दिग्गज टेक कंपनी Apple ने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अपने अत्याधुनिक AirPods 4 और अपडेटेड AirPods Max को लॉन्च किया है। इस नई पेशकश में कई अद्वितीय और उन्नत फीचर्स शामिल किए गए हैं जो उपयोगकर्ताओं की ऑडियो अनुभव को और बेहतर बनाएंगे। Apple के ये प्रोडक्ट्स तकनीकी दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं और इनकी बढ़ती मांग को देखते हुए इन्हें भारतीय बाजार में उतारा गया है।
Apple के नए AirPods 4 मॉडल्स मुख्यत: दो वेरिएंट्स में उपलब्ध होंगे। बेस मॉडल की कीमत 12,900 रुपये होगी और यह उन उपभोक्ताओं के लिए एक उत्तम विकल्प है जो उच्च गुणवत्ता वाले ऑडियो अनुभव की तलाश में हैं। वहीं, Active Noise Cancellation (ANC) वाले वेरिएंट की कीमत 17,900 रुपये रखी गई है। ANC फीचर के साथ, उपयोगकर्ताओं को बाहरी शोर से मुक्ति मिलेगी और वे बिना किसी बाधा के अपने पसंदीदा संगीत का आनंद ले सकेंगे।
AirPods 4 को विशेष रूप से इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह उपयोगकर्ताओं के कानों में पूरी तरह फिट हो जाए। इनकी गुणवत्ता और डिज़ाइन में कोई समझौता नहीं किया गया है, जिससे यह एक प्रीमियम प्रोडक्ट बनता है। इसके साथ ही, इनमें बैटरी लाइफ भी बेहतर है, जिससे उपयोगकर्ता लंबे समय तक बिना किसी रिचार्ज के इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
AirPods Max को भी नई रंगतों में पेश किया गया है जो उपभोक्ताओं को आकर्षित करेगा। ये पाँच नए रंग हैं – Midnight, Starlight, Blue, Purple, और Orange। इनकी कीमत 59,900 रुपये होगी और यह प्रीमियम हेडफोन्स की श्रेणी में आता है। AirPods Max में उच्च गुणवत्ता का ऑडियो अनुभव मिलता है और इसका डिजाइन भी काफी एर्गोनोमिक है, जिससे यह लंबे समय तक उपयोग करने के बाद भी आरामदायक रहता है।
AirPods Max में भी Active Noise Cancellation का फीचर है, जिससे उपयोगकर्ता बाहरी शोर से बच सकते हैं और अपने संगीत या कॉल्स का पूरी तरह से आनंद ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इसकी ध्वनि गुणवत्ता बहुत ही उत्कृष्ट है, जो इसे एक उच्च गुणवत्ता वाला उत्पाद बनाती है।
Apple ने घोषणा की है कि AirPods 4 और AirPods Max को 10 सितंबर से प्री-ऑर्डर किया जा सकता है और ये उत्पाद 20 सितंबर से सभी प्रमुख स्टोर्स में उपलब्ध होंगे। Apple के इन नए प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग से कंपनी की मार्केट पोजीशन और भी मजबूत होगी और उनके ग्राहकों को एक शानदार ऑडियो अनुभव मिलेगा।
Apple ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है कि उनके AirPods Pro 2 जल्द ही एक नया फीचर प्राप्त करेंगे जो विश्व का पहला पूर्ण सुनवाई स्वास्थ्य अनुभव प्रदान करेगा। इसमें सक्रिय तेज आवाज की कमी, एक वैज्ञानिक रूप से मान्य सुनवाई परीक्षण, और एक क्लिनिकल ग्रेड सुनवाई सहायता सुविधा शामिल होगी। यह फीचर अक्टूबर या नवंबर तक रोल आउट किया जाएगा और यह उन लोगों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है जो सुनने की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
यह फीचर विशेष रूप से उन उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है जिन्हें सुनने की समस्याएं हैं। इस नई तकनीक की मदद से उन्हें बेहतर सुनवाई अनुभव मिलेगा और उनकी जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
Apple के नए AirPods 4 और AirPods Max ने भारतीय बाजार में धूम मचा दी है। बहुप्रतीक्षित इन उत्पादों की कीमत और फीचर्स उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। Apple के ये प्रोडक्ट्स उच्च गुणवत्ता, उन्नत तकनीकी फीचर्स और एक शानदार ऑडियो अनुभव प्रदान करते हैं, जोहर खरीदार के लिए मूल्यवान सिद्ध होंगे।
18 जवाब
Apple ने भारत में AirPods 4 और AirPods Max लॉन्च करके प्रीमियम श्रेणी में अपना दबदबा बढ़ाया है। हालांकि, 12,900 रुपये की बेस कीमत और 17,900 रुपये की ANC वाली संस्करण की कीमत आम भारतीय मध्य वर्ग के लिये प्रीमियम ही लगती है। इस कीमत पर भी Apple के हेडफ़ोन का बैटरी लाइफ अक्सर प्रतियोगी ब्रांडों से बेहतर नहीं रहता। भारतीय बाजार में इम्पोर्ट ड्यूटी और GST का प्रभाव कीमत को और बढ़ाता है, जिससे ये डिवाइस केवल उच्च आय वर्ग तक सीमित रह जाते हैं। एक और मुद्दा यह है कि AirPods का इकोसिस्टम iOS के बाहर सीमित समर्थन देता है, जिससे एन्ड्रॉइड यूज़र्स को असंतोष होता है। इस प्रकार की निर्भरता ब्रांड लॉयल्टी से अधिक प्रतिबंधात्मक प्रतीत होती है। Apple का ANC फीचर तोड़-फोड़ के योग्य है, पर इसका प्रभावध्वनि नियंत्रण कई प्रतिस्पर्धियों की तुलना में मामूली ही रहता है। भारत में कई स्थानीय कंपनियाँ समान कीमत पर बेहतर वॉयरलेस इयरफ़ोन उपलब्ध कराती हैं। बाजार में Beats, Realme, और OnePlus के विकल्प भी उच्च बैटरी और अच्छी साउंड क्वालिटी के साथ आते हैं। इस स्थिति में Apple को केवल डिजाइन और ब्रांड इमेज पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। यदि Apple बेहतर बेज़लिटिंग साउंड प्रोसेसिंग और अधिक सुविधाजनक चार्जिंग समाधान पेश करता है तो कंज़रवेटिव ग्राहक भी आकर्षित हो सकते हैं। साथ ही, AirPods Max के 59,900 रुपये की कीमत को देखते हुए, स्थानीय निर्मित हेडफ़ोन्स के साथ प्रतिस्पर्धा कठिन दिखती है। भारतीय उपभोक्ता अक्सर कीमत/प्रदर्शन अनुपात को प्राथमिकता देते हैं, न कि केवल ब्रांड की चमक को। इसलिए, यह कहना अनुचित है कि ये उत्पाद "प्रीमियम" ही हैं जब तक वे वास्तविक उपयोगकर्ता अनुभव में अंतर न दिखाएँ। Apple को स्थानीयकरण, जैसे कि हिंदी वॉयस असिस्टेंट, और अधिक किफायती विकल्पों की श्रृंखला लॉन्च करनी चाहिए। अन्यथा, अगले कुछ वर्षों में यह उत्पाद लाइन भारतीय बाजार में धीरे-धीरे कम प्रासंगिक हो सकती है।
कौन कहता है कि ज्यादा कीमत बेहतर है यानी कीमत हमेशा गुणवत्ता को नहीं दर्शाती यह सिर्फ ब्रांड की शक्ति है
आदरणीय पाठकों, Apple के नवीनतम AirPods श्रृंखला के तकनीकी विश्लेषण में हमें कई बिंदुओं पर विचार करना आवश्यक प्रतीत होता है 😊। प्रथम, ध्वनि प्रसंस्करण यूनिट की क्वांटम डॉट प्रोसेसर तकनीक ने आवाज़ की स्पष्टता में उल्लेखनीय सुधार किया है। द्वितीय, सक्रिय शोर निराकरण (ANC) की क्षमता अब 30 dB तक पहुँच गई है, जिससे शहरी परिवेश में भी निस्पंदन सुनाई देता है। इसके अतिरिक्त, वैरिएंट‑वाइज बैटरी लाइफ में 4‑घंटे से 6‑घंटे की वृद्धि देखी गई है। अंततः, उपयोगकर्ता अनुभव के दृष्टिकोण से, व्यक्तिगत अनुकूलन विकल्पों में सुधार किया गया है, जिससे प्रत्येक श्रोता अपनी सुनने की प्राथमिकताओं के अनुसार सेटिंग्स संशोधित कर सकता है। इस प्रकार, तकनीकी दृष्टिकोण से यह उत्पाद एक प्रगतिशील कदम है।
AirPods की कीमत भारत में बहुत महँगी है।
भाई लोग, इस नई AirPods को ट्राय करो, बहुत मस्त लगती है 😎। थोड़ा महँगा है पर डिज़ाइन और साउंड क्वालिटी बेहतरीन है, तुमको जरूर पसंद आएगी।
हँसते‑हँसते यह बताना चाहूँगा :) भारत में ऐसे प्रोडक्ट की मांग है, पर कीमत को थोड़ा सोच‑समझ कर बेचना चाहिए।
ऐसन लुज्ड प्रॉडक्ट देख के मैं हैरान हूँ बिंदास, पता नहीं क्यूँ Apple हर बार इतनी महँगी चीज़ निकालता है, मस्त है पर पैसों के लिए क्या चाहिए।
यदि आप AirPods 4 की बैटरी लाइफ के बारे में जानकारी चाहते हैं तो यह लगभग 6 घंटे की निरंतर सुनवाई प्रदान करता है, और केस के साथ कुल 30 घंटे तक उपयोग किया जा सकता है। ANC वर्ज़न में अतिरिक्त प्रोसेसर के कारण साउंड इन्सुलेशन बेहतर है। साथ ही, Bluetooth 5.3 कनेक्टिविटी इस मॉडल में शामिल है, जिससे लेग‑फ्री एन्काउंटर संभव होता है। यह सभी फीचर भारत में उपलब्ध डिवाइसों में काफी प्रतिस्पर्धी हैं।
वास्तव में, इन AirPods को "नवीनतम" कहने का हक सिर्फ वह ले सकते हैं जो शोर के चौराहे पर ध्वनि को परिभाषित करना जानते हैं; सामान्य उपयोगकर्ता को तो बस एक महँगा ब्रांड एक्सेसरी मिल रही है, न कि असली ऑडियो उत्कर्ष।
सभी को नमस्कार, यदि आप बजट को देखते हुए विकल्प ढूँढ रहे हैं तो मार्केट में कई वैकल्पिक उत्पादों की तुलना करना उपयोगी रहेगा। AirPods की कीमत निश्चित रूप से हाई है, पर यदि आप iOS इकोसिस्टम से जुड़े हैं तो यह सिंक्रोनाइज़ेशन के लिहाज़ से फायदेमंद हो सकता है। दूसरी ओर, Android उपयोगकर्ता के लिए समान विशेषताओं वाले बजट‑फ्रेंडली विकल्प उपलब्ध हैं। अंत में, अपने उपयोग के पैटर्न को समझ कर ही खरीद निर्णय लें।
दोस्तों, मैं मानता हूँ कि नया AirPods जल्द ही मेरे प्लेलिस्ट को नई जिंदगी देगा, चलिए देखते हैं टेस्टिंग में क्या सबक मिलता है।
ऑडियो इंजीनियरिंग के दृष्टिकोण से, इन हेडफ़ोन्स का इम्पीडेंस टार्गेट 16Ω है, जिससे हाई इम्पीडेंस एम्प्लिफायर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी :)। इसके साथ ही, एंटी‑डिस्प्लेसमेंट अल्गोरिद्म मौजूदा सिग्नल प्रोसेसिंग को उल्लेखनीय रूप से सुधारता है।
AirPods Max की कीमत 59,900 रुपये है यह मॉडल उच्च गुणवत्ता वाला है
भाई, महँगी चीज़ें खरीदना हमेशा सही नहीं होता, हमें जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए न कि ब्रांड पर।
चलो दोस्तों, नई AirPods को एकबार ट्राय करते हैं 😁, देखेंगे कितना शानदार साउंड देता है!
ओह, कितनी अद्भुत तकनीक! बस 17,900 रुपये में ANC मिल गया, क्या बात है, अब हमें चैनल बदलकर एक और सस्ता विकल्प ढूँढ़ना पड़ेगा, है ना?
क्यों न हम इन AirPods की कीमत को कम करके एक लिफ्ट बत्ती की तरह बनायें, फिर देखेंगे कैसे बाजार का प्रचलन बदलता है।
देश में विदेशी महँगी तकनीक पर निर्भरता से हमारी आत्मनिर्भरता कमजोर होती है; हमें अपनी मूल तकनीकों को विकसित करने पर अधिक फोकस करना चाहिए, न कि ऐसे प्रीमियम आयटम को महंगे दरों पर आयात करने पर।