अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फिर से सुर्खियों में हैं। चाहे वो मीडिया की बातचीत हो या सोशल‑मीडिया पर उनके ट्वीट, हर कदम का असर भारत सहित पूरे विश्व को महसूस होता है। इस पेज पर हम उनको लेकर सबसे ज़रूरी जानकारी लाते हैं – नई घोषणाएँ, संभावित चुनावी रणनीति और भारत के साथ उनके रिश्ते का वर्तमान हाल।
पिछले कुछ हफ्तों में ट्रम्प ने कई बार व्यापार नीति को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि "अमेरिका को फिर से अपना पैसा अपने हाथों में लाना चाहिए" और चीन, भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ टैरिफ़ बढ़ाने का इरादा जाहिर किया है। इस बयान का कारण मुख्य रूप से अमेरिकी उद्योगों की सुरक्षा और घरेलू नौकरियों को बचाना बताया गया है।
साथ ही, विदेश नीति पर भी उनका रुख स्पष्ट हो रहा है। ट्रम्प ने कई बार कहा कि "अमेरिका को अपनी रक्षा में अधिक निवेश करना चाहिए" और NATO जैसे गठजोड़ों के प्रति संदेह जताया है। यह बात उनके समर्थकों को पसंद आती है जबकि विपक्षी इसे अंतर्राष्ट्रीय भरोसे को कमजोर करने वाला मानता है।
ट्रम्प का एक और ध्यान आकर्षित करने वाला पहलू है उनका सोशल‑मीडिया इस्तेमाल। ट्विटर (अब X) पर उन्होंने कई बार भारत के व्यापारिक कदमों की प्रशंसा की, साथ ही भारतीय किसानों की समस्याओं को भी उठाया। इन पोस्ट्स ने भारतीय दर्शकों में उनकी छवि को थोड़ा नरम बना दिया है।
भारत‑अमेरिका संबंधों पर ट्रम्प के बयान अक्सर दो तरह से पढ़े जाते हैं। एक तरफ, उनका "अमेरिकी पहला" नारा भारतीय निर्यातकों को टैरिफ़ बढ़ाने की संभावना पैदा करता है। दूसरी ओर, उन्होंने कई बार भारत की आर्थिक वृद्धि और स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम का सराहना किया है, जिससे भारतीय निवेशकों को भरोसा मिलता है कि दो देशों के बीच व्यापारिक अवसर खुल सकते हैं।
यदि ट्रम्प फिर से राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ते हैं, तो उनकी नीति में बदलाव सीधे भारत की विदेशी निवेश योजना को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने पिछले साल अमेरिकी कंपनियों को भारत में उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देने का वादा किया था, जो भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के लिये फायदेमंद हो सकता है।
अब सवाल यह है कि ट्रम्प की संभावित जीत या हार से भारतीय नीति कैसे बदलेगी। अधिकांश विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर वह जीतते हैं तो टैरिफ़ पर पुनरावलोकन होगा, लेकिन साथ ही भारत के साथ रणनीतिक सहयोग भी बढ़ेगा—खासकर टेक्नोलॉजी और रक्षा क्षेत्र में। अगर वे नहीं जीतते, तो मौजूदा "बाइडेन‑त्रम्प" नीति बनी रहेगी, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार को स्थिर रखने की कोशिश होगी।
जैसे ही चुनाव निकट आता है, ट्रम्प के बयान अधिक तेज़ी से बदलते हैं। इसलिए हमारे पेज पर आप नवीनतम अपडेट और गहरी विश्लेषण हमेशा पा सकते हैं। चाहे वह आर्थिक नीति हो या विदेश संबंध—डोनाल्ड ट्रम्प की हर चाल आपके लिए महत्वपूर्ण है।
हमारी टीम इन खबरों को रोज़ाना चेक करती है, ताकि आपको सही जानकारी मिल सके। अगर आप ट्रम्प से जुड़े किसी विशेष मुद्दे के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट करें या हमारी सर्च बार का इस्तेमाल करें। आपके सवालों का जवाब हम जल्द देंगे।
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हॅरिस के बीच सख्त मुकाबला जारी है। आलोचक और समर्थक दोनों ही चुनाव परिणामों पर टिके हुए हैं, जबकि स्विंग स्टेट्स जैसे फ्लोरिडा, पेनसिल्वेनिया, ओहियो और नॉर्थ कैरोलीना के परिणाम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। दोनों उम्मीदवार अपने-अपने मजबूत मुद्दों पर अपने समर्थकों को लुभा रहे हैं।
पढ़नाप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। मोदी ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और ट्रंप के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री ने अपनी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ मृतकों, घायलों और अमेरिकी जनता के लिए प्रकट कीं। मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
पढ़ना