अगर आप IPL 2025 देख रहे हैं तो टॉप स्कोरर्स की सूची जरूर आपकी नजर में होगी। इस सीजन की ऑरेंज कैप रेस में रफ्तार, एक्साइटमेंट और मुकाबला सब कुछ है। सबसे ज्यादा चर्चा लखनऊ सुपर जायंट्स के निकोलस पूरन की हो रही है, जिन्होंने 8 पारियों में 368 रन ठोक डाले हैं। उनका स्ट्राइक रेट हैरान करने वाला है - 205.58, और 31 छक्के के साथ उन्होंने फैंस का दिल जीत लिया है। पूरन हर मैच में लखनऊ की उम्मीदों का सबसे बड़ा नाम बन चुके हैं। डेथ ओवर्स में उनका तूफानी बैटिंग अंदाज विपक्षी टीमों के लिए खतरे की घंटी है।
उनके बाद दूसरे नंबर पर हैं गुजरात टाइटन्स के ओपनर साईं सुदर्शन। ये खिलाड़ी IPL में लगातार बड़ी पारियां खेलकर सबका ध्यान खींच रहा है। 7 मैच में 365 रन और स्ट्राइक रेट 153.36 - ये साबित करता है कि सुदर्शन ने आक्रामकता और तकनीकी समझदारी का जबरदस्त तालमेल बैठाया है। उनका औसत भी 52.14 है, यानी इंग्लिश में कहें तो स्टेबल रन मशीन।
तीसरे नंबर पर मुंबई इंडियंस के फिनिशर सूर्यकुमार यादव (SKY) अचानक चर्चा में हैं। शुरुआती मैचों में फॉर्म को लेकर सवाल उठे थे, लेकिन अब वह अपनी क्लासिकल स्ट्रोक प्ले और इनोवेटिव शॉट्स से हर मैच में जलवा बिखेर रहे हैं। 8 मैच में 333 रन, स्ट्राइक रेट 162.43 और औसत 55.50 – उन्होंने बल्लेबाजी में नया रंग भर दिया है। मुंबई की बल्लेबाजी एक समय कमजोर दिख रही थी, अब SKY के फॉर्म में लौटने के बाद टीम का मिडिल ऑर्डर दमदार हो गया है।
चौथे नंबर पर लगातार चर्चा में रहने वाले विराट कोहली हैं, जिन्होंने 8 पारियों में 322 रन जुटा लिए हैं। उनका औसत 64.40 और जरूरत के समय बड़ा शॉट खेलने की स्ट्रेटजी RCB की बल्लेबाज़ी को मज़बूत बना रही है। विराट कोहली जब पिच पर होते हैं, तो दर्शकों के बीच अलग ही उत्साह दिखता है, और वह लगभग हर मैच में अपनी टीम को संभालते नजर आते हैं।
यूं कहें तो ऑरेंज कैप की लिस्ट में हर मैच के बाद बदलाव दिख रहा है। जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ेगा, मुकाबला और तेज होगा। इस बार सिर्फ एक या दो नामों की बात नहीं है – टॉप 7 में हर खिलाड़ी कभी भी लीड छीन सकता है। और अभी सीजन खत्म होने में काफी बाकी है, इसलिए ये दौड़ और तेज होगी।
वैसे, Purple Cap यानी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों का जिक्र इस डाटा में नहीं था, लेकिन सोशल मीडिया पर राजस्थान के प्रसिद्ध कृष्णा का नाम तेज़ी से चर्चा में है। अगर आप विकेट टेकर की लिस्ट जानना चाहते हैं, तो थोड़ी इंतजार और करनी होगी।
5 जवाब
इह बिनत कणी सोडन, पूरन तो धाकड़ है यार।
पूरन की फॉर्म सच में लखनऊ के लिए बहुत बड़ी एसेट है। उनका स्ट्राइक रेट 205+ है, मतलब हर गेंद पर ही दबाव बना रहता है। अगर वो अपने फ़्लाइटिंग पिच पर वही रफ़्तार बनाए रखें तो ऑरेंज कैप जीतना झट पाछा नहीं रहेगा। साथ ही उनका फील्डिंग भी काफी सुधर रहा है, जिससे किचन में कॉन्ट्रोल बनता है।
सदियों के क्रिकेट के सिद्धान्त को तोड़ते हुए, आक्रमण की धरोहर को केवल तीखी बॉलों से नहीं, बल्कि वैचारिक श्रेष्ठता से मापना चाहिए।
सही कहा, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज के IPL में स्ट्रैटेजिक प्लेयर्स का महत्व अत्यधिक है। निकोलस पूरन का हिट स्पीड और रोटेशन दोनों ही इंग्लैंड के टॉप टेक्टिकल बॅटर्स को मात देता है।
वहीं, सुदर्शन का स्थिर औसत टीम को निरंतरता देता है, जिससे मध्य ओवरों में ग्रोथ की संभावना बढ़ती है।
सूर्यकुमार यादव की वापसी से मुंबई इंडियंस की मिडल ऑर्डर को संतुलन मिला है, और यह उनकी इंटेलिजेंस को दर्शाता है।
विराट कोहली का अनुभव और हाई वैल्यू के शॉट्स टीम के लीडरशिप को मजबूत बनाते हैं, जिससे रिलेयर बॉल्स पर भी दबाव बना रहता है।
राजस्थान के जोस बटलर और यशस्वी जायसवाल ने पावरप्ले में आक्रामक खेल दिखाया है, जिससे टीम की स्कोरिंग प्लेटफ़ॉर्म बेहतर हुई है।
दिल्ली के मिशेल मार्श की अडैप्टेबिलिटी प्रत्येक हाई-प्रेशर सिचुएशन में टीम को बचाती है।
अगर हम इन सभी खिलाड़ियों की तकनीकी विश्लेषण को जोड़ें तो हम देखेंगे कि ऑरेंज कैप की दौड़ सिर्फ पावरप्ले पर नहीं, बल्कि हर ओवर में रणनीतिक निर्णयों पर निर्भर करती है।
बॉलर्स की भूमिका, जैसे कि कृष्णा का विकेटिंग स्पोर्टस, भी इस समीकरण में महत्वपूर्ण है, क्योंकि विकेटेज़ की फ़्रीक्वेंसी टीम के मोमेंटम को बदल सकती है।
कुल मिलाकर, इस सीज़न में टॉप 7 में हर खिलाड़ी का योगदान टीम की स्थिति बदल सकता है, चाहे वह स्ट्राइक रेट हो या औसत।
ऐसे मामलों में, कॅप्टेन की फ़्लेक्सिबिलिटी और कोच की टैक्टिकल मैनजमेंट को भी सराहा जाना चाहिए।
इन्हीं कारणों से, मैं मानता हूँ कि इस सीज़न में ऑरेंज कैप का नतीजा तय नहीं है और हर मैच पर नई कहानी लिखी जा सकती है।
मैं आशा करता हूँ कि फैंस इस डाटा को समझ कर बेहतर एंगेजमेंट बनाएँगे।
बिलकुल सही कहा, सबके पास अपना-अपना एसेट है और टीम की बॅलेन्सिंग में यही चीज़ मदद करती है। हम सबको मिलके इस सीज़न को और मज़ेदार बनाना चाहिए, नाटक नहीं, सिर्फ क्रिकेट का मज़ा।