अगर आप शेयर मार्केट में नया कदम रख रहे हैं या पहले से ही स्टॉक्स को फॉलो कर रहे हैं, तो IDFC फ़र्स्ट बैंक के शेयर पर एक नज़र डालना जरूरी है। ये बैंक छोटे‑वित्तीय संस्थाओं को बड़े‑स्केल फाइनेंशियल सर्विसेज़ देता है और पिछले कुछ सालों में उसका प्रॉफिटेबल मॉडल कई निवेशकों की नजरों में आया है। आज हम समझेंगे कि इस स्टॉक का प्रदर्शन कैसा रहा, किस कीमत पर खरीदना सही रहेगा और कौन‑से रिस्क को ध्यान में रखना चाहिए।
पिछले एक महीने में IDFC फ़र्स्ट बैंक के शेयर ने 3‑4% की हल्की बढ़त दिखाई है, जबकि बेंचमार्क Nifty Bank में 1.5% गिरावट रही। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक ने लोन डिफॉल्ट रेशियो को घटाया और नए फिक्स्ड‑डिपॉज़िट प्लान लॉन्च किए, जिससे जमा राशि में इजाफा हुआ। दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढ़ा है, यानी ज्यादा लोग इस स्टॉक में रुचि ले रहे हैं। लेकिन ध्यान रखें – शेयर का मूल्य 5% से अधिक की अचानक उछाल या गिरावट कर सकता है, इसलिए छोटे‑समय के ट्रीडर्स को सटीक एंट्री पॉइंट चाहिए।
पहला कदम – फंडामेंटल्स देखें। बैंक की नेट प्रॉफिट 2023‑24 में 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंची थी और रिसोर्सेज़ एसेट क्वालिटी (RAQ) भी सुधरी है। दूसरा, डिविडेंड यील्ड को नजरअंदाज न करें; अभी यह लगभग 0.8% पर ट्रेड हो रहा है, जो रिटर्न की स्थिरता दर्शाता है। तीसरा, माइक्रो‑फ़ाइनेंस पोर्टफोलियो का जोखिम स्तर देखिए – अगर ग्रामीण लोन डिफॉल्ट बढ़े तो शेयर में दबाव आ सकता है।
यदि आप दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं, तो 3‑5 साल के प्लान पर विचार करें और स्टॉप‑लॉस को 7-8% से सेट रखें। छोटे‑समय वाले ट्रेडर्स को तकनीकी चार्ट में सपोर्ट लेवल (₹170) और रेजिस्टेंस लेवल (₹190) का प्रयोग करना फायदेमंद रहेगा। याद रखें, कोई भी स्टॉक 100% सुरक्षित नहीं होता; इसलिए अपना पोर्टफोलियो विविध बनाना सबसे बेहतर रणनीति है।
आखिर में एक छोटा टिप: जब RBI की रेपो रेट बदलती है तो बैंकिंग सेक्टर के शेयर पर असर पड़ता है। अगर रेपो बढ़ेगा, तो लोन मार्जिन घटेगा और स्टॉक थोड़ा नीचे जा सकता है। इसलिए मौद्रिक नीति का अपडेट रोज़ देखना उपयोगी रहेगा।
सारांश में, IDFC फ़र्स्ट बैंक शेयर एक मजबूत बुनियादी ढांचा रखता है, परन्तु लोन डिफॉल्ट और ब्याज दरों के बदलाव से इसकी कीमत उतार‑चढ़ाव कर सकती है। समझदारी से एंट्री ले, रिस्क मैनेज रखें और अपने निवेश लक्ष्य को स्पष्ट रखें – तब आप इस स्टॉक से अच्छा रिटर्न कमा पाएँगे।
IDFC फर्स्ट बैंक के शेयर की कीमत में 5% की गिरावट देखी गई जब बैंक ने दूसरी तिमाही के लिए 73% की शुद्ध लाभ गिरावट की घोषणा की। बैंक का शुद्ध लाभ ₹201 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह ₹645 करोड़ था। इस गिरावट का मुख्य कारण माइक्रोफाइनेंस व्यवसाय में भविष्य के नुकसानों के लिए प्रावधानों में तेज वृद्धि है।
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