हaryana Steelers के उप‑कप्तान राहुल सेटपाल का एशियन गेम्स सपना

सितंबर 25, 2025 0 टिप्पणि Priyadharshini Ananthakumar

राहुल सेटपाल का प्रो किडनॉक्स लीग में प्रदर्शन

हaryana Steelers के उप‑कप्तान राहुल सेटपाल ने 2025 की प्रो किडनॉक्स लीग (PKL) में शानदार खेल दिखाया है। डिफेंस में उनका तेज़ फुर्ती, एंटी‑टैकल तकनीक और कोर्ट के किसी भी कोने को पढ़ने की क्षमता टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाने में मददगार साबित हुई। सेटपाल की कप्तानी में, स्टार्ल्स ने पिछली सीज़न का ट्रॉफी अपने पास रखने की ठोस योजना बनाई है।

टीम के कोच ने कहा है, "राहुल की रक्षात्मक फिटनेस और मानसिक दृढ़ता हमें हर मैच में एक अतिरिक्त भरोसेमंद खिलाड़ी देती है।" इस भरोसे के साथ ही, सेटपाल ने व्यक्तिगत रूप से अपनी फॉर्म को शीर्ष स्तर पर बनाए रखने के लिए विशेष प्रशिक्षण शेड्यूल अपनाया है, जिसमें जिम वर्कआउट, टैक्टिकल वीडियो विश्लेषण और तेज‑परिचालन अभ्यास शामिल हैं।

एशियन गेम्स के लिए भारत टीम में जगह पाने की चाह

एशियन गेम्स के लिए भारत टीम में जगह पाने की चाह

टॉर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन और लगातार फिट रहने के बाद, राहुल सेटपाल ने एशियन गेम्स 2026 में भारत के लिए खेलने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कई इंटरव्यूज़ में बताया कि भारतीय पिकलबॉल टीम को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने के लिए उनके जैसे मैदान के अंदर और बाहर दोनों पहलुओं में मजबूत खिलाड़ियों की जरूरत है।

सेटपाल के अनुसार, चयन प्रक्रिया में दो मुख्य चरण होते हैं: पहले राष्ट्रीय चयन कैंप में प्रदर्शन, फिर कोचिंग स्टाफ की अंतिम मंजूरी। उन्होंने कहा, "मैं हर दिन अपनी स्किल्स को निखारने में लगे रहता हूँ, चाहे वह बैकहैंड स्मैश हो या डिफेंस में पोजीशनिंग।" इसके तहत वे राष्ट्रीय टीम के प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं, जहाँ उन्हें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करने का मौका मिलता है।

आगामी महीनों में कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडली मैच आयोजित होंगे, जिनमें सेटपाल को अपनी फिटनेस और टीमवर्क को साबित करना होगा। अगर वह इन मैचों में निरंतर प्रभावी प्रदर्शन दे पाते हैं, तो उनका चयन एशियन गेम्स के लिए निश्चित रूप से सम्भव दिखता है।

  • राष्ट्रीय चयन कैंप में फोकस: तकनीकी सुधार, फिटनेस टेस्ट, मैनेजमेंट रिपोर्ट।
  • आगामी फ्रेंडली मैच: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, भारत बनाम चीन – प्रमुख अवसर।
  • भविष्य में संभावित भूमिका: एशियन गेम्स में मुख्य डिफेंडर और टीम के रणनीतिक मोटर।

राहुल सेटपाल के जुड़ी मेहनत, टीम के साथ सहयोग और व्यक्तिगत लक्ष्य का मिलन यह दर्शाता है कि एक खिलाड़ी कैसे अपनी व्यक्तिगत आकांक्षा को राष्ट्रीय गर्व में बदल सकता है। उनका अगला कदम है लगातार प्रदर्शन कर चयन प्रक्रिया में मजबूती लाना, ताकि वह एशियन गेम्स के बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सके।

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