अगर आप पैरालंपिक में क्या चल रहा है, कौन से भारतीय एथलीट चमक रहे हैं या कब‑कब नया इवेंट शुरू हो रहा है, ये सब जानना चाहते हैं, तो आपने सही जगह चुन ली है। यहाँ हम हर बड़ी खबर को आसान भाषा में लाते हैं ताकि आप जल्दी‑जल्दी समझ सकें और शेयर भी कर सकें.
पिछले महीने टोक्यो पैरालिंपिक में भारत ने 19 पदक जीते – इसमें गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज़ शामिल हैं। सबसे बड़ी खुशी मिली मार्था पवन की, जिन्होंने एथलेटिक्स में 100 मीटर फैंसी रेस में नई राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ कर स्वर्ण जिया। इसी तरह सायन शाह ने तैराकी में दो कांस्य पदक जीते, जो भारतीय पैरालिंपिक इतिहास में एक नया मील का पत्थर है। ये जीतें सिर्फ एथलीट की मेहनत नहीं, बल्कि कोचिंग सिस्टम और सरकारी समर्थन के बेहतर सहयोग की भी कहानी बताती हैं.
हाल ही में भारत पैरालिंपिक कमिटी ने नई टैलेंट स्काउटिंग प्रोग्राम शुरू किया। इस पहल से छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के युवा एथलीट्स को प्रशिक्षण, फिजियोथेरेपी और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का एक्स्पोज़र मिल रहा है। अगर आप किसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को जानते हैं तो उनके नाम कमिटी के ऑनलाइन फॉर्म में जोड़ सकते हैं – इससे उनका करियर जल्दी आगे बढ़ सकता है.
2025 का पैरालिंपिक सत्र अब तैयार हो रहा है और भारत की तैयारी तेज़ी से चल रही है। पहले चरण के क्वालीफाइंग राउंड में भारतीय एथलीट्स को यूरेशियन, अफ्रीकी और अमेरिकी प्रतियोगिताओं में भाग लेना होगा। इस दौरान प्रमुख स्पोर्ट्स – जैसे बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, वॉटर पॉलो – पर फोकस रहेगा क्योंकि ये इवेंट भारत की कुल पदक सम्भावना को बढ़ाते हैं.
अगर आप लाइव मैच देखना चाहते हैं तो कई स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म ने फ़्री ट्रांसमिशन का ऐलान किया है। JioSaavn, SonyLIV और सरकारी पोर्टल सब पर रियल‑टाइम अपडेट मिलेंगे। साथ ही, हर इवेंट के बाद हमारा विश्लेषण सेक्शन एथलीट की तकनीकी प्रदर्शन, टैक्टिक और अगले कदमों को सरल शब्दों में समझाएगा – ताकि आप भी चर्चा का हिस्सा बन सकें.
पैरालंपिक केवल खेल नहीं, यह सामाजिक बदलाव का सशक्त माध्यम है। हर जीत से हम विकलांग व्यक्तियों के लिए नई संभावनाएँ खोलते हैं और समाज में बराबरी की भावना को आगे बढ़ाते हैं। इसलिए जब भी आप किसी एथलीट की सफलता देखेंगे, याद रखिए कि वह सिर्फ व्यक्तिगत जंग नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का गर्व है.
हमारा लक्ष्य है हर पैरालिंपिक फ़ैन को तेज़ और भरोसेमंद जानकारी देना। अगर आपको कोई ख़ास कहानी या इंटरव्यू चाहिए तो नीचे कमेंट सेक्शन में बताइए – हम आपके लिए तैयार करेंगे. इस टैग पेज पर रोज़ नई अपडेट आती रहती हैं, इसलिए बार‑बार चेक करते रहें.
भारत के योगेश काथुनिया ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की डिस्कस थ्रो F-56 इवेंट में अपना दूसरा लगातार रजत पदक जीता। 27 वर्षीय पैरा-एथलीट ने अपने पहले प्रयास में ही 42.22 मीटर का सर्वश्रेष्ठ सत्र प्रदर्शन किया, जिससे उन्होंने रजत पदक सुरक्षित किया।
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