अंत में, भारतीय ई‑वी नीति, जो 2030 तक 30 % इलेक्ट्रिक वाहन लक्ष्य रखती है, इस इको‑सिस्टम को और तेज़ी से बढ़ावा देती है। नीति में सब्सिडी, GST में रियायती दर, और राज्य‑स्तर पर चार्जिंग स्टेशन के लिए अनुदान शामिल हैं। Ola Electric ने इन प्रोत्साहनों का लाभ उठाकर उत्पादन लागत घटाई, नई मॉडल रिलीज़ की और डिलीवरी नेटवर्क को राज्य‑स्तर पर अनुकूलित किया। परिणामस्वरूप, शहर‑से‑शहर तक स्कूटर की उपलब्धता, कीमत और चार्जिंग सुविधा में संतुलन बना रहता है। भविष्य की बात करें तो Ola Electric की योजना में 2026 तक 1 मिलियन से अधिक इकाइयों की वार्षिक उत्पादन, नवीनतम सॉलिड‑स्टेट बैटरी अपनाना और 10,000 किमी दर से 300 किमी रेंज वाले दो‑पहिया वाहन लॉन्च करना शामिल है। यह लक्ष्य नीति, तकनीक और इन्फ्रास्ट्रक्चर के आपसी सहयोग से ही हासिल हो सकता है। नीचे आपको Ola Electric से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, उत्पाद अपडेट, नीति विश्लेषण और विशेषज्ञ राय की एक संकलित लिस्ट मिलेगी। पढ़ते रहिए और जानिए कि कैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर, बैटरी, चार्जिंग नेटवर्क और सरकारी नीतियां मिलकर भारत में ई‑मोबिलिटी का नया युग बनाती हैं।
Ola Electric के शेयर 14% बढ़े, जुलाई में दर्ज 52‑हफ्ते के न्यूनतम ₹39.60 से 70% की उछाल देखी। यह पुनरुद्धार सालाना Sankalp 2025 कार्यक्रम में नई तकनीकों को उजागर करने से आया। कंपनी ने रेऱ एर्थ‑फ्री Ferrite Motor, भारत‑निर्मित बैटरी और AI‑समर्थित ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय दिया, फिर भी शेयर अभी भी IPO कीमत ₹76 से नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
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