फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, जापान और सिंगापुर ने 2024 पासपोर्ट इंडेक्स में शीर्ष स्थान साझा किया

अक्तूबर 10, 2025 3 टिप्पणि Priyadharshini Ananthakumar

क्या यह ग्रुप चलन बदल देगा?

कई विश्लेषकों ने कहा है कि टॉप‑6 देशों की इस समान स्थिति से विश्व यात्रा के बाजार में नए प्रतिस्पर्धी समूह उभरेंगे। विशेषकर दक्षिण‑पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के उभरते आर्थिक केंद्र अपनी कूटनीति को पुनःपरिचालित करके समान स्तर की यात्रा स्वतंत्रता हासिल करने की कोशिश करेंगे। अगर वे सफल होते हैं, तो 2025 के पासपोर्ट इंडेक्स में नया शीर्ष समूह उभर सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Henley Passport Index क्या है और इसका महत्व क्या है?

Henley Passport Index एक वार्षिक रैंकिंग है जो प्रत्येक देश के पासपोर्ट की यात्रा स्वतंत्रता को मापती है। यह IATA के Timatic डेटाबेस पर आधारित है और देशों के कूटनीतिक संबंध तथा वीज़ा नीतियों को दर्शाती है, जिससे व्यवसाय, पर्यटन और व्यक्तिगत यात्रा पर सीधा असर पड़ता है।

कौन से देश 2024 में शीर्ष स्थान पर हैं?

फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, जापान और सिंगापुर ने 194 देशों में वीज़ा‑फ़्री या वीज़ा‑ऑन‑अराइवल पहुँच के साथ टॉप‑6 स्थान साझा किया। ये सभी राष्ट्र स्थिर कूटनीतिक संबंध और पारस्परिक वीज़ा‑छूट समझौतों के कारण इस रैंकिंग में रहे हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका क्यों गिरा और इसका क्या असर होगा?

अमेरिका ने 2014 में शीर्ष पर होने के बाद लगातार रैंक खोई, मुख्यतः कूटनीति में बदलाव और कई देशों द्वारा पारस्परिक वीज़ा‑छूट न देने के कारण। इससे अमेरिकी व्यवसायियों और यात्रियों को अधिक वीज़ा प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा, जबकि प्रतिस्पर्धी देशों को अधिक आकर्षण मिलेगा।

नए ETA/ETIAS सिस्टम पासपोर्ट धारकों को कैसे प्रभावित करेंगे?

ETIAS और अन्य ETA सिस्टम वास्तविक‑समय में यात्रा अनुमति देते हैं, पर इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रीकरण अनिवार्य होगा। इसका मतलब है कि अब वीज़ा‑फ़्री देशों के नागरिकों को भी यात्रा से पहले डिजिटल फॉर्म भरना पड़ेगा, जिससे यात्रा की प्रक्रिया थोड़ा जटिल हो सकती है, लेकिन सुरक्षा बढ़ेगी।

भविष्य में कौन से देश शीर्ष क्रम में बदलाव ला सकते हैं?

दक्षिण‑पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के उभरते अर्थव्यवस्थाएं, जैसे भारत, ब्राज़ील और नाइजीरिया, यदि द्विपक्षीय वीज़ा‑छूट समझौते तेज़ी से करेंगे तो अगले कुछ वर्षों में वे शीर्ष‑छह समूह में जगह बना सकते हैं।

3 जवाब

jinsa jose
jinsa jose अक्तूबर 10, 2025 AT 03:36

वैश्विक यात्रा स्वतंत्रता के इस मापदंड को देखते हुए, हम नैतिक रूप से यह प्रश्न उठाते हैं कि केवल आर्थिक शक्ति वाले देशों को ही इस स्तर पर पहुँचना चाहिए या नहीं। फ्रांस, जर्मनी और जापान जैसे देशों की कूटनीति को प्रशंसा के योग्य माना जाता है, परन्तु इस प्रशंसा में अक्सर उन देशों की उपेक्षा होती है जो अभी विकास के प्रारम्भिक चरण में हैं। हमें याद रखना चाहिए कि वीज़ा‑फ़्री सुविधा केवल एक विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व है। यदि यह विशेषाधिकार कुछ ही देशों में सीमित रह गया, तो वैश्विक संतुलन बिगड़ सकता है। अतः इस रैंकिंग को एक प्रेरणा के रूप में देखें, न कि अंतिम सत्य।

Suresh Chandra
Suresh Chandra अक्तूबर 10, 2025 AT 07:13

वाह! यह देखकर बहुत ख़ुशी हुई 😊 हमारे भारत के यात्रियों को भी ऐसे टॉप‑6 देशों के साथ को‑ऑपरेशन बढ़ाने का मौका मिलना चाहिए। अगर हम जल्दी‑जल्दी द्विपक्षीय समझौते करेंगे, तो एशिया‑पैसिफ़िक के कई भागों में वीज़ा‑फ्री यात्रा संभव हो सकती है। बेसिक्लि, हमें इस दिशा में सरकार को प्रोत्साहित करना चाहिए। ✈️🌏

Digital Raju Yadav
Digital Raju Yadav अक्तूबर 10, 2025 AT 10:50

सच्ची बात है, ये रैंकिंग हमारे सफर को आसान बनाती है।

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