आपने सुना होगा कि स्पेसएक्स हर हफ्ते कुछ नया कर रहा है, लेकिन अक्सर खबरों के बीच असली बात समझ पाना मुश्किल हो जाता है। यहाँ हम सरल शब्दों में बताएंगे कि पिछले महीने कौन‑सी रॉकेट उड़ाई गई, किस मिशन का लक्ष्य क्या था और आगे क्या उम्मीद की जा रही है। अगर आप अंतरिक्ष को लेकर जिज्ञासु हैं तो यह सेक्शन आपके लिये फायदेमंद रहेगा।
अगस्त 2025 में स्पेसएक्स ने फ़ाल्कन 9 का एक नियमित सैटेलाइट मिशन लॉन्च किया। इस रॉकेट को 62 मिनट में कक्षा तक पहुंचाने वाला पहला चरण फिर से लैंड हुआ, जिससे कंपनी की पुन: प्रयोज्य तकनीक की भरोसेमंदिता साबित हुई। इसी दौरान स्टारलिंक के 60 नए उपग्रह भी जगह बन गए, जो ग्रामीण भारत में तेज़ इंटरनेट देने का वादा रखते हैं।
सितंबर में कंपनी ने स्टारशिप का एक उच्च‑वॉल्टेज टेस्ट किया। यह परीक्षण मुख्यतः रिचार्जेबल बैटरियों की स्थिरता पर केंद्रित था और भविष्य के मंगल मिशन के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। कई विशेषज्ञों ने कहा कि अगर इस टेस्ट में सफलता मिली तो स्पेसएक्स अगले साल मार्स ऑर्बिटर भेजने का लक्ष्य हासिल कर सकता है।
एलन मस्क के अनुसार, अगला बड़ा कदम इंसानों को चाँद पर स्थायी बेस बनाना है। इसके लिए वे “अर्टेमिस‑II” नामक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसमें दो फाल्कन हेवी रॉकेट का उपयोग होगा। लक्ष्य 2027 तक पहला मनुष्य मिशन भेजना है, लेकिन तकनीकी चुनौतियों के कारण समय सारिणी में बदलाव संभव है।
एक और प्रमुख योजना मंगल पर बास्केटरी‑पावर्ड रोवर लॉन्च करने की है। इस रोवर को सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा का 80% उपयोग करना होगा, जिससे वह लंबे समय तक चल सकेगा। यदि सफल रहा तो यह भविष्य के कॉलोनी निर्माण में अहम भूमिका निभा सकता है।
स्पेसएक्स ने हाल ही में छोटे स्टार्ट‑अप्स के साथ मिलकर “क्यूबिक ट्रांसपोर्ट” प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसका उद्देश्य छोटा, किफायती और तेज़ रॉकेट बनाना है जो सिर्फ 10 टन तक का पेलोड ले जा सके। यह भारतीय निजी कंपनियों को अंतरिक्ष में प्रवेश करने के लिये नई संभावनाएँ खोल सकता है।
संक्षेप में कहें तो स्पेसएक्स की हर गतिविधि दो चीज़ों पर फोकस करती है – लागत घटाना और पुन: प्रयोज्य तकनीक विकसित करना। अगर आप इस क्षेत्र में निवेश या करियर बनाने की सोच रहे हैं, तो इन अपडेट्स को नियमित रूप से फॉलो करें। नवोत्पल समाचार आपके लिये ऐसी ही ताज़ा और भरोसेमंद खबरें लाता रहेगा।
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने रविवार को तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया। उन्होंने सफलता पूर्वक एक लौटते हुए बूस्टर रॉकेट को यांत्रिक बाहों से पकड़ने में सफलता पाई। यह उपलब्धि रियूजेबल रॉकेट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और यह भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को अधिक किफायती बनाने में मदद कर सकती है। इस सफलता ने स्पेसएक्स की अग्रणी स्थिति को और भी मजबूती से स्थापित किया है।
पढ़ना