जब बरसात या बर्फ पिघलना बहुत तेज़ हो जाता है, तो नदियों‑नालों का पानी सामान्य सीमा से बाहर बहता है। इसी को हम जलभराव कहते हैं. आमतौर पर भारी बारिश, तेज़ हिमपात या नदी‑झरनों में अचानक बढ़ोतरी इसको जन्म देती है.
जलभराव के पीछे मुख्य कारण दो होते हैं – प्राकृतिक और मानव‑निर्मित. प्राकृतिक कारणों में मौसम का बदलना, ग्लेशियर पिघलना और समुद्र की लहरें शामिल हैं. मानव‑निर्मित कारणों में बेज़ा निर्माण, जंगलों का कटना और नदियों के किनारे पर असीमित आवास बनाना प्रमुख है.
2025 की शुरुआती महीनों में उत्तर भारत में कई शहरों को भारी बरसात ने सताया. दिल्ली, राजस्थान और बिहार जैसे बड़े क्षेत्रों में अचानक बाढ़ के चेतावनी जारी हुई. इम्ड (IMD) के अनुसार 30 mm से अधिक बारिश वाले दिन अक्सर निचले इलाकों में पानी जमा कर देते हैं.
अफ़ग़ानिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पड़ोसी भारत‑के उत्तर हिस्से में हल्की‑हल्की लहरें महसूस हुईं. यद्यपि मुख्य क्षति ज़मीन के अंदर थी, पर इससे निकटवर्ती नदियों में जल स्तर अचानक बढ़ा और कुछ क्षेत्रों में छोटी‑छोटी बाढ़ आई.
उत्तरी भारत की रिपोर्टेड गर्मी के साथ बारिश का मिश्रण भी जोखिम को बढ़ा रहा है. अप्रैल 2025 में दिल्ली का तापमान 40 °C तक पहुंच गया, जबकि आसपास के इलाकों में अचानक तेज़ बरसात ने कई सड़कें और घर जलमग्न कर दिए.
1. **स्थानीय चेतावनियों पर नज़र रखें** – इम्ड, राज्य मौसम विभाग या स्थानीय प्रशासन की अलर्ट्स को फ़ोन पर सेट करें. यह आपको समय पर खाली करने का मौका देगा.
2. **घर के चारों ओर ड्रेनेज बनवाएँ** – अगर आपके पास जमीन में गड्ढा या छोटा नाली बना सकते हैं तो पानी जल्दी बाहर निकलता है और घर नहीं डूबता.
3. महंगे सामान को ऊँची मंज़िल पर रखें** – फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और दस्तावेज़ नीचे रखने से नुकसान कम होता है.
4. बचाव किट तैयार रखें** – टॉर्च, बैटरी, प्राथमिक चिकित्सा की चीजें, साफ पानी की बोतल और कुछ नाश्ता हमेशा हाथ में रखें.
5. **बिना कारण बाहर न जाएँ** – तेज़ धारा वाले नदियों के किनारे या बाढ़-प्रभावित क्षेत्रों में चलना खतरनाक हो सकता है. अगर आप सुरक्षित नहीं हैं तो स्थानीय मदद का इंतज़ार करें.
इन आसान उपायों से जलभराव की स्थिति में जोखिम को कम किया जा सकता है. याद रखें, तैयारी ही बचाव की कुंजी है. नवोत्पल समाचार पर हम लगातार अपडेट लाते रहते हैं, इसलिए नई खबरें और विशेषज्ञ सलाह के लिए हमारे टैग "जलभराव" पेज को फॉलो करें.
दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्से जलमग्न हो गए। वाहन डूब गए और लंबी ट्रैफिक जाम की स्थितियां देखी गईं। दिल्ली सरकार ने भारी बारिश और जलभराव पर आपात बैठक बुलाई।
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