जब बांग्लादेश राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने अफगानिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को 4 विकेट से हराया, तो शारजाह के शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में 11 नवंबर 2024 की दोपहर का मौसम ज़्यादा गरम नहीं लगा, बल्कि रोमांच से भर गया।
यह मुकाबला तीन‑मैच ODI श्रृंखलाशारजाह, यूएई का आखिरी अध्याय था। दोनों टीमों ने इस श्रृंखला को 2025 के आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफीपाकिस्तान की तैयारी के रूप में चुना था। पहले दो मैच अफगानिस्तान ने जीतकर 2‑1 का फ़ायदा बना लिया था, इसलिए अंतिम मैच बांग्लादेश के लिए परख का मैदान बन गया।
शुरूआत में हश्मतुल्ला शाहिदी, कप्तान of अफगानिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने टॉस जीता और पहले बैटिंग करने का फैसला किया। 50 ओवर में उन्होंने 235 रन बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया। टीम का प्रमुख स्कोरर मोहम्मद नबी था, जिसने 135 रन की ठोस पारी खेली।
बांग्लादेश ने जवाब में एक चमकदार chase किया। मूल कप्तान नज्मुल होसैन शान्तो को ग्रोन इन्जरी के चलते बाहर होना पड़ा, इसलिए महेदी हसन मीराज़, 26 साल के all‑rounder, को अस्थायी कप्तान बनाया गया। मीराज़ ने बीच में दो‑तीन सीमांत शॉट्स मारकर टीम को संतुलन में रखा।
ब्रेक के बाद, नहिद राना ने अपनी अंतरराष्ट्रीय डेब्यू की। शुरुआती ओवरों में उन्होंने 1 विकेट लेकर रफ़्तार पकड़ ली, जिससे विरोधी टीम को जल्दी ही रुकावट मिली। अंत में बांग्लादेश ने 12.4 ओवर में लक्ष्य पार कर 4 विकेट से जीत हासिल की।
कमेंटेटर ने कहा, “मुस्तफिज़ुर रहमान ऐसे पलों में एक भरोसेमंद स्पिनर है, जो दबाव में भी पकड़ बना देता है।” इस बात से साफ़ है कि बांग्लादेश की बॉलिंग लाइन‑अप ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई।
श्रृंखला के मध्य में मुश्फिकुर रहिम की उँगली में फ्रैक्चर हो गया, जिससे वह आगे की दो मैचों से बाहर रह गया। इस चोट ने बांग्लादेश को बड़ी समस्या में डाल दिया, क्योंकि उन्होंने पहले ही अपनी स्कोरिंग क्षमता पर बहुत भरोसा किया था।
अफ़गानिस्तान की ओर से भी कुछ नया था – 18 साल के तेज़ गेंदबाज़ अल्लाह मोहम्मद ग़ज़नफ़र ने सीरीज में 8 विकेट लेकर इंटर्नेशनल सीन में खुद को स्थापित किया।
यह श्रृंखला मूलतः जुलाई 2024 में दो टेस्ट, तीन ODI और तीन T20I के साथ भारत के ग्रेटर नोएडा में खेलने वाली थी। लेकिन मौसमी बरसात की भविष्यवाणी के कारण इसे स्थगित किया गया। फिर यूएई क्रिकेट बोर्ड ने शारजाह को मेज़बान बनाया, जिससे दो दिल्ली‑केंद्रीय बड़े बल्ले‑बाजों को खेलने का मौका मिला।
अफ़गानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस आयोजन को अपने #GloriousNationVictoriousTeam अभियान के तहत प्रमोट किया, जबकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने “जज़्बा, जज़्बा” टैगलाइन के साथ समर्थन दर्शाया।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस श्रृंखला ने दोनों टीमों को उनके ताक‑ताक और कमजोरियों का अच्छा मूल्यांकन करने का अवसर दिया। रेनिस डॉविल, जो कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के एक पूर्व खिलाड़ी हैं, ने कहा, “बांग्लादेश की बॉलिंग अब भी उनकी सबसे बड़ी ताक़त है, जबकि अफगानिस्तान को अपनी मिड‑ऑर्डर स्थायीत्व बढ़ाने की जरूरत है।”
आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में दोनों देशों को अपने-अपने साइड के टॉप‑फॉर्म प्लेयर्स पर भरोसा करना पड़ेगा। बांग्लादेश की अगली टूर अभी तय नहीं हुई है, जबकि अफगानिस्तान की शेड्यूलिंग में अभी भी कुछ अनिश्चितता है।
बांग्लादेश राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 4 विकेट से जीत हासिल की, जबकि अफगानिस्तान ने पहले दो मैच जीत कर श्रृंखला जीत ली थी।
नज्मुल होसैन शान्तो को ग्रोन इन्जरी के कारण बाहर होना पड़ा, इसलिए महेदी हसन मीराज़ ने अस्थायी कप्तानी संभाली।
अफ़गानिस्तान के मोहम्मद नबी ने कुल 135 रन बनाकर सबसे अधिक स्कोर किया, जबकि बांग्लादेश के नज्मुल होसैन शान्तो ने 123 रन जोड़े।
दोनों टीमों ने 2025 के ICC चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी के लिये इस श्रृंखला को एक महत्त्वपूर्ण अभ्यास मंच माना।
बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाज़ नहिद राना ने इस तीसरें ODI में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला।
1 जवाब
भारत की टीम को हमेशा पहले देखना चाहिए, ये जीत दिखाती है कि हम बेहतर हैं