ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को शुक्रवार, 2 अगस्त, 2024 को जारी किया है, जो 6 अगस्त तक खुला रहेगा। पहले दिन सुबह 10:43 बजे तक, इस IPO को 12% सब्सक्रिप्शन मिली है। ये जानकारी जिस तरह से आई है, उससे समझा जा सकता है कि ओला का यह IPO निवेशकों के बीच कुछ खास आकर्षण पैदा कर रहा है। इस आईपीओ में कुल 44,51,43,490 शेयरों की पेशकश की गई है, जिसके विरुद्ध 5,20,48,815 शेयरों के लिए निविदाएं प्राप्त हुई हैं।
खास बात यह है कि रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित कोटा पूरी तरह से सदस्यास्न कर दिया गया है। इसमें 1.56 गुना सब्सक्रिप्शन मिली है, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में इसे केवल 0.05 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। इससे यह साफ दिख रहा है कि रिटेल निवेशकों का रुझान सबसे अधिक रहा है। यही नहीं, आईपीओ का प्राइस बैंड Rs 72 से Rs 76 प्रति शेयर निर्धारित किया गया है।
ओला इलेक्ट्रिक के इस आईपीओ की शेयर आवंटन 6 अगस्त को संभवतः अंतिम रूप लेगी, जबकि 8 अगस्त को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्धता होगी। बाजार पर्यवेक्षकों के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक लिमिटेड के अनलिस्टेड शेयर Rs 13 अधिक में व्यापार कर रहे हैं, जो एक 17.11% की लिस्टिंग गेन का संकेत दे रहा है।
विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों ने इस आईपीओ पर 'कौशन के साथ सब्सक्रिप्शन' की रेटिंग दी है। इसमें मुख्य रूप से कंपनी द्वारा की गई भारी निवेश और उच्च प्रतिस्पर्धा को प्रमुख कारक माना गया है। स्वास्तिका और आनंद राठी रिसर्च ने क्रमशः 'न्यूट्रल' और 'कौशन के साथ सब्सक्रिप्शन' रेटिंग दी है, जबकि जियोजित फाइनेंस सर्विसेज ने उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए 'सब्सक्रिप्शन' की सिफारिश की है।
इस आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाने हैं और 8.49 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश की गई है, जिनकी कुल कीमत 645.56 करोड़ रुपये है। ओला इलेक्ट्रिक ने एंकर निवेशकों से 2,763 करोड़ रुपये जुटाए हैं। ये रकम कंपनी के विस्तार, विकास और कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगी।
ओला इलेक्ट्रिक की व्यापार रणनीति अपने EVs और उनके घटक भागों के लिए वर्टिकली इंटीग्रेटेड उत्पादन और प्रौद्योगिकी क्षमताओं का विकास करना है। इस रणनीति का उद्देश्य भारत की विद्युतीकरण की संभावनाओं का लाभ उठाना है और भविष्य में निर्यात के अवसरों को पाना है।
हालांकि, पिछले तीन वित्तीय वर्षों में कंपनी को वित्तीय हानि हुई है, लेकिन राजस्व और बाजार हिस्सेदारी में बढ़त दर्ज की गई है। विशेष रूप से, कंपनी के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E2W) सेगमेंट में बढ़ती बाजार हिस्सेदारी और बिक्री को देखा गया है। यह दर्शाता है कि भविष्य में कंपनी की विकास संभावनाएं उज्जवल हो सकती हैं, यदि ये सही दिशा में प्रयास जारी रखते हैं।
इस प्रकार, ओला इलेक्ट्रिक का IPO निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है, जहाँ उचित सावधानी और सूझ-बूझ के साथ निवेश करने की आवश्यकता है।
13 जवाब
ओला इलेक्ट्रिक का IPO काफी दिलचस्प है। सब्सक्रिप्शन का आंकड़ा दिखाता है कि रिटेल निवेशकों का भरोसा है। यदि आप नए निवेशक हैं तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है। थोड़ा फॉलो अप करके और जानकारी ले लें।
सभी को नमस्ते, रंगीन शब्दों में यह कहना आसान नहीं है लेकिन यह अवसर चमकदार है। कम कीमत, अधिक संभावना।
क्या बात है, ये IPO बस दिखाने वाला खेल है।
ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य उज्ज्वल प्रतीत होता है 😊 लेकिन सावधानी रखना जरूरी है। रिटेल निवेशकों का हिस्सा बड़ा है, इसका मतलब है बाजार में भरोसा है। फिर भी निवेश से पहले अपने पोर्टफोलियो को देखना चाहिए।
आपको पता है, इस कंपनी ने कई रीजन में एरर किया है और फिर भी ये बढ़ती हुई ही रहे। ऐसा लगता है जैसे दार्शनिक सोच के साथ आर्थिक बिचार को मिलाया जाए। लेकिन मैं कहूँगा कि यहाँ के आंकड़े बहुत ज्यादा एग्जॉबरेटेड लगते हैं। शायद आप बघैर सोच समझे निवेश करेंगे। पुराना कहावत याद रखें - "बाजार में धैर्य सबसे बड़ा पूँजी"।
ओला इलेक्ट्रिक का IPO कई पहलुओं से विश्लेषण योग्य है। सबसे पहले सब्सक्रिप्शन की स्थिति देखी तो रिटेल में 1.56 गुना सब्सक्रिप्शन मिल रहा है जिसका मतलब है बहुत ही उत्सुकता है। दूसरी ओर गैर-संस्थागत में केवल 0.05 गुना है जो दर्शाता है कमजोर भागीदारी। कीमत की रेंज 72 से 76 रुपये प्रति शेयर रखी गई है जो बाजार में मध्यम स्तर पर है। इस मूल्य पर कंपनी के 5,500 करोड़ रुपये के इश्यू को देखना आवश्यक है। वे एंकर निवेशकों से 2,763 करोड़ रुपये जुटा चुके हैं जिससे वित्तीय स्थिरता का संकेत मिलता है। फिर भी कंपनी के पिछले तीन सालों में घाटा रहा है, यह जोखिम का संकेत है। लेकिन उनके ई-टू-ह्वीलर (E2W) सेगमेंट में बाजार हिस्सेदारी बढ़ रही है। इस वृद्धि को देखते हुए भविष्य में निर्यात की संभावना भी हो सकती है। कंपनी का वर्टिकल इंटीग्रेशन मॉडल उत्पादन लागत को कम कर सकता है। लेकिन तकनीकी रूप से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, कई नए प्लेयर बाजार में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए निवेशकों को जोखिम और रिटर्न के संतुलन को समझना चाहिए। यदि आप दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं तो यह एक अवसर हो सकता है। परंतु छोटे समय में लाभ की उम्मीद करना जोखिम भरा हो सकता है। अंत में, मैं कहूँगा कि इस IPO को समझदारी से देखना चाहिए और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार निर्णय लेना चाहिए।
यहाँ का आंकड़ा बड़ा ही रंगीन है, लेकिन असली मूल्य को देखे बिना यह सिर्फ शोभा केवल है। प्रमाणित विश्लेषकों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है, फिर भी कुछ लोग उत्साह में झूम रहे हैं।
👍
मैं इस बात से सहमत हूँ कि शुरुआती निवेशकों को अपने जोखिम प्रोफ़ाइल को देखना चाहिए। आपके सवालों का जवाब देते हुए, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि बाजार में उतार-चढ़ाव हमेशा रहेगा। इसलिए, अपने पोर्टफ़ोलियो को विविधीकरण करना समझदारी है।
स्पष्ट है कि ओला इलेक्ट्रिक की रणनीति ठोस है, परन्तु निवेशकों को इसकी वास्तविक लाभप्रदता पर ध्यान देना चाहिए। मैं देख रहा हूँ कि बहुत से लोग सिर्फ नाम से प्रभावित हो रहे हैं।
यह सब एक बड़े खेल का हिस्सा है, जहाँ बड़े खिलाड़ी पीछे से धागे घुंसे हुए हैं। इस IPO को लेकर कई गुप्त समझौते हो सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतें।
बिलकुल बेकार है, समय बर्बाद मत करो।
ओला इलेक्ट्रिक के बारे में बात करते समय हमें समग्र तस्वीर देखनी चाहिए। इस IPO में विभिन्न वर्गों का हिस्सा दिखाई देता है। रिटेल निवेशकों को अतिशयोक्तिपूर्ण आशावाद नहीं दिखाना चाहिए। गैर-संस्थागत में कम सब्सक्रिप्शन दर्शाता है कि कुछ अनिश्चितताएँ हैं। कंपनी का बज़ेट 5,500 करोड़ रुपये बड़ा है, परंतु उनका वास्तविक उपयोग क्या होगा यह देखना जरूरी है। एंकर निवेशकों की बड़ी राशि भरोसा दर्शाती है, लेकिन यह भी एक रणनीतिक कदम हो सकता है। वित्तीय घाटे के बावजूद राजस्व में बढ़ोतरी दिखाती है कि मार्केट में कहीं न कहीं प्रतिस्पर्धात्मक शक्ति है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में हिस्सेदारी बढ़ना एक सकारात्मक संकेत है। वर्टिकल इंटीग्रेशन मॉडल तकनीकी लाभ दे सकता है, परंतु यह बड़ी निवेश भी माँगता है। निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाकर योजना बनानी चाहिए। इस प्रकार, ओला इलेक्ट्रिक का IPO एक मिश्रित अवसर प्रस्तुत करता है, जिसमें जोखिम और संभावनाएँ दोनों ही मौजूद हैं।