हर साल सरकार कई बार कर कानून में बदलाव करती है। कभी दर घटती है, तो कभी नई छूट मिलती है। ये बदलाव सीधे आपके वेतन, बचत और निवेश को प्रभावित करते हैं, इसलिए इनको समझना जरूरी है। इस लेख में हम 2025 की मुख्य कर‑बदलावों को आसान भाषा में बताते हैं और रोज़मर्रा के जीवन में उनका असर कैसे पड़ता है, यह दिखाते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं सबसे बड़ा बदलाव – आयकर स्लैब का पुनर्गठन। अब 5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं, और 5‑10 लाख के बीच 10% की दर लागू हुई है। इससे मध्यम वर्ग को तुरंत राहत मिलेगी। दूसरा महत्वपूर्ण पॉइंट है हाउस प्रॉपर्टी से मिलने वाले किराए पर नई डिडक्शन सीमा – अब आप साल में 2.5 लाख तक का खर्च कटौती कर सकते हैं, जबकि पहले यह 1.5 लाख था।
स्टॉक‑मार्केट ट्रेडिंग वालों के लिए भी कुछ बदलाव आए हैं। यदि आपका वार्षिक शेयर लाभ 1 लाख से कम है तो उस पर टैक्स नहीं लगेगा, और 1‑2 लाख की रेंज में दर केवल 5% होगी। यह छोटे निवेशकों को बहुत फायदा देगा। साथ ही, डिजिटल पेमेंट्स के माध्यम से किए गए खर्चों पर अब 10% तक का रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे, जो पहले सिर्फ 5% था।
अब जब आप बदलाव जानते हैं, तो इनका फायदा कैसे उठाएँ? सबसे पहला कदम है फॉर्म 16 और फॉर्म 26AS को अपडेट करना. अपने नियोक्ता से नई टैक्स स्लैब के अनुसार वेतन कटौती करवाएं। अगर आपको लग रहा है कि आप अधिक टैक्स दे रहे हैं, तो तुरंत एचआर विभाग या टैक्स कंसल्टेंट से बात करें।
दूसरा टिप – डिडक्शन की पूरी लिस्ट तैयार रखें. घर का किराया, शिक्षा शुल्क, मेडिकल बीमा प्रीमियम और डिपॉजिट इंटरेस्ट सभी को एक जगह नोट करें। इससे टैक्स रिटर्न भरते समय आपको जल्दी से सही आंकड़े मिलेंगे और रिफंड के chances बढ़ेंगे।
तीसरा सुझाव है डिजिटल लेन‑देनों का प्रयोग बढ़ाएँ. ऑनलाइन बिल पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज या ई‑कॉमर्स शॉपिंग पर अब अतिरिक्त टैक्स छूट मिल रही है। अपने खर्चों को डिजिटल रूप में रखें और हर महीने का सारांश देखें – यह आपको बचत की राह दिखाएगा।
अंत में, अगर आप फ्रीलांसर हैं या छोटे व्यवसाय चलाते हैं तो GST रजिस्ट्रेशन और इन्कम टैक्स के बीच सही संतुलन बनाना जरूरी है। 2025 में GST स्लैब भी हल्का हुआ है – 1 लाख से नीचे की टर्नओवर पर अब पूरी तरह से छूट मिलती है। इस बदलाव को अपने अकाउंटेंट को बताएं और रजिस्ट्रेशन अपडेट करवा लें।
कर बदलाव हर साल होते हैं, लेकिन सही जानकारी और छोटे‑छोटे कदमों से आप अपनी टैक्स बचत बढ़ा सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि हम आपके लिए और भी विस्तृत गाइड या व्यक्तिगत सलाह तैयार करें, तो नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं। हमारे साथ जुड़े रहें – नवोत्पल समाचार पर हर बदलाव का सही सार मिलेंगे।
वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट में आयकर स्लैब्स में बड़े बदलावों की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने नए आयकर प्रणाली को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कई सुधार सुझाए हैं। मुख्य अपेक्षाओं में नए कर स्लैब में मूल छूट सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करना शामिल है। इसके अलावा मानक कटौती सीमा को बढ़ाने की भी मांग है।
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