राधाकिशन दमानी की कंपनी एवन्यू सुपरमार्ट्स लिमिटेड के तहत आने वाले डीमार्ट के शेयरों की हालिया प्रदर्शन ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है। सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजों के चलते डीमार्ट के आगामी वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 के लिए आय अनुमानों में कटौती की गई है। इस बदलाव के पीछे मुख्य रूप से मेट्रो शहरों में ऑनलाइन ग्रोसरी में तेजी और त्वरित वाणिज्य का प्रचलन प्रमुख कारण माने जा रहे हैं।
डीमार्ट के लिए पूर्वानुमान कम होने की खबरें खासकर तब आईं जब एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग और मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) जैसी प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स ने वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 के लिए अपने अनुमान नीचे की तरफ घटाए। एंटीक स्टॉक ने अपने ईबिट्डा के अनुमान को 6-10% तक घटाया है, जबकि MOFSL ने अपनी राजस्व और ईबिट्डा के अनुमान में क्रमशः 2% और 6% की कटौती की है।
इन अनुमानों में गिरावट के बावजूद, डीमार्ट का भविष्य अभी भी उज्ज्वल नजर आ सकता है। कई ब्रोकरेज जैसे एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने इसे 'होल्ड' के तहत रखते हुए इसका लक्षित मूल्य 5,026 रुपये किया है। वहीं, सेंटरुम ब्रोकिंग ने इसे 'बाय' की सिफारिश देते हुए 5,655 रुपये का लक्षित मूल्य निर्धारित किया है। यह सिफारिश तब आई जब डीमार्ट के शेयर कीमतों में हाल ही में सुधार देखा गया था।
ऑनलाइन ग्रोसरी मार्ट की बढ़ती प्रतिस्पर्धा, साथ में महंगाई दर में कमी, ने डीमार्ट की बिक्री को प्रभावित किया है। हालांकि, MOFSL को विश्वास है कि वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में स्टोर जोडने की गति तेज हो सकती है, जिसमें 2025 में 40, 2026 में 45, और 2027 में 50 स्टोर जोड़ने का लक्ष्य लगाया गया है।
अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा कि डीमार्ट जल्द आने वाली प्रतियोगिता से कैसे निपटता है। ऑनलाइन ग्रोसरी की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, डीमार्ट को अपने सामान्य व्यापार और परिधान में सुधार की जरूरत है। साथ ही, डीमार्ट रेडी के विस्तार और उसके प्रभाव को देखना भी महत्वपूर्ण होगा।
पिछले एक महीने में डीमार्ट का शेयर 11% तक गिरा है और यह अपने दीर्घकालिक औसत से 10% नीचे ट्रेड कर रहा है। यह कंपनी के लिए थोड़े समय में चुनौती हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में इसकी संभावनाएं बेहतर हो सकती हैं। निवेशक, जो कंपनी की लंबी अवधि की योजनाओं पर नजर रखे हुए हैं, उन्हें अपनी रणनीति अनुसार निर्णय लेने की आवश्यकता है।
संक्षेप में, डीमार्ट के सामने कई बाहरी और आंतरिक चुनौतियाँ हैं, लेकिन उसके पास विकास के लिए अवसर भी कम नहीं हैं। भविष्य में इसकी रणनीति और बाजार में उपस्थिति यह तय करेगा कि यह शेयर निवेशकों के लिए लाभकारी रहेगा या नहीं।
18 जवाब
डीमार्ट की कोरपोरेट रणनीति को देखते हुए, वर्तमान बाजार स्थितियों में EBITDA मार्जिन को प्री-डिक्शनली मॉनिटर करना आवश्यक है 😊
भविष्य की स्टोर एक्स्पैंशन प्लान को एग्जीक्यूटिव्स की कैपेसिटी मैट्रिक्स के साथ इंटीग्रेट किया जाना चाहिए।
ऑनलाइन ग्रोसरी के प्रतियोगी दबाव को हेज करने के लिए डिफ़रेंशियल प्राइसिंग मॉडल अपनाना फायदेमंद रहेगा।
निवेशकों को उम्मीद करनी चाहिए कि कैश फ्लो प्रोजेक्शन में रिग्रेशन ट्रेंड को स्ट्रेटेन किया जाएगा।
इन्हीं बिंदुओं को समझते हुए, होल्ड स्ट्रेटेजी को रीव्यू करना विवेकपूर्ण होगा।
डीमार्ट के शेयरों में गिरावट देखी गई है क्योंकि आय अनुमान कम किया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण ऑनलाइन ग्रोसरी की प्रतिस्पर्धा है। कंपनी को नई स्टोर ओपन करने की योजना पर फोकस करना चाहिए। निवेशक को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से मजबूती जांचनी चाहिए।
शेयरों में उतार-चढ़ाव को देख कर सहजता से फैसला नहीं लेना चाहिए। नैतिकता के साथ निवेश करना चाहिए, न कि सिर्फ़ अल्पकालिक लाभ के लिए। इसलिए धैर्य रखना आवश्यक है।
भायो, डीमार्ट के लिए अभी चुनौती भरा समय है लेकिन हार मत मानो 🚀
अगर कंपनी अपनी डिजिटल स्ट्रेटेजी को मज़बूत करे तो भविष्य में रिटर्न की संभावना बढ़ेगी।
अपने पोर्टफ़ोलियो में थोड़ा संतुलन रखें और दीर्घकालिक लक्ष्य याद रखें।
भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलने की काफी संभावनाएं हैं 😎
अरे वाह, फिर से वही पुरानी बहाने-ऑनलाइन ग्रोसरी के कारण शेयर गिर गया।
जैसे ही हम फंडामेंटल एनालिसिस देखेंगे, पता चलेगा कि कंपनी खुद ही अपनी हड्डियों को तोड़ रही है।
इतनी ही बात है कि ब्रोकरों की राय में भी सर्दी का मौसम आ गया है।
यदि आप गहराई से नहीं देख सकते, तो सिर्फ़ कहेंगे “बाय” या “होल्ड” जैसे शब्दों से।
यह सब तो एक बड़ी फिल्म की स्क्रिप्ट लगती है, है न?
समय के साथ सब कुछ बदलता है, लेकिन शेयरों का बाय‑होल्ड‑सेल ट्रेंड हमेशा उल्टा ही रहता है।
यहाँ तक कि जब ब्रोकर “बाय” की सिफ़ारिश करते हैं, तब भी मैं “सेल” ही कहूँगा।
क्योंकि बाजार की अराजकता में आम लोगों की भावना अक्सर गलत दिशा में ले जाती है।
डिजिटल ग्रोसरी का उदय तो सिर्फ़ एक आभासी भ्रम है, असली दुनिया की कीमत अब भी फिज़िकल स्टोर में है।
इसलिए, विरुद्ध विचार अपनाएँ और सावधानी से कदम बढ़ाएँ।
देश की खाद्य सुरक्षा के लिहाज़ से डीमार्ट जैसे राष्ट्रीय स्तर के रीटेलर को मजबूत होना चाहिए।
विदेशी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के दखल को सीमित करके हम स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ कर सकते हैं।
सरकार को ऐसी कंपनियों को प्रोत्साहन देना चाहिए ताकि हमारी अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भरता बढ़े।
शेयर की कीमत अभी गिर रही है परन्तु यह राष्ट्रीय हित के लिए एक अवसर है।
इसमें निवेश करके हम न केवल लाभ कमाएंगे बल्कि देश के व्यापारिक आधार को भी समर्थन देंगे।
भाइयों, डीमार्ट का फाइनेंशियल मॉडेल अभी कुछ डेलिकेट है, पर हम सब मिलके इसको ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं।
जैसे की एग्ज़ीक्यूटिव टॉपलाइन ग्रोथ को एन्हांस करने के लिये KPI रीफ़्रेम करें।
स्टोर एक्स्पैंशन प्लैन में कैप एबलिटी इज़ क्रीटिकल, वरना ROI गिर सकता है।
चलो साथ मिलके इस वीक पॉइंट को अड्रेस करें।
सभी निवेशकों को नमस्कार, डीमार्ट की वर्तमान स्थिति को समझना आवश्यक है 😊
ब्रोकरों की विभिन्न सिफ़ारिशें दर्शाती हैं कि मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है।
यदि आप दीर्घकालिक लक्ष्य रखते हैं तो होल्ड या स्ट्रैटेजिक एंट्री पर विचार कर सकते हैं।
साथ ही, कंपनी की नई स्टोर एक्स्पैंशन और ऑनलाइन इंटीग्रेशन रणनीति को देखें।
इन पहलुओं को संतुलित करके आप बेहतर निवेश निर्णय ले सकते हैं।
देखो भाई इस “होल्ड” की बात तो बहुत ही बेसिक है, लेकिन असली बात तो ये है कि स्टोर ओपनिंग के KPI को ट्रैक नहीं किया जा रहा है। एंट्री ले लो या नहीं, ये तो फंडामेंटल एनालिसिस से पता चलेगा।
मैं समझ रहा हूँ कि स्टोर एक्स्पैंशन प्लान महत्त्वपूर्ण है, लेकिन क्या हमको यह भी देखना चाहिए कि मौजूदा स्टोर्स की सैल्स परफॉर्मेंस कैसी है? अगर मौजूदा आउटलेट्स में लाभप्रदता नहीं है, तो नई आउटलेट्स के खोलने से क्या फर्क पड़ेगा?
स्टॉक थोडा संभाल के देखें।
डीमार्ट की प्रेजेंटेशन बहुत ही किचन‑सिंक है, लेकिन मूलभूत फाइनेंशियल मैट्रिक्स की कमी है। ऐसा लगता है कि कंपनी केवल ब्रांडिंग पर फोकस कर रही है, वास्तविक लाभ नहीं। इस तरह की सतही रणनीति का निवेशकों को भ्रमित करना ही सामान्य है। चाहे ब्रोकर “बाय” कहे, लेकिन सच्चाई तो बैलेंस शीट में ही है। इसलिए, रीसर्च पर ज़्यादा भरोसा करके ही निर्णय लेना चाहिए।
मैं समझती हूँ कि मार्केट वोलैटिलिटी से आप चिंतित हैं 😔, लेकिन डीमार्ट की दीर्घकालिक ग्रोथ पोटेंशियल को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए 🚀। यदि आप सही समय पर एंट्री कर लेते हैं तो रिटर्न अच्छा मिल सकता है। साथ ही, कंपनी के स्टोर नेटवर्क विस्तार की योजना को देखते हुए, आर्थिक रूप से यह एक सुदृढ़ विकल्प लग रहा है। इस पर विचार करके निर्णय लेना बेहतर होगा।
देखो भाई डीमार्ट का फ्युनसियल प्रोजेक्टस देखके ही पता चलता है की ये स्टॉक क्यूँ गिर रा है। एनालिसिस में अगर आप ब्रोकर की रेकमेंडेशन को केवल फॉलो करोगे तो नुकसान होगा। एखरा फाइनेंशियल रेटर्स को देखो और खुद का डिसीजन लो। नहीं तो फिर यही बज़ार में बिखर जाओगे।
डेमार्ट के शेयरों का वर्तमान परिदृश्य वास्तव में कई पहलुओं से जटिल है, और इस जटिलता को समझने के लिए हमें कई स्तरों पर विश्लेषण करना आवश्यक है। सबसे पहले, कंपनी की आय में गिरावट मुख्यतः ऑनलाइन ग्रोसरी की तीव्र प्रतिस्पर्धा के कारण हुई है, जो परम्परागत रिटेल मॉडल को चुनौती दे रही है। इसके साथ ही, महंगाई में कमी ने उपभोक्ता के खर्च करने के पैटर्न को बदल दिया है, जिससे डेमार्ट के प्रॉडक्ट मिक्स को पुनः मूल्यांकन करना पड़ेगा। दूसरी ओर, कंपनी ने स्टोर विस्तार के लिए एक उत्साहजनक योजना प्रस्तुत की है, जिसमें 2025 में 40 नए स्टोर और 2026 में 45 नए स्टोर खोलने का लक्ष्य रखा गया है। यह लक्ष्य संदेह के बिना आकर्षक है, लेकिन इसे पूरा करने के लिए आवश्यक पूंजी, मानव संसाधन और लॉजिस्टिक्स की दक्षता को भी देखना पड़ेगा। इसके अलावा, ब्रोकरों की अलग-अलग सिफ़ारिशें एक दूसरे के साथ विरोधाभासी दिखती हैं; जहाँ एंटीक स्टॉक ने “होल्ड” की सिफ़ारिश की है, वहीं सेंटरुम ब्रोकिंग ने “बाय” का प्रस्ताव दिया है। इस विरोधाभास को देखते हुए, निवेशकों को अपनी जोखिम प्रोफ़ाइल के अनुसार निर्णय लेना चाहिए। यदि आप जोखिम सहिष्णुता रखते हैं, तो बाय की ओर झुकाव हो सकता है, परन्तु यदि आप अधिक सतर्क हैं तो होल्ड बेहतर हो सकता है। फिर भी, यह याद रखना आवश्यक है कि शेयर की कीमत वर्तमान में अपने दीर्घकालिक औसत से 10% नीचे ट्रेड कर रही है, जो एक संभावित एंट्री पॉइंट हो सकता है। बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, छोटे-छोटे निवेशकों को बड़े निवेशकों की तरह दो‑स्तर वाली रणनीति अपनानी चाहिए, अर्थात कुछ हिस्सा बाय करके और बाकी हिस्से को हेज करके। अंत में, यह भी कहा जा सकता है कि डेमार्ट को अपने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को अधिक उपयोगकर्ता‑मित्र बनाना चाहिए, ताकि वह ऑनलाइन प्रतिस्पर्धियों के साथ बराबरी कर सके। यह कदम न केवल ग्राहक अधिग्रहण को बढ़ाएगा, बल्कि मौजूदा ग्राहक को भी बना कर रखेगा। कुल मिलाकर, डेमार्ट का भविष्य अनिश्चित है, परन्तु संभावनाएँ अभी भी मौजूद हैं, यदि कंपनी अपनी रणनीति को सही दिशा में ले जाती है। इसलिए, मेरे विचार में एक संतुलित पोर्टफ़ोलियो में इस स्टॉक को थोड़ा वजन देना समझदारी भरा रहेगा।
डेमार्ट के शेयरों की वर्तमान पैटर्न को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि बहुत से निवेशक बाजार की शोर से प्रभावित हो रहे हैं।
इसलिए, एक तटस्थ दृष्टिकोण अपनाकर, केवल फंडामेंटल डाटा पर आधारित निर्णय लेना बेहतर रहेगा।
जब तक कंपनी की स्टोर एक्स्पैंशन और डिजिटल इनोवेशन की प्रगति स्पष्ट नहीं होती, तब तक हम निरंतर निगरानी रखते हैं।
इस बीच, जोखिम नियंत्रण को प्राथमिकता देना चाहिए।
🤔