कोरोना वायरस एक कोरोना वायरस, एक विषाणु जो COVID-19 नामक बीमारी पैदा करता है, जिसने 2020 में दुनिया भर में महामारी फैलाई। भारत में इसका असर इतना गहरा रहा कि हर घर, हर शहर और हर स्वास्थ्य केंद्र बदल गया। यह सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि एक सामाजिक और आर्थिक झटका था। जब पहली लहर आई, तो ऑक्सीजन, बेड्स और टीके की कमी ने लोगों को बेबस कर दिया। आज भी यह वायरस बरकरार है, लेकिन अब हम इसके साथ रहना सीख चुके हैं।
इस वायरस के साथ लड़ने के लिए टीकाकरण, कोरोना वायरस से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका, जिसने भारत में लाखों जानें बचाईं। भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया। डॉजर, कोवैक्सिन, कोविशील्ड — ये सब भारतीय नाम थे, जिन्होंने लोगों को आशा दी। लेकिन टीकाकरण के बाद भी नए वेरिएंट आते रहे। ओमिक्रॉन के बाद भी अब तक कोई बड़ी लहर नहीं आई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग हर हफ्ते नमूने जांच रहा है। स्वास्थ्य नीति, कोरोना के बाद भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था को फिर से डिज़ाइन करने की कोशिश। अब गाँवों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर और बेड्स उपलब्ध हैं। अस्पतालों में डिजिटल रिकॉर्ड बनाए जा रहे हैं। ये बदलाव सिर्फ कोरोना के लिए नहीं, बल्कि आने वाली किसी भी महामारी के लिए तैयारी है।
भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली ने अब इस वायरस को एक नियमित बीमारी के रूप में स्वीकार कर लिया है। अब लोग बुखार या खांसी होने पर घर पर रहने की जगह, तुरंत टेस्ट करवाते हैं। फार्मेसी में एंटीबॉडी किट बिना रेसिपी मिल जाते हैं। लेकिन चुनौतियाँ अभी भी हैं — गाँवों में जागरूकता कम है, बुजुर्गों को टीका लगवाने में दिक्कत होती है, और कई लोग अभी भी इसे गंभीर नहीं मानते। यही वजह है कि हमें इस बारे में लगातार जागरूक रहना होगा।
इस पेज पर आपको कोरोना वायरस से जुड़ी सभी ताज़ा खबरें मिलेंगी — नए वेरिएंट की रिपोर्ट, टीकों के अपडेट, राज्यों की नई नीतियाँ, और जहाँ भी लोग इसका सामना कर रहे हैं। यहाँ आपको कोई भ्रम नहीं, कोई अफवाह नहीं, बल्कि सच्ची, जांची गई जानकारी मिलेगी। जब आप अगली बार बुखार महसूस करें, तो आप जानेंगे कि यह कोरोना है या सिर्फ सर्दी। और यही जानकारी आपकी जान बचा सकती है।
राजस्थान में कोरोना का नया सुर्ज, जयपुर में 92 मामले और 2 मौतें। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू की, और 3 नवंबर तक टीकाकरण अभियान फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
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