जब आपके शहर में अचानक बारिश हो जाए या किसी तटीय इलाके में चक्रवात की आशंका हो, तो जिस संस्थान से ये जानकारी आती है, वो है भारतीय मौसम विभाग, भारत सरकार का आधिकारिक मौसम विज्ञान एजेंसी जो देश के मौसम, बारिश और प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी करती है। इसे IMD भी कहा जाता है, और यह देश के हर कोने में लाखों लोगों की जान बचाने का काम करता है।
इसके बिना, गुजरात और महाराष्ट्र के तट पर साइकलोन शक्ति, 100 किमी/घंटा की तेज़ हवाओं वाला एक खतरनाक चक्रवात कितने लोगों को घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर कर देता? या दार्जिलिंग में भूस्खलन, भारी बारिश के बाद पहाड़ों से आए ढेर जिसमें 28 लोग मारे गए—इसकी भविष्यवाणी कौन करता? IMD। यह सिर्फ रिपोर्ट नहीं देता, बल्कि राज्य सरकारों को तुरंत बचाव टीम भेजने का निर्देश देता है। जब आपको अपने फोन पर एक चेतावनी आती है, तो वो आपके लिए नहीं, बल्कि आपके बच्चों, बुजुर्गों और पड़ोसियों के लिए भी एक जीवन बचाने वाला संदेश होता है।
�हीं। यह गर्मी की लहर, सूखा, बर्फ़बारी, तूफान और यहाँ तक कि जमीन के नीचे चल रहे भूकंप के प्रभाव की भी जानकारी देता है। आपने देखा होगा कि बिहार या उत्तर प्रदेश में बाढ़ आने से पहले जो अपडेट आता है, वो IMD की ओर से ही आता है। यही कारण है कि जब कोई आपको बताता है कि ‘कल बारिश होगी’, तो आप उसे उसी तरह मानते हैं जैसे एक डॉक्टर की सलाह। इसके लिए वो सैटेलाइट, रडार और डेटा सेंसर इस्तेमाल करता है जिनकी जानकारी आम आदमी को नहीं मिलती—लेकिन उसकी चेतावनियाँ हर घर तक पहुँच जाती हैं।
इस पेज पर आपको ऐसी ही ताज़ा खबरें मिलेंगी जो IMD के रिपोर्ट्स से निकली हैं। आपको पता चलेगा कि कहाँ और कब बारिश बढ़ने वाली है, किस इलाके में भूस्खलन का खतरा है, और कौन से शहरों को अलर्ट जारी किया गया है। ये सिर्फ खबरें नहीं, बल्कि आपकी रोज़मर्रा की जिंदगी को बचाने वाली जानकारियाँ हैं। जब आप अगली बार बारिश की चेतावनी सुनें, तो याद रखिए—इसके पीछे एक टीम है जो आपके लिए आकाश को पढ़ रही है।
भारतीय मौसम विभाग ने वयनाड, मलप्पुरम, कोझिकोड और कन्नूर में 2 दिसंबर को लाल चेतावनी जारी की है, जिसमें 200 मिमी से अधिक बारिश की भविष्यवाणी है। बाढ़ और भूस्खलन के खतरे के कारण आपातकालीन तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
पढ़ना