महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (MSBSHSE) ने 2024 के एसएससी 10वीं कक्षा के परिणामों की घोषणा कर दी है। इस बार का परिणाम बेहद शानदार रहा, जिसमें 95.81 प्रतिशत छात्र सफलतापूर्वक उत्तीर्ण हुए हैं। परिणाम के अनुसार, लड़कियों ने लड़कों को एक बार फिर पीछे छोड़ दिया है और श्रेष्ठता साबित की है।
इस साल कुल 15.6 लाख छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया था, जिसमें से 14.84 लाख छात्र पास हो गए हैं। मुंबई डिविजन ने सर्वाधिक डिस्टिंक्शन (विशेष योग्यता) हासिल करने वाले छात्रों की संख्या दर्ज की है, जिसमें 97,354 छात्रों ने डिस्टिंक्शन मारी है।
विशेष रूप से, 72 विषयों में से 18 विषय हैं जिनमें 100 प्रतिशत रिजल्ट आए हैं। यहीं नहीं, 9,382 स्कूलों ने 100 प्रतिशत सफलतायुक्त परिणाम हासिल किया है। यह परिणाम दर्शाता है कि महाराष्ट्र में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार हो रहा है और छात्रों की मेहनत रंग ला रही है।
इसके अलावा, इस साल 1,78,865 छात्रों को उनकी समग्र शिक्षा और अतिरिक्त गतिविधियों में योगदान के लिए अतिरिक्त अंक प्रदान किए गए हैं। बोर्ड ने हमेशा ही शिक्षा के साथ ही छात्रों की अन्य गतिविधियों में भी ध्यान केंद्रित किया है, और यह परिणाम उसी दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
छात्र अपने परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट्स mahresult.nic.in और sscresult.mahahsscboard.in के साथ-साथ DigiLocker पर देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त, SMS के माध्यम से भी परिणाम चेक करने की सुविधा प्रदान की गई है। बोर्ड ने छात्रों के लिये परिणाम देखने के लिए विस्तृत मार्गदर्शन भी जारी किया है, जिससे सभी विद्यार्थी अपना परिणाम आसानी से देख सकें।
उदाहरण के लिए, SMS के माध्यम से परिणाम देखने के लिए छात्रों को MSBSHSE का कोड टाइप कर के 57766 पर भेजना होगा। इसके बाद, उन्हें उनके परिणाम का पूरा विवरण प्राप्त होगा।
परिणाम घोषित होने के बाद, अब छात्र अपने अगले शैक्षिक कदम की ओर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। जो छात्र सफल हुए हैं, वे अपनी आगामी कक्षा 11वीं की प्रवेश प्रक्रिया को शुरू कर सकते हैं। वहीं, जो छात्र किसी विषय में असफल हो गए हैं, वे जल्द ही आयोजित होने वाली कंपार्टमेंट परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।
इसके अलावा, एमएसबीएसएचएसई ने छात्रों के सभी प्रश्नों और आपत्तियों के समाधान के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। यह हेल्पलाइन नंबर परीक्षा परिणामों के बाद छात्रों के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करेगा, जिससे समस्या समाधान में आसानी होगी।
इस परिणाम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और समर्पण का कोई विकल्प नहीं है। छात्रों ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे वास्तव में सराहनीय हैं। बोर्ड, अध्यापक और अभिभावक छात्रों को निरंतर प्रोत्साहित करने और मार्गदर्शन देने के लिए अपनी भूमिका को बखूबी निभा रहे हैं।
आगे आने वाले सालों में भी शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे ही शानदार परिणाम देखने का उम्मीद है, जिससे महाराष्ट्र सहित पूरे देश का नाम रोशन हो सके।
20 जवाब
उत्तीर्ण प्रतिशत तो बढ़िया है पर असफलता दर को भी देखना जरूरी है
शाबाश! लड़कियों ने फिर से शीर्षस्थ स्थान हासिल किया 😊
इस तरह की उपलब्धि पूरी राज्य के लिए प्रेरणा है।
परीक्षा में मेहनत और अतिरिक्त अंक दोनों का सही संतुलन दिखा।
आगे भी ऐसे ही जीतते रहें!
परिणाम देख के दिल खुश हो गया :) महाराष्ट्र की शिक्षा प्रणाली को बधाई। ऐसे आँकड़े हमारे भविष्य को उज्ज्वल बनाते हैं।
ज्यादतरीन मे है...पासी नहीं हो रही है...परीखा में बहुतेक बच्चो ने मोस्टि...इनी कोन्ट्रॉल करनै में फेल होगे...सच्चे माहोल में फोकस नहीं रख पाते...हम्म्म...ऐसे ही नहीं चलाई जा सकती।
परिणाम की घोषणा के बाद कई छात्र तुरंत अपने अगले शैक्षणिक कदम की योजना बना रहे हैं।
विशेषकर 10वीं पास होने वाले विद्यार्थियों को 11वीं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
बोर्ड द्वारा प्रदान किए गए हेल्पलाइन नंबर से कोई भी शंका या समस्या का समाधान तुरंत मिल सकता है।
परिणाम चेक करने के लिए SMS सेवा का उपयोग करना काफी सुविधाजनक है, क्योंकि इसे किसी भी मोबाइल से किया जा सकता है।
छात्र को बस “MSBSHSE” कोड टाइप करके 57766 पर भेजना होता है, फिर उन्हें परिणाम का पूरा विवरण मिल जाता है।
ऑनलाइन पोर्टल mahresult.nic.in और sscresult.mahahsscboard.in पर भी विस्तृत रैंक और ग्रेड देख सकते हैं।
DigiLocker में परिणाम अपलोड होने से प्रमाणिकता में और बढ़ोतरी हुई है।
इस वर्ष कुल 15.6 लाख छात्रों में से 14.84 लाख ने पास किया, जो 95.81% पास दर दर्शाता है।
महिला छात्रों ने पुरुषों को फिर से पीछे छोड़ दिया, यह बात विशेष रूप से सराहनीय है।
9,382 स्कूलों ने 100% सफलता हासिल की, जिससे शैक्षिक व्यवस्था की गुणवत्ता पर भरोसा बढ़ता है।
अतिरिक्त गतिविधियों में भाग लेकर 1,78,865 छात्रों को अतिरिक्त अंक भी मिले, जिससे समग्र विकास को प्रोत्साहन मिला।
यह पहल बोर्ड द्वारा छात्रों की विविध क्षमताओं को मान्यता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अब आने वाले वर्षों में भी ऐसी ही सकारात्मक प्रवृत्तियों की उम्मीद की जा सकती है।
अभिभावकों और शिक्षकों को भी इस सफलता में अपना योगदान देना चाहिए, क्योंकि यह संयुक्त प्रयास का परिणाम है।
अंत में, सभी पास हुए छात्रों को भविष्य की पढ़ाई और जीवन में निरंतर सफलता की शुभकामनाएँ।
परिणाम में लिंग अंतर की चर्चा अधिक है; वास्तविकता में शिक्षा समानता का मुद्दा जटिल है।
बधाई हो उन सभी को जिन्होंने परिणाम प्राप्त किया। इस उपलब्धि का श्रेय छात्र की कड़ी मेहनत और शिक्षकों के मार्गदर्शन को जाता है। बोर्ड द्वारा प्रदान किए गए अतिरिक्त अंक ने कई छात्रों को आगे बढ़ने में मदद की। अब आने वाले वर्ष में करियर विकल्पों की दिशा में स्पष्ट योजना बनानी चाहिए। यदि कोई विषय में असफल हो गया तो कंपार्टमेंट परीक्षा एक दूसरा шанс देती है। सबको शुभकामनाएँ, आगे भी इसी उत्साह के साथ पढ़ाई जारी रखें।
चलो मिलकर इस सफलता का जश्न मनाते हैं। आगे भी मेहनत से काम करो और लक्ष्य पर फोकस रखो।
शिक्षा में ऐसे आँकड़े हमारे नीति निर्माताओ को दिशा देते हैं 😊। इसे शेयर करें ताकि अधिक लोग लाभ उठा सके।
परिणाम की जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से प्राप्त करें। इससे वैधता सुनिश्चित होती है।
सही कहा, बोर्ड की सहायता प्रणाली छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है।
वाकई, आगे की योजना बनाते समय कैरियर काउंसलिंग का उपयोग जरूरी है 😊.
परिणाम देख कर तो सबको बधाई मिलनी चाहिए, लेकिन असफलता को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डेटा को जाँचने के बाद ही कोई नीति बनानी चाहिए, नहीं तो भ्रम ही रहेगा।
देश की शैक्षिक शक्ति को मजबूत करने के लिए हमें राष्ट्रीय अभिमान से भरपूर होना चाहिए।
आधुनिक शैक्षणिक ढाँचा में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का रोल बढ़ रहा है, इसलिए स्कूलों को इन्फ्रास्ट्रक्चर अपडेट करने की जरूरत है।
प्रस्तावित सुधारों को लागू करने के लिए बजट आवंटन स्पष्ट होना चाहिए।
टाइपो और शब्द त्रुटियों को सुधारना आवश्यक है, जिससे सामग्री स्पष्ट रहे।
क्या बोर्ड ने भविष्य में ऐसे टाइपो को रोकने के लिए कोई एआई आधारित समाधान विचार किया है?
सच्ची प्रगति तब सम्भव है जब सभी वर्ग मिलकर शिक्षा को प्राथमिकता दें।