जब बात भारतीय सेना, भारत की सशस्त्र शक्ति का प्रमुख अंग, जो सीमा सुरक्षा, आपदा राहत और राष्ट्रीय एकता की रक्षा करता है. Also known as भारतीय सशस्त्र बल, it भारत की सुरक्षा का आधार है, तो हमें उसके आसपास के प्रमुख पहलुओं को भी देखना चाहिए। सबसे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा, देश के संपूर्ण अस्तित्व को बाहरी और आंतरिक खतरों से बचाने की नीति और व्यवस्था का संबंध सीधे भारतीय सेना से जुड़ा है। दूसरा महत्वपूर्ण तत्व सैन्य तकनीक, हथियार, संचार और सूचना प्रणाली जो आधुनिक युद्ध में गति देती है है, जो सेना की प्रभावशीलता को बढ़ाता है। अंत में रक्षा नीति, सरकार द्वारा तैयार की गई रणनीतियों का समूह, जो सेना के कार्यकाल को दिशा देता है को समझना जरूरी है। इन चार घटकों के बीच तालमेल ही भारत को स्थिर रखता है।
अब तक हमने देखा कि भारतीय सेना केवल लड़ाई तक सीमित नहीं है। हालिया बाढ़ राहत में उनका त्वरित कदम, सीमा पर नियमित गश्तें और अंतर्राष्ट्रीय शांति मिशनों में भागीदारी, सभी यह दिखाते हैं कि सेना की भूमिका बहुपक्षीय है। ऐसी विविध जिम्मेदारियों को संभालने के लिए सैन्य तकनीक में निरंतर सुधार आवश्यक है, जैसे ड्रोन, सैटेलाइट इमेजिंग और साइबर सुरक्षा उपकरण। इसी संदर्भ में रक्षा नीति ने न केवल पारंपरिक हथियारों बल्कि डिजिटल युद्धक्षेत्र को भी प्राथमिकता दी है। अर्थात्, भारतीय सेना राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिये नवीन तकनीक अपनाती है, और नीति‑निर्धारण इस प्रक्रिया को दिशा देता है।
अगर आप कभी सोचा है कि सेना का काम सिर्फ युद्ध केवल नहीं, तो इस टैग पेज पर मिलने वाली खबरें इसका प्रमाण होंगी। यहाँ आप पढ़ेंगे कि कैसे नई टैंक मॉडल के परीक्षण से लेकर सेना के प्रशिक्षण शिबिरों तक, हर पहलू जनता की आँखों के सामने लाया जाता है। उदाहरण के तौर पर, हाल में लॉन्च किए गए इंटेलिजेंट मोड्यूल वाले गोलाबारी सिस्टम ने फील्ड टेस्ट में शानदार परिणाम दिखाए—यह सैन्य तकनीक का एक बेहतरीन उदाहरण है। उसी तरह, रक्षा मंत्रालय की नई रक्षा नीति ने सीमाओं पर सतत निगरानी को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने का लक्ष्य रखा है, जिससे त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके। इन सबको समझकर आप न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा की जटिलता को देख पाएँगे, बल्कि यह भी जानेंगे कि सरकार कैसे रणनीतिक निर्णय ले रही है।
हमारी पोस्ट लिस्ट में विभिन्न प्रकार की कवरेज है—सेना के आधिकारिक बयानों से लेकर स्वतंत्र विश्लेषकों के विचार, वास्तविक तस्वीरें और वीडियो तक। जैसे कि असीमित सीमा पर बल निकासी अभियान, नई आयुध निर्माण यूनिट की प्रगति, और सैन्य स्वास्थ्य सेवाओं का नागरिकों को सहायता प्रदान करने में योगदान। इन सभी कहानियों में राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य तकनीक के आपसी संबंध को उजागर किया गया है। आप देखेंगे कि कैसे प्रत्येक नई तकनीक को नीति के साथ समन्वित किया जाता है, जिससे सेना की दक्षता में सुधर हो।
बेशक, भारतीय सेना की खबरों को समझना हर दिन के समाचारों से अलग एक दृष्टिकोण माँगता है। यहाँ हम सरल भाषा में जटिल अवधारणाओं को तोड़कर पेश करेंगे, ताकि आप बिना किसी तकनीकी पृष्ठभूमि के भी पूरे सेंट्रल थ्रेड को पकड़ सकें। यदि आप किसी विशेष ऑपरेशन या नई हथियार प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी चाहते हैं, तो यह पेज आपके लिए एक एकल स्रोत बन सकता है। चाहे आप छात्र हों, घर के पोर्टल पर काम करते हों, या सिर्फ जिज्ञासु पाठक—आपको यहाँ वही मिलेगा, जो आपके सवालों के जवाब देता है।
आगे नीचे दी गई सूची में आप विभिन्न लेख, रिपोर्ट और विश्लेषण पाएँगे—हर एक में भारतीय सेना की भूमिका, नवीनतम तकनीक, और नीति‑परिवर्तन की झलक है। इन संसाधनों को पढ़ने से आपके पास राष्ट्रीय रक्षा पर एक व्यापक और अद्यतित दृष्टिकोण रहेगा। तो चलिए, नीचे के लेखों में डुवें और भारत की सुरक्षा की कहानी को करीब से देखें।
5 अक्टूबर 2025 को दार्जिलिंग‑मिरिक में भारी बारिश से भूस्खलन, 28 मौतें और सैकड़ों फंसे पर्यटक। NDRF‑भारतीय सेना ने बचाव कार्य तेज़ी से शुरू किया।
पढ़नाभारतीय सेना ने 26 जुलाई को अग्निवीर कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन 2025 के परिणाम आधिकारिक पोर्टल पर प्रकाशित किए। 25,000 रिक्तियों को भरने का लक्ष्य रखे इस भर्ती में विभिन्न श्रेणियों के उम्मीदवारों की रोल नंबर‑वाइस सूची उपलब्ध है। चयनित अभ्यर्थी फेज़ II में प्रवेश करेंगे, जिसमें शारीरिक और चिकित्सा परीक्षण शामिल हैं। आधिकारिक साइट के अलावा कहीं भी परिणाम की पुष्टि न करें, फर्जी जानकारी से बचें।
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