क्या आप कभी सोचे हैं कि हमारे पहलवां कैसे दुनिया में नाम कमाते हैं? इस पेज पर हम उन सभी चीज़ों को एक जगह लाए हैं – हालिया मैच अपडेट, ट्रेनिंग रूटीन, और प्रेरणादायक कहानी। पढ़ते ही आपको ऐसा लगेगा जैसे आप जिम में हो या अखाड़े की मिट्टी में पैर रख रहे हों।
पिछले हफ़्ते बांग्लादेश में हुए एशिया कुश्ती चैंपियनशिप में भारत ने 12 स्वर्ण पदक जीते। सबसे बड़ी खुशी मनीष सिंह को मिली, जिन्होंने 57 किलोग्राम वजन वर्ग में गोल्ड जीत कर देश का नाम रोशन किया। वहीं, महिला पहलवानी साक्षी शर्मा ने 62 किग्रा डिवीजन में कांस्य पाकर अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय मेडल हासिल की। इन परिणामों से साफ़ है कि हमारी पीढ़ी नई ऊँचाइयों को छू रही है।
एक और बड़ी बात, अगले महीने भारत में होने वाले राष्ट्रीय अखाड़ा ट्रायल्स के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। यदि आप या आपका कोई जानकार पहलवान हैं तो ऑनलाइन फ़ॉर्म भरना न भूलें – यह मौका दो साल में एक बार मिलता है जहाँ से देश के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की टीम बनती है।
पहलवानी का खेल सिर्फ ताकत नहीं, बल्कि लचीलापन और सहनशक्ति पर भी निर्भर करता है। यहाँ कुछ आसान टिप्स हैं जो प्रोफेशनल कोच भी इस्तेमाल करते हैं:
इन बुनियादी नियमों को अपनाकर आप अपने प्रदर्शन में noticeable सुधार देखेंगे, चाहे आप शुरुआती हों या पहले से प्रोफेशनल स्तर पर खेलते हों।
हमारी साइट हर हफ्ते नई कहानियां जोड़ती है – चाहे वह गांव के छोटे पहलवान की जिद हो या अंतरराष्ट्रीय मंच पर जीतने वाली टीम का जश्न। अगर आपको कोई विशेष पहलवान की कहानी चाहिए, तो खोज बॉक्स में उसका नाम टाइप करें और तुरंत पढ़ें।
आपके सवालों और सुझावों का हमेशा स्वागत है। नीचे कमेंट सेक्शन में लिखिए, हम जल्द ही जवाब देंगे। याद रखें, हर बड़ा खिलाड़ी एक छोटे कदम से शुरू होता है – आपका अगला कदम क्या होगा?
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स के महिला फ्रीस्टाइल 50 किग्रा फाइनल में अद्वितीय वजन सीमा को पार करने पर हुए अयोग्य निर्णायकता के खिलाफ CAS में अपील की है। लेख में उनकी सुनवाई और इसके परिणाम पर लाइव अपडेट्स दिए गए हैं।
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