हरित ऊर्जा का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है और कंपनियों को पूँजी चाहिए। इसलिए कई स्टार्ट‑अप और बड़े प्लेयर अपना शेयर मार्केट में एंट्री कर रहे हैं। इसे ग्रीन एनर्जी IPO कहा जाता है। अगर आप भी इस सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो यहाँ कुछ आसान बातें बताई गई हैं जो आपके फैसले को स्पष्ट बनाएँगी।
IPO यानी Initial Public Offering, जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर सार्वजनिक बेचती है। ग्रीन एनर्जी IPO में सौर पैनल निर्माता, विंड फार्म ऑपरेटर, बैटरी स्टोरेज फर्म या इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग नेटवर्क जैसी कंपनियों के शेयर बाजार में लिस्ट होते हैं। ये कंपनियां अक्सर सरकार की नवीनीकरण लक्ष्य और सब्सिडी से लाभ उठाती हैं, इसलिए उनका ग्रोथ पोटेंशियल हाई रहता है।
सिर्फ़ पर्यावरण प्रेमी ही नहीं, बल्कि निवेशक भी अब इस सेक्टर को ‘भविष्य का बोनस’ मानते हैं। कारण आसान – लगातार बढ़ती मांग, स्थिर रिटर्न और दीर्घकालिक लाभ की संभावनाएं। लेकिन हर IPO में जोखिम होता है, इसलिए बेसिक फॅक्टर्स देखना ज़रूरी है।
1. बिजनेस मॉडल समझें: कंपनी किस ऊर्जा समाधान पर काम कर रही है? सौर, विंड या बैटरी? उसका प्रोडक्ट या सर्विस कितना स्केलेबल है? यदि प्लांट का कॅपेक्स कम और आउटपुट हाई है तो मुनाफ़ा जल्दी दिख सकता है।
2. फ़ाइनेंशियल हेल्थ: पिछले 3‑5 साल के टर्नओवर, प्रॉफिट मार्जिन और डेब्ट लेवल देखें। बहुत ज्यादा कर्ज वाली कंपनी में शेयर की कीमत उतार-चढ़ाव का शिकार हो सकती है।
3. सरकारी नीति: केंद्र व राज्य सरकारों के रिन्यूएबल एनर्जी टार्गेट्स, सब्सिडी स्कीम और टैक्स इंसेंटिव देखिए। ऐसी पॉलिसीज़ वाले सेक्टर में कंपनी को फंडिंग आसान मिलती है।
4. मैनेजमेंट ट्रैक रिकॉर्ड:�> टीम ने पहले भी बड़े प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक डिलीवर किए हैं? अनुभव वाला नेतृत्व अक्सर प्रोजेक्ट डिलिवरी और रिस्क मैनेजमेंट में मदद करता है।
5. मार्केट सेंटिमेंट: निवेशकों की रुझान, एनीलिस्टिक रिपोर्ट और मीडिया कवरेज पढ़ें। अगर कई फाइनैंसियल एनालिस्ट ‘बाय’ रेटिंग दे रहे हैं तो यह एक पॉज़िटिव संकेत है।
इन बिंदुओं को चेक करने के बाद आप अपने पोर्टफोलियो में ग्रीन एनर्जी शेयर जोड़ सकते हैं। याद रखें, सभी निवेशों में जोखिम रहता है, इसलिए सिर्फ़ एक या दो स्टॉक्स पर पूरी राशि न लगाएँ। विविधता बनाये रखनी चाहिए।
IPO की एप्लिकेशन प्रक्रिया भी काफी सरल है। SEBI-ऑनलाइन पोर्टल से फॉर्म भरें, KYC डॉक्यूमेंट अपलोड करें और ब्रोकर के माध्यम से आवेदन जमा करें। अधिकांश कंपनियां रिटेल निवेशकों को प्राथमिकता देती हैं, इसलिए जल्दी एंट्री करना बेहतर रहेगा।
अंत में यह कहूँ तो ग्रीन एनर्जी IPO न सिर्फ़ पर्यावरण बचाने का तरीका है, बल्कि दीर्घकालिक वित्तीय बढ़ोतरी की भी चाबी हो सकता है। सही जानकारी और समझदारी भरे निर्णय के साथ आप इस हरा निवेश यात्रा को सफल बना सकते हैं।
एनटीपीसी के शेयरों ने बढ़ती रुचि प्राप्त की है क्योंकि बर्नस्टीन ने 20% वृद्धि संभावना की ओर संकेत किया है। आगामी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ का 27 नवंबर को पदार्पण होगा। एनटीपीसी ने ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट जैसे हरित ऊर्जा पहल में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वित्तीय रूप में, शेयरों ने पिछले एक वर्ष में 40% से अधिक रिटर्न दिया है।
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