आपने सुना होगा कि हाल ही में विदेश मंत्रालय के सीक्रेटरी‑जनरल वांग यी ने भारत का दौर किया। इस टैग पेज पर हम वही बातों को इकट्ठा कर रहे हैं जो आपके लिये सबसे ज़्यादा काम की होंगी – मीटिंग, बयान, साइड इवेंट और लोगों की राय। सीधे‑सरल भाषा में समझाते हुए, आप यहाँ जल्दी से जान सकते हैं कि क्या हुआ, किसने कहा और इसका असर क्या हो सकता है।
दौरे में कई हाई‑लेवल मुलाक़ातें हुईं – प्रधानमंत्री से लेकर व्यापार मंत्रियों तक। प्रमुख बिंदु थे रणनीतिक सहयोग, व्यापारिक समझौते और क्षेत्रीय शांति पर चर्चा। कुछ रिपोर्ट्स ने बताया कि दोनों देशों ने साइबर सुरक्षा में नए प्रोटोकॉल अपनाने का वादा किया है, जबकि अन्य लेखों में चीन‑भारत सीमा मुद्दे की नई दिशा को उजागर किया गया।
हमारे पास इन मुलाक़ातों के विस्तृत सारांश हैं – जैसे कि वांग यी ने कौन से क्षेत्रों में सहयोग की उम्मीद जताई और भारत सरकार ने किस तरह का स्वागत किया। अगर आप चाहते हैं कि किसी विशेष बयान या प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा टेक्स्ट पढ़ें, तो बस इस पेज पर स्क्रॉल करें, लिंक पे क्लिक करके पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी।
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चीनी विदेश मंत्री वांग यी के 18-19 अगस्त 2025 के भारत दौरे में सीमा, आतंकवाद, ब्रह्मपुत्र और ताइवान पर कड़ी और स्पष्ट बातचीत हुई। भारत ने सीमा पर शांति को संबंध सामान्य करने की शर्त बताया, आतंकवाद पर सख्ती की मांग की और ब्रह्मपुत्र पर पारदर्शिता चाही। चीन ने आतंकवाद पर प्राथमिकता से काम करने और कुछ व्यापार बाधाओं पर आश्वासन दिए।
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