पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में हुए चौथे T20I मैच में भारत ने इंग्लैंड को 15 रनों से मात दी। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बनाई। यह मुकाबला निश्चित रूप से उच्च स्तरीय क्रिकेट का शानदार उदाहरण था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 181 रन बनाए, जिसमें हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे की अद्भुत पारियों ने प्रमुख भूमिका निभाई।
हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे, दोनों ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 53-53 रन बनाए। उनकी ने शुरुआती झटकों के बावजूद टीम का पतवार संभालते हुए धुआंधार प्रदर्शन किया। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद ने गेंदबाजी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट अपने नाम किए और भारतीय बल्लेबाजी क्रम को कड़ी चुनौती दी। उनकी लाजवाब लाइन और लेंथ से भारतीय बल्लेबाजों को सांस लेने का मौका नहीं मिला।
इंग्लैंड की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार शुरुआत की, लेकिन अंततः 166 रन ही बना सकी। उनकी पारी की प्रमुखता रही हैरी ब्रूक की 51 रनों की पारी, जिसने एक समय पर भारतीय खेमे में चिंता का माहौल पैदा कर दिया था। हालांकि, भारत के गेंदबाजों ने मैदान पर धैर्य और अनुभव का परिचय देते हुए टीम को जीत दिलाने में मदद की। विशेष रूप से, रवि बिश्नोई ने 28 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और इंग्लिश बैटिंग लाइनअप को समेटने में अहम भूमिका निभाई।
इस सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम ने कई चुनौतियों का सामना किया है। भारतीय ओपनर्स संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा के ऊपर अच्छा प्रदर्शन न करने का दबाव था। संजू सैमसन जहां जोफ्रा आर्चर की गेंदबाजी के सामने अपने कदम नहीं जमा पाए, वहीं अभिषेक शर्मा ने सीरीज की शुरुआत तो शानदार की थी, लेकिन दूसरे और तीसरे मैच में उनका योगदान सीमित रहा। कप्तान सूर्यकुमार यादव का फॉर्म भी टूर्नामेंट में चिंता का विषय बना हुआ है, पिछले छह पारियों में वे केवल 52 रन ही बना पाए हैं। हालांकि, सहायक कोच रयान टेन डोशेट का मानना है कि T20 क्रिकेट का यह हिस्सा है और अनुभवी खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहती है।
इंग्लैंड की 'बज़बॉल' रणनीति इस सीरीज में बहुत स्पष्ट दिखाई दी। उनकी टीम ने आक्रमणकारी बल्लेबाजी का सहारा लेते हुए भारतीय स्पिनर्स को निशाना बनाया। हालांकि, भारतीय टीम के घर में अद्वितीय रिकॉर्ड को देखते हुए ऐसा स्पष्ट था कि इंग्लैंड के लिए यह आसान नहीं होगा। भारतीय टीम ने 2024 T20 वर्ल्ड कप के बाद से अपने पिछले 18 में से 15 घरेलू मैच जीते हैं और यह इस बात का प्रमाण है कि वह घर में लगभग अपराजेय है।
यह सीरीज भारतीय स्पिनरों और इंग्लिश पेसर्स के बीच मुकाबले के रूप में भी देखी जा सकती है, जिसमें दोनों तरफ के बल्लेबाजों का प्रदर्शन अनियमित रहा है। पहले मैच में भारतीय टीम की जोरदार जीत और दूसरे में टिलक वर्मा की शानदार पारी की बदौलत संकीर्ण जीत से यह स्पष्ट हो गया था कि भारत की टीम कितनी मजबूत है। हालांकि, इंग्लैंड ने तीसरे मैच में शानदार वापसी की और वरुण चक्रवर्ती के पांच विकेट के बावजूद जीत हासिल की।
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