अगर आप GPAT देने वाले हैं या अभी‑अभी परिणाम देखे हैं तो संभवतः आपने "स्कोरकार्ड" शब्द सुना होगा। यह वही दस्तावेज़ है जो आपके सभी अंक, रैंक और ग्रेड दिखाता है। इसे समझना आसान नहीं लगता, लेकिन एक बार जब आप जान जाएंगे कि कौन‑सी जानकारी कहाँ मिलती है, तो आगे की तैयारी में बड़ी मदद मिलेगी। चलिए, स्कोरकार्ड के हर हिस्से को सरल भाषा में समझते हैं।
GPAT का स्कोरकार्ड आमतौर पर पाँच भागों में बंटा होता है:
इन सभी सेक्शनों को देखकर आप तुरंत समझ सकते हैं कि किस विषय में मेहनत करनी है। अगर किसी एक सेक्शन में अंक कम आए हैं तो अगली बार उस पर अधिक समय दें।
स्कोरकार्ड से मिली जानकारी का इस्तेमाल करके तैयारी को दोबारा योजना बनाएं:
इन टिप्स को अपनाकर आप न केवल अंक बढ़ा पाएंगे बल्कि रैंक भी ऊपर लाने का шанс मिलेगा। याद रखें, स्कोरकार्ड सिर्फ एक रिपोर्ट नहीं, बल्कि आपकी अगली तैयारी की रोडमैप है।
अंत में यह कहना सही रहेगा कि GPAT स्कोरकार्ड को समझना और उससे सीख लेना आपके सफलता के सबसे बड़े कदमों में से एक है। चाहे आप पहली बार दे रहे हों या दोबारा सुधार चाहते हों, इस गाइड का उपयोग करके अपनी रणनीति बनाएं और परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करें।
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन्स इन मेडिकल साइंसेस (NBEMS) ने 8 जुलाई 2024 को ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (GPAT) 2024 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। उम्मीदवार अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर जाकर देख सकते हैं। GPAT स्कोरकार्ड की वैधता तीन साल होगी। 2024 परीक्षा की अंतिम उत्तर कुंजी भी जारी कर दी गई है और परीक्षा से तीन प्रश्न हटाए गए हैं।
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