भारत महिला क्रिकेट ने न्यूजीलैंड को 59 रन से हराया, पहली ODI में चमका गेंदबाज़ी व फ़ील्डिंग

सितंबर 27, 2025 0 टिप्पणि Priyadharshini Ananthakumar

मैच का सारांश

24 अक्टूबर को बेसर की घास पर खेला गया पहला ODI, भारत महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। 44.3 ओवर में 227/10 का लक्ष्य बनाया, जो शुरुआती घाव जैसा नहीं लेकिन रख-रखाव के लिए पर्याप्त था। यास्तिका भाटिया ने सुंदर सीमा मारते हुए पूरक रन जोड़े, जबकि शीर्ष क्रम के बाकी खिलाड़ी भी जरूरत के हिसाब से रन बनाते रहे।

भारत महिला क्रिकेट की जीत का सच्चा कारण बाद में दिखा – तेज़ गेंदबाज़ी और तीव्र फ़ील्डिंग। डीप्ती शर्मा ने अपने ऑल‑राउंडर काबिलियत से मैच में प्रमुख भूमिका निभाई, जबकि राधा यादव ने तीन विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड की लकीरें तोड़ दीं। उसकी धीमी गति वाली बॉल, 69 किमी के आसपास, उड़ान में बदलती हुई बटर्स की तरह न्यूज़ीलैंड के बैटरों को उलझा देती थी।

नई ज़ीलैंड के बाद के ओवर में, जब वे लक्ष्य के करीब पहुँचने की कोशिश कर रहे थे, तब राधा यादव ने मोली पेनफ़ोल्ड को एक सुंदर फ़्लाइट बॉल से झुलसाया। बॉल को मध्य‑लेग चैनल में गिराते हुए पेनफ़ोल्ड ने गलत लाइन पर शॉट खेला और अपने ही विकेट पर लटकी। यह मोड़ मैच की दिशा को साफ‑साफ बदल गया।

खेल में प्रमुख क्षण

मैच का अंतिम झटका एक रोमांचक रन‑आउट में आया। न्यूज़ीलैंड की आखिरी बैटर, इडेन कार्सन, ने कवर‑पॉइंट की ओर एक हाई फुल‑टॉस मारकर सिंगल की कोशिश की। मेली केर ने दौड़ने को कहा, पर कार्सन की गति धीमी रही। उसी दौरान दयालन हेमेंटल ने तेज़ फील्डिंग का जलवा दिखाते हुए बॉल को कवर में पकड़कर बॉलर के एंड तक फेंका।

बॉल को राधा यादव ने गले में पकड़ नहीं पाई, लेकिन बॉल फेंकते ही बाउंस होकर सीधे विकेट पर जा पड़ी। टेलीविज़न उल्टर ने रिव्यू दिया और पुष्टि की कि कार्सन जब बॉल स्टम्प्स को छू रही थी, तो वह अपने क्रीज से बाहर थी। इस तरह टीम ने 59 रन की बड़ी जीत अपने हाथों में ले ली।

  • रणनीतिक टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का फैसला
  • यास्तिका भाटिया के साथ मिलकर 227 का लक्ष्य परिपूर्ण
  • राधा यादव की तीन विकेट वाली बेमिसाल स्पिन बॉल
  • दयालन हेमेंटल की तेज़ फील्डिंग ने रन‑आउट को संभव बनाया
  • टीम का संतुलित प्रदर्शन – गेंदबाज़ी, फ़ील्डिंग, और बुनियादी बैटिंग

न्यूज़ीलैंड टीम, जो T20 में हाल ही में चैंपियन रही, ODI फॉर्मेट में अपनी लय खोजने में असमर्थ रही। साझेदारी बनाने में कठिनाई और लगातार दबाव ने उन्हें लक्ष्य तक पहुँचने से रोका। दूसरी ओर, भारत महिला टीम ने दिखा दिया कि कैसे एक मध्यम स्कोर को दृढ़ गेंदबाज़ी और फील्डिंग से सुरक्षित किया जा सकता है। यह जीत उन्हें शेष दो मैचों में भी भरोसा देगी।

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