राहुल द्रविड़ – भारतीय क्रिकेट का शांति प्रतीक

अगर आप क्रिकेट फैन हैं तो राहुल द्रविड़ का नाम सुनते ही दिमाग में ‘सहनशीलता’ और ‘तकनीकी महारत’ चलती होगी। बचपन से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक उनका सफर कई लोग पढ़ते‑लिखते सीखते हैं। इस पेज पर हम उनके करियर की मुख्य झलक, कोचिंग में उनका योगदान और आज के क्रिकेट जगत में उनकी भूमिका को आसान भाषा में समझाएंगे।

करियर की मुख्य बातें

द्रविड़ ने 1996 में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया और जल्दी ही टीम का भरोसेमंद बटन‑होल्डर बन गया। उनका बैटिंग स्टाइल शांत, तकनीकी और लगातार रन बनाने वाला था। पाँच सौ से ज्यादा टेस्ट शतक और दो सैंकड़ों पर निरंतर रेकॉर्ड तोड़ते रहे। 2009 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन उनका नाम अभी भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

उनकी सबसे बड़ी खासियत थी ‘डिफेंसिव ग्राउंडिंग’। जब टीम को डिप्रेसिंग स्थिति मिलती, तो द्रविड़ हमेशा खुद को उस जगह पर देखते जहाँ से विरोधी गेंदबाजों की लाइन और लेंथ पढ़ सकें। यही कारण है कि उन्हें अक्सर ‘दीवार’ कहा जाता था।

कोचिंग और वर्तमान भूमिका

रिटायरमेंट के बाद द्रविड़ ने कोचिंग में कदम रखा। 2019 में भारत अंडर‑19 टीम के हेड कोच बने और युवा खिलाड़ियों की तकनीकी शिक्षा पर फोकस किया। उनके मार्गदर्शन से कई उभरते सितारे अंतरराष्ट्रीय मंच पर आए, जैसे कि श्याम सुदीर, रविचंद्रन अखिलेश आदि।

2021 में वह भारतीय राष्ट्रीय टीम के टेस्ट कोच नियुक्त हुए। इस भूमिका में उन्होंने ‘टेस्ट रिवाइंड’ की रणनीति पेश की – यानी लगातार दो साल तक एक ही टीम के साथ काम करके स्थिरता बनाना। उनका मानना है कि टेक्निकल फाउंडेशन मजबूत होने पर मैच की परिस्थितियों से लड़ने का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

आज द्रविड़ अक्सर टॉक शो, पैनल डिस्कशन और सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा करते हैं। वह युवाओं को ‘सहनशीलता’ और ‘निरंतर सुधार’ के महत्व पर ज़ोर देते हैं। यदि आप उनकी नई बातों या इंटरव्यू देखना चाहते हैं तो हमारी साइट पर “राहुल द्रविड़” टैग वाले लेख देखें – यहाँ आपको उनके हालिया बयानों, मैच विश्लेषण और कोचिंग टिप्स मिलेंगे।

भले ही उन्होंने अब मैदान नहीं छोड़ा, लेकिन उनका प्रभाव अभी भी भारतीय क्रिकेट में गहरा है। चाहे आप एक नए फैन हों या पुराने दर्शक, राहुल द्रविड़ की कहानी पढ़कर आपको अपने खेल के प्रति नई दिशा मिलेगी। नवोत्पल समाचार पर इस टैग पेज को बुकमार्क करें और हर अपडेट को मिस न करें।

गौतम गंभीर बने भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच, राहुल द्रविड़ की जगह मिली जिम्मेदारी
जुलाई 9, 2024 Priyadharshini Ananthakumar

गौतम गंभीर बने भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच, राहुल द्रविड़ की जगह मिली जिम्मेदारी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 9 जुलाई 2024 को पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया, जो राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे। गंभीर, जिनके पास कोचिंग का पूर्व अनुभव नहीं है, ने 2024 इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मेंटर के रूप में अपने सफल कार्यकाल के कारण कई प्रमुख हस्तियों का समर्थन जीता है।

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टी20 विश्व कप 2024 में विराट कोहली का खराब प्रदर्शन जारी रहा, जहां उन्होंने सात पारियों में केवल 75 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में, कोहली निराश नज़र आए और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें सांत्वना दी। कोहली का संघर्ष और फैंस का समर्थन इस लेख में बताया गया है।

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