ऑस्ट्रेलिया ने T20 विश्व कप 2024 की तैयारियों के तहत अपने पहले वॉर्म-अप मैच में नामीबिया को 7 विकेट और 10 ओवर शेष रहते करारी शिकस्त दी। इस जीत की खास बात यह रही कि टीम के कई प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में मुख्य चयनकर्ता और कोचिंग स्टाफ ने मैदान पर उतरकर टीम की कमान संभाली और शानदार प्रदर्शन किया।
टीम के प्रमुख खिलाड़ी जैसे पैट कमिंस, ट्रैविस हेड, मार्कस स्टॉइनिस, मिचेल स्टार्क, ग्लेन मैक्सवेल, और कैमरून ग्रीन इंडियन प्रीमियर लीग के बाद ब्रेक पर थे और इस कारण से देर से टीम के साथ जुड़े। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की टीम में कुछ अस्थायी परिवर्तन किए गए। मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली, फील्डिंग कोच आंद्रे बॉरोवेक, बैटिंग कोच ब्रैड हॉज और हेड कोच एंड्रू मैकडोनाल्ड ने टीम के लिए प्रदर्शन किया।
मैच में जॉर्ज बेली और आंद्रे बॉरोवेक ने बेहतरीन कैच पकड़े और एंड्रू मैकडोनाल्ड ने एक बाउंड्री भी रोकी। टीम के गेंदबाज जॉश हेज़लवुड ने दो लगातार मेडन ओवर फेंके और एडम ज़ाम्पा ने तीन विकेट लेकर नामीबिया को मात्र 119 रनों पर रोक दिया। टिम डेविड ने भी एक विकेट लिया, लेकिन उन्होंने प्रति ओवर 9 से अधिक रन दिए।
ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग में डेविड वार्नर ने 21 गेंदों पर 54 रन बनाए और टिम डेविड ने 16 गेंदों में 23 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला आसानी से जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया का अगला मुकाबला वेस्ट इंडीज से होगा और उम्मीद है कि मार्कस स्टॉइनिस की वापसी टीम को और मजबूती देगी। इस मुकाबले में भी ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी होंगी।
15 जवाब
वाह, जॉर्ज बेली और कोचिंग स्टाफ ने तो ऐसा विडियो दिया मानो वे ऑस्ट्रेलिया के हर खिलाड़ी को जादू से बुला रहे हों; असली क्रिकेट का तो कुछ भी नहीं दिखा। आप सोचते हैं कि यह जीत सिर्फ़ संयोग है, पर असली दर्शन तो यही है – “जहाँ इरादा नहीं, वहाँ जीत नहीं”।
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत को देखते हुए हमें अपनी क्रिकेट विरासत की तुलना में खुद को उन्नत करने की जरूरत है; देशभक्त भावना के बिना हम कभी भी विश्व मंच पर सच्ची महिमा नहीं पा सकते। टीम के अभाव में भी इस प्रकार का प्रदर्शन दिखाना विदेशी शक्ति की कद्र को घटाता है, और यह अस्वीकार्य है।
भाई, इस मैच में बेली और बॉरोवेक ने बहुत ही फुल‑ऑन स्लो बॉल मैनेजमेंट किया, एकदम एलीट लेवल पर। डाफ़ींग के साथ साथ फ़ील्डिंग के चैके भी आयडियाल थे, फुल‑कैच एरिया में पॉप!
वो टॉप स्पिनर्स ने तो मेडन ओवर में ही एक्स्ट्रा रन नहीं दिए, बिलकुल ग्रोथ‑हैक जैसा।
यहाँ कुछ आँकड़ों पर नज़र डालते हैं: जॉश हेज़लवुड ने दो लगातार मेडन ओवर फेंके, जिससे नामीबिया को सिर्फ 119 रन सामने रखना पड़ा। एडम ज़ाम्पा ने तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए, जबकि टिम डेविड ने एक अतिरिक्त विकेट भी हासिल किया। इन प्रदर्शन के आधार पर अगली वेस्ट इंडीज मैच में बॉलर्स को वही इंटेंसिटी बनाए रखना चाहिए। 😊
ट्रैविस और मार्कस नहीं थे तो क्या हुआ कोचिंग स्टाफ ने तुरंत कमाल दिखाया
अगले मैच में टीम को पूरी ताकत से खेलना चाहिए, हर खिलाड़ी को अपना रोल समझना और एकजुट रहना चाहिए। जीत हमारी है अगर हम दिल से कोशिश करें।
बेली की गिरिड़ी पूरी तरह फैंटेसी वाली थी।
यह जीत केवल स्टाफ की कूद नहीं, बल्कि असली प्लेयर को नहीं देख पाना है।
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत पर हमें गौरव महसूस करना चाहिए लेकिन यही नहीं, हमें अपने घरेलू खिलाड़ियों को भी ऐसे ही फॉर्म में लाना होगा 💪🏏। अगर हम अपनी लीग में ऐसी ही सुसंगतता बनाएँ तो विश्व मंच पर हमारी पकड़ मजबूत होगी 🚀।
कोच लोग जो करना था वो कर दिया लेकिन जेह मोर के बाबत कहेंगे नहीं तो हम नहीं कहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया का यह वॉर्म‑अप मैच देखना बहुत ही दिलचस्प रहा
मुख्य चयनकर्ता और कोचिंग स्टाफ ने मैदान में कदम रख कर एक नई ऊर्जा का संचार किया
इनकी टीम में कमी को देखते हुए भी उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया
जॉर्ज बेली ने फ़ील्डिंग में कई बेहतरीन कैच पकड़े जो मैच की दिशा बदल सकते थे
एंड्रे बॉरोवेक की स्लिपिंग फील्डिंग ने विरोधियों को निराश किया
जॉश हेज़लवुड की दो लगातार मेडन ओवर ने नामीबिया को कड़ी चुनौती दी
एडम ज़ाम्पा ने तीन विकेट लेकर गेंदबाज़ी विभाग को बूस्ट किया
टिम डेविड ने एक विकेट लिया लेकिन उसकी महँगी एक्सपेंस भी रही
डेविड वार्नर ने 54 रन बनाकर बैटिंग में स्थिरता दिखायी
टिम डेविड की 23 रन की छोटी पारी ने अतिरिक्त समर्थन दिया
इन सभी प्रभावों के बीच टीम ने 7 विकेट से जीत हासिल की
कोचिंग स्टाफ ने बतलाया कि आगामी वेस्ट इंडीज मैच में भी यही रणनीति लागू होगी
मार्कस स्टॉइनिस की वापसी को लेकर सभी की आशा बड़ी है
वेस्ट इंडीज के खिलाफ इस टीम को अपनी पिच पर भरोसा करना होगा
समग्र रूप से यह जीत टीम के अंदर एक सकारात्मक माहौल बनाती है
मैं मानता हूँ कि इस जीत में कोचिंग स्टाफ ने बहुत ही रंगीन भूमिका निभाई, लेकिन यह भी सच है कि बिना मुख्य खिलाड़ियों के जीतना थोड़ा अनभिज्ञता को दर्शाता है।
कोचिंग स्टाफ की भागीदारी तो सराहनीय है, पर क्या यह स्थायी समाधान है? 🤔
इस जीत से यह स्पष्ट होता है कि टीम में गहरी समझ और सहयोग है, और आगे भी इस प्रकार के सहयोग से वेस्ट इंडीज मैच में सफलता संभव होगी।
देखिए, अगर हम इस रणनीति को हर मैचे में दोहराएँ तो ऑस्ट्रेलिया की जीत की गारंटी होगी 😎।