कन्नड़ अभिनेता दर्शन की वायरल जेल फोटो और वीडियो कॉल से वीआईपी ट्रीटमेंट पर विवाद

कन्नड़ अभिनेता दर्शन विवाद में घिरे

कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा इन दिनों एक बड़े विवाद में फंसे हुए हैं। बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा केंद्रीय जेल में बंद दर्शन की एक चित्र और एक वीडियो क्लिप वायरल हो गई है, जिसने जेल में वीआईपी सुविधाओं के आरोपों को उजागर कर दिया है। यह विवाद उस वक्त गरमा गया जब सोशल मीडिया पर दर्शन की एक फोटो और वीडियो क्लिप तेजी से फैलने लगी। तस्वीर में दर्शन आराम से बैठे हुए नज़र आ रहे हैं, सिगरेट पीते हुए और एक पेय पदार्थ हाथ में लिये, जो जेल के भीतर एक पार्क क्षेत्र में ली गई है।

वीडियो कॉल से बढ़ी मुसीबतें

इस स्थिति को और भी कठिन बना दिया वीडियो क्लिप ने, जिसमें दर्शन को जेल से वीडियो कॉल पर दिखाया गया है। इस वीडियो कॉल में दर्शन और एक अन्य कैदी, धर्मा, किसी सत्य नामक व्यक्ति से बात कर रहे थे, जो एक समाज विरोधी तत्व और एक रोड़ी-शीटर का बेटा बताया जा रहा है। इससे जुड़ी खबर के चलते राज्य गृह मंत्री जी परामेश्वर ने तेजी से कार्रवाई करते हुए जेल के सात अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

अन्य गंभीर आरोप

दर्शन इन दिनों 17 अन्य लोगों के साथ हत्या के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में अभिनेत्री पवित्रा गौड़ा भी शामिल हैं। यह मामला रेनुकस्वामी नामक 33 वर्षीय दर्शन के प्रशंसक की हत्या से जुड़ा हुआ है। बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने इस हत्या को 'निर्मम और बर्बर' कहा है। इस मामले में हत्या, अपहरण, सबूत नष्ट करने और साज़िश जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

कानूनी पक्ष

कानूनी पक्ष

दर्शन के वकील श्री रंगनाथ रेड्डी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि ये आरोप केवल परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर आधारित हैं। उन्होंने दावा किया कि दर्शन के खिलाफ लगाए गए आरोप साबित नहीं होते हैं और वे पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।

सिस्टम में विशेषाधिकार का मुद्दा

इस घटना ने जेल प्रणाली में उच्च-प्रोफ़ाइल कैदियों को दिए जाने वाले संभावित विशेषाधिकारों पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट के आरोप पहली बार नहीं लग रहे हैं, लेकिन इस बार का विवाद इसमें शामिल देखी गई तस्वीर और वीडियो क्लिप के कारण और भी गंभीर होता दिखाई दे रहा है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में भी तूफान खड़ा कर दिया है। भाजपा नेताओं ने इस मामले को लेकर कड़ी आलोचना की है और इसे न्याय एवं विधि-व्यवस्था के प्रति गंभीर चुनौती बताया है। वहीं, राज्य प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। जेल के महानिदेशक (डीजीपी) ने आरोपों की जांच करने के लिए एक स्वतंत्र समिति का गठन किया है ताकि सच को सामने लाया जा सके।

इस तरह, कन्नड़ अभिनेता दर्शन के जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट के विवाद ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या वास्तव में जेल में वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं, या ये केवल मीडिया द्वारा हवा दी जा रही बातें हैं? यह जांच में स्पष्ट हो सकेगा। लेकिन तब तक, यह मामला चर्चा में बना रहेगा और इससे संबंधित सभी पहलुओं पर गहन विमर्श जारी रहेगा।

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