रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म बिना कोई रन बनाए आउट हो गए। यह घटना तब हुई जब पाकिस्तान पहले से ही अपने शुरुआती दो विकेट खो चुका था। बाबर आज़म, जो कैप्टन और टीम के सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं, अपनी पारी की दूसरी गेंद पर ही विकेटकीपर लिटन दास के हाथों कैच आउट हो गए। यह बाबर का टेस्ट करियर में आठवां शून्य था और पहली बार घरेलू मैदान पर हुआ।
मैच की शुरुआत भी बड़ी धूमिल रही। नेटवर्किंग का समय गीले आउटफील्ड के कारण 230 मिनट तक विलंबित हुआ। दिन का खेल जब शुरू हुआ तब बांग्लादेश के कप्तान, नजमुल हुसैन शांतो ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जो बहुत ही तर्कसंगत और सही साबित हुआ।
बांग्लादेश के गेंदबाजों ने पहले ही सात ओवरों में पाकिस्तान के शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया। पहले वेदों के बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक और कप्तान शान मसूद को पवेलियन भेजा गया और इसके बाद बाबर आज़म, जो केवल अपनी दूसरी गेंद का सामना कर रहे थे, शॉरीफुल इस्लाम की गेंद पर विकेटकीपर लिटन दास के हाथों कैच आउट हो गए। यह कैच लिटन के शानदार डाइविंग प्रयास के कारण संभव हुआ।
बाबर आज़म का यह शून्य उनके पिछले कुछ मैचों में प्यादा तकलीफों की सूचना देता है। दिसंबर 2022 के बाद से बाबर का औसत 37.41 तक गिर गया है, जिसमें केवल एक शतक और तीन अर्धशतक उनके नौ टेस्ट मैचों में शामिल रहे हैं। उनका अंतिम शतक भी दिसंबर 2022 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आया था और तब से वे लगातार 13 टेस्ट परियों में अर्धशतक तक नहीं पहुंच पाए हैं।
इसके बावजूद, बाबर आज़म का समग्र प्रदर्शन अब भी उत्कृष्ट है। उनके नाम 3898 रन हैं और उनका औसत 45.85 है, जिसमें नौ शतक शामिल हैं। बाबर आज़म की प्रतिभा और क्षमता को देखते हुए यह तय है कि वे अपनी फॉर्म में जल्दी ही लौटेंगे।
शीर्ष क्रम के शुरुआती पतन के बाद पाकिस्तान की पारी को सैम अयूब और सऊद शकील ने स्थिरता प्रदान की। उन्होंने नाबाद 35 रन की साझेदारी की और टीम को संभाला। उनके प्रयासों ने पाकिस्तान को 16/3 की विकट स्थिति से बाहर निकाला, लेकिन अब भी टीम को लंबा सफर तय करना है।
यह श्रृंखला नौ टीमों की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है। पाकिस्तान वर्तमान में छठे स्थान पर है जबकि बांग्लादेश आठवें पर। पाकिस्तान के लिए यह मैच महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें अपनी रैंकिंग सुधारनी है।
आगे के दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान अच्छा नहीं है। बारिश और खराब रोशनी से मैच के स्थिर रहने की उम्मीद है।
बाबर आज़म के शून्य पर आउट होने और शुरुआती संकट के बावजूद, पाकिस्तान की टीम क्षमता और आत्मविश्वास पर निर्भर होकर वापसी की कोशिश करेगी। बाबर आज़म की स्थिति और मौसम परिस्थितियों को देखते हुए, यह मैच रोमांचक रूप से बदल सकता है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि यह श्रृंखला कैसे आगे बढ़ती है।
12 जवाब
बाबर आज़म का शून्य असामान्य नहीं है, पिछले कुछ टेस्ट में उनका औसत गिरते देखा है
रॉवलपिंडी की नमीभरी पिच तेज बाउंस देती है, इसलिए बांग्लादेशी पेसरों को झटका लगना स्वाभाविक है। बाबर को शुरुआती गेंदों में अपने पैर की स्थिति ठीक करनी चाहिए, तभी वे जल्दी नहीं आउट होंगे।
पहले दो विकेट गिरना टीम को तनाव में डालता है, पर सैम अयूब ने साझेदारी को स्थिर किया।
बाबर की गिरावट को सिर्फ फॉर्म की समस्या नहीं कहा जा सकता, उनका मानसिक दबाव भी भूमिका निभा रहा है।
बच्चो, टीम का समर्थन करना ज़रूरी है 😊 बाबर को फिर से भरोसा दिलाना चाहिए, तभी वे वापस आएंगे 🙏
मैच की डिटेल्स देखो, बांग्लादेश ने पहले ओवर में 3 विकेट लिए, जो पाकिस्तान के लिए बडा शॉक था।
बाबर आज़म का शुरुआती आउट होना टीम को तुरंत समस्या में डाल देता है।
लेकिन यह भी सच है कि टेस्ट क्रिकेट में शुरुआती विकेट का महत्व बहुत अधिक होता है।
जब शीर्ष क्रम गिरता है तो मध्य क्रम को जल्दी से खुद को स्थापित करना पड़ता है।
सैम अयूब ने यह समझा और बेहतरीन तकनीक से गेंद को खेलने की कोशिश की।
उनका फुटवर्क और डिफेंस दोनों ही महारत दिखाते हैं।
इसी तरह सऊद शकील ने अपनी पिच समझ को दिखाते हुए सटीक शॉट्स खेले।
उन्होंने बॉल को तेज़ी से रोटेट किया जिससे रून रेट बढ़ा।
बांग्लादेशी बाउलर्स ने अपनी स्पिन की विविधता दिखाने की कोशिश की।
शॉरीफुल इस्लाम की गोलेबाज़ी कभी-कभी पारंगत लगती है।
लिटन दास की फील्डिंग ने भी मैच में रंग भर दिया।
ऐसे मैच में टीम का मनोबल बहुत जरूरी होता है।
कप्तान को चाहिए कि वह मैदान के बाहर भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करे।
ट्रेनिंग में फोकस्ड बॉल डिलिवरी पर काम करना चाहिए।
मीडिया की आलोचना से खिलाड़ी को नहीं, बल्कि कोचिंग स्टाफ को सीखना चाहिए।
अंत में, यदि सभी खिलाड़ी मिलकर रणनीति पर भरोसा रखें तो जीत की संभावना बढ़ेगी।
बाबर का तकनीकी सुधार जरूरी है, डिफेंस को मजबूत करो।
बांग्लादेश ने टॉस जीतकर सही फैसला किया 😎
साउद शकील की नाबाद 35 साझेदारी ने टीम में नई ऊर्जा भर दी, आगे भी इसी तरह भरोसा रखो।
जब तक बाबर का फॉर्म नहीं सुधरता, टीम की जीत मुश्किल है 😕
शायद कहीं टीम के अंदर राजनीतिक दवाब है, जो खिलाड़ियों को ठीक से खेलने से रोक रहा है।