राहमानुल्लाह गुरबाज़ ने अस्पताल में बीमार मां को छोड़कर KKR की SRH के खिलाफ IPL मैच खेलने का फैसला किया

मई 22, 2024 9 टिप्पणि Priyadharshini Ananthakumar

अफ़ग़ानिस्तान के क्रिकेट स्टार और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ओपनिंग बल्लेबाज राहमानुल्लाह गुरबाज़ ने IPL 2024 सीज़न में एक कठिन परिस्थिति के बावजूद शानदार प्रवेश किया। गुरबाज़ की मां बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती थीं, लेकिन उन्होंने उन्हें छोड़कर सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ KKR की महत्वपूर्ण मैच के लिए टीम से जुड़ने का फैसला किया।

गुरबाज़ ने अपनी टीम और खेल के प्रति भारी समर्पण दिखाया, क्योंकि उन्होंने मैच में अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कौशल से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अफ़ग़ान खिलाड़ी की मां अस्पताल में इलाज करा रही थीं और गुरबाज़ रोजाना उनसे बात कर पा रहे थे। चुनौतियों के बावजूद, गुरबाज़ ने अपने परिवार की जरूरतों पर KKR और IPL के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्राथमिकता दी।

उनके समर्पण ने प्रशंसकों और क्रिकेट प्रेमियों से प्रशंसा अर्जित की, जिन्होंने खेल के लिए उनके बलिदानों की सराहना की। गुरबाज़ ने अपनी बल्लेबाजी में धमाकेदार प्रदर्शन किया और विकेट के पीछे भी शानदार काम किया। उनकी बहादुरी और दृढ़ संकल्प ने KKR की जीत में अहम भूमिका निभाई।

IPL में अपने पहले मैच में ही गुरबाज़ ने 35 गेंदों पर 45 रनों की पारी खेली और 2 कैच भी लपके। उनका यह प्रदर्शन टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ। KKR के कप्तान नितीश राणा ने भी गुरबाज़ के योगदान की प्रशंसा की और कहा कि वह एक प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं जिनका भविष्य उज्ज्वल है।

गुरबाज़ का करियर

राहमानुल्लाह गुरबाज़ अफ़ग़ानिस्तान के उभरते हुए क्रिकेट स्टार हैं। उन्होंने अपने देश के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। गुरबाज़ एक विस्फोटक ओपनर के रूप में जाने जाते हैं जो गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाने में माहिर हैं।

20 वर्षीय गुरबाज़ ने अब तक अफ़ग़ानिस्तान के लिए 12 वनडे और 18 T20I मैच खेले हैं। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में अब तक 3 अर्धशतक लगाए हैं। 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया था।

गुरबाज़ ने अंडर-19 क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया है। 2018 अंडर-19 एशिया कप में उन्होंने नाबाद 107 रनों की पारी खेली थी। इसी टूर्नामेंट में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज का खिताब भी जीता था।

KKR के लिए गुरबाज़

IPL 2024 के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स ने राहमानुल्लाह गुरबाज़ को अपनी टीम में शामिल किया। KKR ने उन्हें बेस प्राइस 50 लाख रुपये में खरीदा। गुरबाज़ ने अपने पहले ही मैच में KKR के लिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

SRH के खिलाफ मैच में KKR ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 187 रन बनाए। गुरबाज़ ने इस पारी में 35 गेंदों पर 45 रन बनाए जिसमें 4 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उन्होंने राहुल त्रिपाठी के साथ पहले विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की।

जवाब में SRH की टीम 19.4 ओवर में 177 रन पर ऑल आउट हो गई। गुरबाज़ ने मैच में विकेटकीपिंग करते हुए 2 कैच लपके। KKR ने यह मैच 10 रनों से जीता और गुरबाज़ को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया।

राहमानुल्लाह गुरबाज़ के लिए अपनी बीमार मां को अस्पताल में छोड़कर IPL खेलने का फैसला आसान नहीं रहा होगा। लेकिन उन्होंने अपने करियर और टीम के प्रति समर्पण दिखाया। गुरबाज़ के प्रदर्शन से KKR को इस सीज़न में बेहतर नतीजों की उम्मीद होगी। वह IPL में अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा प्रतिभाओं में से एक हैं।

निष्कर्ष

राहमानुल्लाह गुरबाज़ का IPL 2024 में धमाकेदार आगाज़ उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाता है। अपनी बीमार मां को अस्पताल में छोड़कर खेलने का उनका फैसला उनके करियर और टीम के प्रति लगन को दिखाता है। गुरबाज़ अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य हैं और उनसे आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

9 जवाब

Sri Prasanna
Sri Prasanna मई 22, 2024 AT 20:57

राहमान की माँ की तबियत गंभीर है फिर भी उसने IPL के लिए मैदान में कदम रखा यह एक मतभेदपूर्ण निर्णय है ऐसा चयन जीवन के नैतिक मूल्यों के खिलाफ है

Sumitra Nair
Sumitra Nair मई 23, 2024 AT 02:30

प्रिय पाठक, इस घटना पर मनन करना आवश्यक है; जीवन के दो महत्वपूर्ण स्तम्भ-कंधर की जिम्मेदारी और व्यक्तिगत लक्ष्यों-के बीच संतुलन की खोज अनिवार्य है। इस प्रकार के साहसिक निर्णय को अभिव्यक्त करना हमें आत्मनिरीक्षण की ओर ले जाता है। 🙏🌟

Ashish Pundir
Ashish Pundir मई 23, 2024 AT 08:04

खेल के लिये माँ को पीछे छोड़ना सही नहीं लग रहा

gaurav rawat
gaurav rawat मई 23, 2024 AT 13:37

भाई सच्ची बात है 🙌 तुम जैसे youngster को तो पूरी टीम का भरोसा है पर थोडा सा ध्यान माँ पर भी देना चाहिए😂

Vakiya dinesh Bharvad
Vakiya dinesh Bharvad मई 23, 2024 AT 19:10

भारत की खेल संस्कृति में बलिदान का सम्मान है :)

Aryan Chouhan
Aryan Chouhan मई 24, 2024 AT 00:44

है ना बडिया यह सिलवट? लेकिन सच्चाई तो ये है कि अगर वो अपनी माँ को छोड़ कर खेलें तो कोई भी फैन थोडा अट्रेड नहीं रहेगा, एमीली के लोग तो कहेंगे बकवास!

Tsering Bhutia
Tsering Bhutia मई 24, 2024 AT 06:17

सबसे पहले तो मैं यह कहूँगा कि राहमानुल्लाह का यह फैसला व्यक्तिगत लक्ष्य और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच का द्वंद्व दर्शाता है।
किसी भी खिलाड़ी के लिए यह आवश्यक है कि वह अपनी फिटनेस और मनोबल को उच्च स्तर पर रखे।
हालाँकि, जब परिवार में गंभीर बीमारी हो तो उस पर ध्यान देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आईपीएल जैसी बड़ी लीग में खिलाड़ी का योगदान टीम की जीत में अहम भूमिका निभाता है।
परिवार के प्रति कर्तव्य बोध को कभी अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
इस स्थिति में सबसे बेहतर उपाय यह हो सकता है कि वह माँ के साथ नियमित रूप से संपर्क रखे।
आज की तकनीक से वीडियो कॉल और संदेशों के माध्यम से भावनात्मक समर्थन दिया जा सकता है।
साथ ही टीम मैनेजमेंट को भी ऐसी परिस्थितियों में खिलाड़ी को लचीलापन देना चाहिए।
कुल मिलाकर, संतुलन बनाना संभव है यदि सभी पक्ष समझदारी से काम करें।
राहमानुल्लाह ने मैच में दिखाए गए प्रदर्शन से यह सिद्ध किया कि वह दबाव में भी स्थिर रह सकता है।
उसकी 45 रन और दो शानदार कैच टीम को जीत दिलाने में निर्णायक रहे।
परन्तु उसकी माँ की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए हमें उसके लिए प्रार्थना और समर्थन जारी रखना चाहिए।
ऐसे समय में प्रशंसकों का सकारात्मक रवैया खिलाड़ी को मनोबल देता है।
आशा है कि वह भविष्य में भी इस तरह के कठिन फैसलों को समझदारी से लेगा।
समाप्ति में, मैं सभी को यह संदेश देना चाहता हूँ कि खेल और मानवता दोनों को एक साथ सम्मान देना संभव है।

Narayan TT
Narayan TT मई 24, 2024 AT 11:50

सच्चाई तो यही है कि आपका भावनावाद केवल दिखावा है

SONALI RAGHBOTRA
SONALI RAGHBOTRA मई 24, 2024 AT 17:24

प्रिय सब, यह याद रखें कि व्यक्तिगत सफलता और परिवारिक दायित्व दोनों का सम्मान होना चाहिए। अगर राहमान ने इस दिखावे के पीछे अपनी माँ को अनदेखा किया है तो हमें उसका समर्थन नहीं करना चाहिए। लेकिन साथ ही हमें यह भी समझना होगा कि युवा खिलाड़ियों पर बहुत दबाव होता है। इसलिए हम उन्हें मार्गदर्शन दे सकते हैं न कि सिर्फ आलोचना। चलिए सभी मिलकर एक स्वस्थ संतुलन की दिशा में काम करें।

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