तुलसी की शाप कहानी

गणेश चतुर्थी 2025 में रिद्धि‑सिद्धि के विवाह को प्रमुखता से मनाया जाएगा, जबकि तुलसी के शाप से जुड़ी प्रथा भी समझाई जाएगी। इस कथा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व गहराता जा रहा है।

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