दुबई की गरम रात में एशिया कप के सुपरफोर चरण में भारत‑पाकिस्तान के बीच का मुकाबला पूरी तरह से तनावपूर्ण माहौल में शुरू हुआ। जब भी गेंदबाज़ी में झटके आए, पाकिस्तान की कैंचाई और चिल्लाहट सुनाई देती रही। ऐसे माहौल को देखते हुए अभिषेक शर्मा ने बॉल को अपने हाथ में लेकर खुद को एकजुट किया। उन्होंने 74 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनका आक्रमण इतना तेज था कि पाकिस्तानी फील्डर बार‑बार भ्रमित होते दिखे।
शावक के साथ उनका 105‑रन का साझेदारी भारत को एक स्थिर मंच पर पहुंचा गया, जिससे टीम ने क्रमिक रूप से स्कोर बढ़ाते हुए जीत की ओर बढ़ी। शर्मा ने खुद ही कहा कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों की बेवजह की तंग बातें उन्हें "उकसा" गईं, इसलिए उन्होंने बैट से जवाब देना चुना। इस पिच पर उनकी फुर्ती और साहस ने अंत में भारत को छह विकेट से जीत दिला दी।
यह मैच केवल क्रिकेट नहीं, बल्कि दो देशों के बीच की पुरानी प्रतिद्वंद्विता का नया अध्याय बन गया। मैदान में लगातार चुटीले शब्दों की अदला‑बदली, फील्डिंग में कई बार गिरते हुए कैच और कभी‑कभी मिस हुए रन‑आउट ने खेल को और रोमांचक बना दिया। दुबई की उमस भरी हवा ने सभी खिलाड़ियों की थकान को बढ़ा दिया, पर इंडिया की अनुशासनपूर्ण लाइन‑अप ने ठंडे दिमाग से खेला।
पाकिस्तान ने भी कड़ी कोशिशें कीं, उनकी टॉप ओर्डर ने कुछ महत्वपूर्ण शॉट्स मार कर भारत की गेंदबाज़ी को परेशान किया। लेकिन लगातार दबाव बनाने और विकेट लेने की भारतीय रणनीति ने अंततः उन्हें पीछे छोड़ दिया। इस जीत से भारत ने 2025 एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना दूसरा जीत दर्ज किया, जिससे टीम का मनोबल और भी ऊँचा हो गया।
शर्मा की इस जीत के बाद की उत्सवभरी प्रतिक्रिया ने इस टकराव की तीव्रता को और स्पष्ट कर दिया। उन्होंने बॉल को "सबक" कहा, जिससे यह साफ हो गया कि उनका मकसद सिर्फ रनों की संख्या नहीं, बल्कि टीम की गरिमा को बचाना भी था। इस प्रकार भारत ने अपनी ताकत और टीम भावना को दुबई की उस गरम रात में बेहतरीन तरीके से दर्शाया।
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