ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने अपने नाम एक और उपलब्धि जोड़ ली है। उन्होंने न्यूजीलैंड के केन विलियमसन को पीछे छोड़ते हुए टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10वें सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। यह कारनामा उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ आईसीसी टी20 विश्व कप सुपर आठ मैच के दौरान किया। यह मैच किंग्सटाउन में खेला गया था, जहां मैक्सवेल ने 41 गेंदों पर 59 रनों की पारी खेली जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उसकी यह शानदार पारी 143.90 के स्ट्राइक रेट पर आधारित थी।
हालांकि, मैक्सवेल की यह कोशिश ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने में नाकाम रही। ऑस्ट्रेलिया को 149 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे वह हासिल नहीं कर सका। इससे पहले मैक्सवेल ने इस टूर्नामेंट के छह मैचों में 112 रन बनाए थे, उनके 28.00 के औसत और 138.27 के स्ट्राइक रेट के साथ। इसमें एक अर्धशतक भी शामिल था। उनके टी20I करियर की बात करें तो उन्होंने 112 मैचों में कुल 2,580 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 30.00 और स्ट्राइक रेट 154.67 है। उन्होंने पांच शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 145* रहा है।
वहीं, केन विलियमसन की टी20I करियर की बात की जाए तो उन्होंने 2,575 रन बनाए हैं। उनका औसत 33.44 और स्ट्राइक रेट 123.08 है। उन्होंने 18 अर्धशतक लगाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 95 है।
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शीर्ष रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में बाबर आज़म 4,145 रनों के साथ सबसे आगे हैं, उसके बाद विराट कोहली 4,103 रनों के साथ दूसरे स्थान पर और रोहित शर्मा 4,073 रनों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
ग्लेन मैक्सवेल की इस उपलब्धि ने क्रिकेट जगत में एक नई चर्चा छेड़ दी है। टी20 क्रिकेट तेजी से बदलता हुआ खेल है और इसमें हर दिन नई-नई उपलब्धियां अस्तित्व में आती रहती हैं। मैक्सवेल का यह रिकॉर्ड भी ऐसे ही उपलब्धियों में से एक है जो आने वाले समय में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें जगा रहा है।
मैक्सवेल का खेलने का तरीका हमेशा ही चर्चा का विषय रहता है। वह एक ऐसे क्रिकेटर हैं जो किसी भी परिस्थिति में टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने की काबिलियत रखते हैं। उनकी बल्लेबाजी की शैली आक्रामकता से भरी होती है और वह हमेशा ही बड़े शॉट खेलने की कोशिश करते हैं। यह उनकी खासियत भी है जो उन्हें अन्य बल्लेबाजों से अलग बनाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि मैक्सवेल की आक्रामकता और उनकी तेजी से रन बनाने की क्षमता ही उन्हें विशेष बनाती है।
इसके अलावा, मैक्सवेल एक बेहतरीन ऑलराउंडर भी हैं। वह न सिर्फ बल्ले से बल्कि गेंद से भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। टीम को जब भी जरूरत होती है वे गेंदबाजी में भी योगदान देने से पीछे नहीं हटते। उनके इस बहुमुखी खेल की बदौलत ही वह हमेशा ही टीम के महत्वपूर्ण सदस्य बने रहते हैं।
मैक्सवेल की इस शानदार उपलब्धि के बाद अब उनकी नजरें आगामी मैचों पर होंगी। टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम को अगले मैचों में भी कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मैक्सवेल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्हें न सिर्फ बल्ले से बल्कि अपने अनुभव से भी टीम का मार्गदर्शन करना होगा।
टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ भी मैक्सवेल पर काफी भरोसा करते हैं। अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से मैक्सवेल ने यह साबित किया है कि उन्होंने यह मुकाम यूं ही हासिल नहीं किया है। क्रिकेट के मैदान पर उनकी मेहनत और उनकी खेल भावना उन्हें और भी ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
इस उपलब्धि के बाद, मैक्सवेल के फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर उनके फैंस ने उन्हें बधाई दी और उनके शानदार प्रदर्शन की तारीफ की। इस तरह के प्रदर्शन से खिलाड़ी का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह आने वाले मैचों में और भी बेहतर करने की कोशिश करता है।
मैक्सवेल के इस बेहतरीन प्रदर्शन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वह आज के समय के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक हैं। उनकी इस उपलब्धि से ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ ही उनके फैंस भी बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।
ग्लेन मैक्सवेल का यह उपलब्धि उनके करियर में एक और मील का पत्थर है। उन्होंने न सिर्फ अपनी टीम के लिए बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी एक यादगार पल प्रस्तुत किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मैक्सवेल आगे आने वाले मैचों में कैसा प्रदर्शन करते हैं। उनके इस सफर में और भी नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद की जा सकती है।
14 जवाब
मैक्सवेल ने 59 रन बनाकर सभी को चौंका दिया, स्ट्राइक रेट 143.90 था और 6 चौके 3 छक्के लगाए। यह आंकड़े देखने के बाद कहना पड़ेगा कि केन को पीछे धकेलना आसान नहीं था।
भाई लोग, मैक्सवेल का इनिंग देखें तो पता चलेगा कि कैसे हर गेंद पर दबाव बना रखा जाता है। छोटे-छोटे शॉट्स से ही बड़ी रनों की परवाह नहीं, बस सटीकता चाहिए।
वाकई में मैक्सवेल का फ़ॉर्म अद्भुत है।
ये सब बकवास नहीं, मैक्सवेल ने टीम को जीत दिलाने में फेल हुआ, इसलिए इन आंकड़ों का क्या मतलब? बस शोर मचाना है।
मैक्सवेल की इस पारी से फैंस में ख़ुशी की लहर 🌊😊। ऐसे प्रदर्शन से टीम की आत्मविश्वास बढ़ेगा और भविष्य में और जीतें आएँगी।👍
मैक्सवेल ka performance sabhi ko dikhata hai ki wo kitna nirbhor hai to sabji karne mei . Aise hi handle krte raho.
मैक्सवेल की इस पारी को देख कर मैं सोचता हूँ कि आधुनिक टी20 में अक्रमण कितना जरूरी है।
पहला कारण यह है कि 59 रनों में 6 चौके और 3 छक्के होना ही दर्शाता है कि स्ट्राइक रेट कितना हाई हो सकता है।
दूसरा बात यह है कि 41 गेंदों में इतना रन बनाना असामान्य नहीं, लेकिन निरंतरता में फर्क आता है।
वह हमेशा स्वरोत्तेजना के साथ शॉट चुनता है जिससे फील्डर भी नहीं पकड़ पाते।
तीसरा, उसके कोचों का कहना है कि वह प्रैक्टिस में बहुत अनुशासित रहता है।
चौथा, उसकी आक्रामकता कभी कभी टीम के बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरित करती है।
पाँचवा, उसकी ऑलराउंडर क्षमता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह गेंदबाज़ी में भी असर दिखाता है।
छठा, उसके फॉर्म में छोटे-छोटे बदलाव अक्सर बड़े परिणाम लाते हैं।
सातवां, उसकी मानसिक दृढ़ता यह दर्शाती है कि वह दबाव में भी शांत रहता है।
आठवां, यह ज्ञात है कि वो हमेशा अपने फिटनेस को टॉप पर रखता है जिससे उसकी फुर्ती बनी रहती है।
नौवां, वह मैदान में अपने साथी खिलाड़ियों के साथ अच्छी संवाद स्थापित करता है।
दसवां, उसके पास कई विभिन्न प्रकार के शॉट्स का रेंज है, जिससे टीम की स्कोरिंग वैरायटी बढ़ती है।
ग्यारहवां, उसके फैंस लगातार उसकी सराहना करते हैं और यह उसके प्रदर्शन को और मजबूती देता है।
बारहवां, अगर वह लगातार ऐसी पारी खेलता रहे तो ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावनाएं बहुत बढ़ जाएगी।
तेरहवां, अंत में, हमें यह याद रखना चाहिए कि क्रिकेट एक टीम खेल है और मैक्सवेल का योगदान सिर्फ एक हिस्से के समान है।
बिल्कुल सही कहा तुमने, पर मैं जोड़ूँगा कि मैक्सवेल की फॉर्म पर लगातार काम करना ही उसकी सफलता की कुंजी है।
हाहा 😆 मैक्सवेल की ये पारी देखते ही बनती है, चलो मिलके जश्न मनाते हैं! 🎉
मैक्सवेल को अभी भी अपनी तकनीक में थोड़ी नाज़ाकी लानी चाहिए, जैसे कि शॉर्ट पिच पर डिफेंस की भूमिका को मजबूत करना। इससे अगली बार जब लक्ष्य बड़ा हो तो वह बेहतर हैण्डल कर पाएगा।
इसे देखते हुए लगता है कि अब मैक्सवेल को अपनी सीमाओं का पता चल गया है; अब उसे सिर्फ आंकड़े नहीं, जीत की भी सोचनी चाहिए।
क्या तुमने सोचा है कि यह सारी पारी किसी बड़े साजिश का हिस्सा हो सकती है? शायद टीम मैनेजमेंट ने कुछ गुप्त जानकारी लेकर मैक्सवेल को इस तरह पिचाया।
मैक्सवेल ने दिल जीत लिया।
देखा मैक्सवेल की पारी वाकई में धामाकेदार थी, लेकिन आगे भी ऐसे ही मूव्स चाहिए ताकि टीम की जीत की लकीर कायम रहे। थैंक्स भाई सबको।